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2 Thessalonians

2 Thessalonians 1

2 Thessalonians 1:3

थिस्सलुनीके की कलीसिया में कौन सी दो बातों के लिए पौलुस परमेश्वर को धन्यवाद कहता था?

उनके विश्वास के बढ़ते जाने और आपसी प्रेम की वृद्धि के लिए पौलुस परमेश्वर को धन्यवाद कहता है।

2 Thessalonians 1:4

थिस्सलुनीके नगर में विश्वासी कैसी परिस्थिति को सहन कर रहे थे?

विश्वासी उपद्रव और क्लेश सह रहे थे।

2 Thessalonians 1:5

विश्वासी जिन परिस्थितियों को सह रहे थे उसका सकारात्मक परिणाम क्या होगा?

विश्वासी परमेश्वर के राज्य के योग्य गिने जाएंगे।

2 Thessalonians 1:6

परमेश्वर विश्वासियों को सतानेवालों के साथ क्या करेगा?

परमेश्वर उन लोगों को दण्ड देगा जो विश्वासियों को सताते हैं उन्हे धधकती हुई आग से दण्ड दिया जाएगा।

2 Thessalonians 1:7-8

विश्वासी क्लेश से कब चैन पाएंगे?

जब मसीह यीशु स्वर्ग से प्रकट होगा तब विश्वासी चैन पाएंगे।

2 Thessalonians 1:9

जो परमेश्वर को नहीं जानते उनका दण्ड कैसा होगा?

जो परमेश्वर को नहीं जानते उनका दण्ड अनन्त होगा।

जो परमेश्वर को नहीं जानते दण्ड स्वरूप कहां से अलग कर दिए जाएंगे?

जो परमेश्वर को नहीं जानते वे दण्ड स्वरूप प्रभु की उपस्थिति से अलग किए जाएंगे।

2 Thessalonians 1:10

जब विश्वासी मसीह को उसके दिन आता देखेंगे तब वे क्या करेंगे?

जब मसीह आएगा तब वह विश्वासियों के लिए आश्चर्य का कारण होगा।

2 Thessalonians 1:11-12

परमेश्वर के सामर्थ्य में विश्वासी जो भले काम करते हैं उसका परिणाम क्या होगा?

उनके भले कामों का परिणाम होगा कि प्रभु यीशु मसीह के नाम की महिमा होगी।

2 Thessalonians 2

2 Thessalonians 2:1

पौलुस किस घटना के बारे में लिखने की चर्चा करता है?

पौलुस कहता है कि अब वह मसीह यीशु के आने के बारे में लिखेगा।

2 Thessalonians 2:2

पौलुस उन्हे किस बात पर विश्वास करने से मना करता है?

पौलुस ने उनसे कहा कि वे विश्वास न करें कि प्रभु का दिन आ गया है।

2 Thessalonians 2:3

पौलुस प्रभु के दिन के पूर्व किस घटना की चर्चा करता है?

प्रभु के दिन से पूर्व धर्म का त्याग होगा और पाप का पुरुष अर्थात विनाश का पत्र प्रकट होगा।

2 Thessalonians 2:4-5

वह विरोधी क्या करेंगा?

वह विरोधी स्वयं को परमेश्वर से बड़ा ठहराएगा और परमेश्वर के मन्दिर में बैठकर अपने आपको ईश्वर ठहराएगा।

2 Thessalonians 2:6-7

वह अधर्मी कब प्रकट होगा?

वह अपने समय में प्रकट होगा क्योंकि अभी एक रोकनेवाला है।

2 Thessalonians 2:8

यीशु प्रकट होकर उस अधर्मी का क्या करेगा?

जब यीशु प्रकट होगा तब वह उस अधर्मी को भस्म कर देगा।

2 Thessalonians 2:9

उस अधर्मी को सामर्थ्य, चिन्ह और अद्भुत कामों की शक्ति कौन देगा?

शैतान उस अधर्मी को सामर्थ्य, चिन्ह और अद्भुत काम की शक्ति देगा।

2 Thessalonians 2:10-11

कुछ लोग उस अधर्मी से धोखा क्यों खाएंगे?

कुछ लोग उस अधर्मी से धोखा खाएंगे क्योंकि उन्होने सत्य के प्रेम को ग्रहण नहीं किया जिस से उन का उद्धार होता।

2 Thessalonians 2:12

जो धोखा खाएंगे और विनाश होंगे वे किस बात पर प्रसन्न होगें?

जो धोखा खाएंगे और विनाश होंगे वे अर्धम से प्रसन्न होंगे।

2 Thessalonians 2:13-14

परमेश्वर ने थिस्सलुनीके के विश्वासियों के लिए सुसमाचार के द्वारा आरंभ ही से क्या चुन लिया था?

परमेश्वर ने थिस्सलुनीके के विश्वासियों को आदि ही से चुन लिया था कि सुसमाचार के द्वारा मसीह की महिमा प्राप्त करें।

2 Thessalonians 2:15-16

थिस्सलुनीके के विश्वासियों ने सुसमाचार तो ग्रहण कर लिया है अब आगे पौलुस उनसे क्या करने के लिए कहता है?

पौलुस थिस्सलुनीके के विश्वासियों से कहता है कि वे स्थिर रहें और जो शिक्षाएं पौलुस से पाई हैं उन्हे थामे रहें।

2 Thessalonians 2:17

पौलुस थिस्सलुनीके के विश्वासियों से किस बात में मन में स्थिर रहने की मनोकामना रखता है?

पौलुस की मनोकामना है कि थिस्सलुनीके के विश्वासी हर एक अच्छे काम और वचन में दृढ़ रहें।

2 Thessalonians 3

2 Thessalonians 3:1

प्रभु के वचन के बारे में पौलुस थिस्सलुनीके के विश्वासियों से क्या प्रार्थना निवेदन करता है?

पौलुस चाहता है कि थिस्सलुनीके के विश्वासी प्रार्थना करें कि प्रभु का वचन शीघ्र फैले और महिमा पाए।

2 Thessalonians 3:2-3

पौलुस किससे बचे रहने की इच्छा रखता है?

पौलुस की यही इच्छा है कि वे टेढ़े और दुष्ट मनुष्यों से बचे रहें जिनमें विश्वास नहीं है।

2 Thessalonians 3:4-5

पौलुस थिस्सलुनीके के विश्वासियों से क्या करते रहने के लिए कहता है?

पौलुस थिस्सलुनीके के विश्वासियों से कहता है कि उसने उन्हे जो जो आज्ञा दी हैं, उन्हे वे मानते रहेंगे।

2 Thessalonians 3:6

विश्वासी अनुचित चाल चलने वाले हर एक भाई के साथ कैसा व्यवहार करें?

उन विश्वासियों से पौलुस ने कहां कि अनुचित चाल चलने वाले भाई से वे अलग रहें।

2 Thessalonians 3:7-9

पौलुस ने जीवन निर्वाह और सहयोग के लिए उनके समक्ष कैसा आदर्श जीवन रखा गया?

पौलुस ने दिन रात परिश्रम करके अपने भोजन का प्रबन्ध किया और किसी पर बोझ नहीं बना।

2 Thessalonians 3:10-11

जो काम करना न चाहे उसके लिए पौलुस क्या कहता है?

पौलुस ने आज्ञा दी कि जो काम नहीं करता वह खाने भी न पाए।

2 Thessalonians 3:12-13

आलसी रहने की अपेक्षा पौलुस की आज्ञा के अनुसार ऐसे लोगों को क्या करना चाहिए?

पौलुस काम नहीं करने वालों को आज्ञा देता और समझाता था कि वे चुपचाप काम करके अपनी ही रोटी खाया करें।

2 Thessalonians 3:14-15

जो भाई पौलुस के निर्देशों का पालन न करें उनके साथ कैसा व्यवहार किया जाए?

जो इस पत्र में लिखे पौलुस के निर्देशों को न मानें तो वे उसके साथ संगति न रखें।

2 Thessalonians 3:16

पौलुस क्या कामना करता है कि परमेश्वर थिस्सलुनीके के विश्वासियों को प्रदान करें?

पौलुस की मनोकामना है कि प्रभु थिस्सलुनीके के विश्वासियों को हर प्रकार की शान्ति दे।

2 Thessalonians 3:17-18

पौलुस ने कैसे प्रकट किया कि वही लेखक है?

पौलुस ने अपने हाथों से अभिवादन लिखा कि वही लेखक है।