5. प्रतिज्ञा का पुत्र
अब्राम अरै सारै के कनान पहुंचणै के बीस साल बाद तकै भी उनकी कोयै संतान ना थयी | पणमेश्वर ने अब्राम ते कहया अरै दुबारा वादा करेया कि उसै एक छोरा होवेगा अरै उसके वंशज आकाश के तारागण के समान होवगे| अब्राम ने पणमेश्वर के वायदे पै भरोसा राखेया |
त्यों आब्रम की लुगाई सारै ने उस्ताही कहया ,'' देखै पणमेश्वर ने म्हारी कोख बंद करै राखी सै , जदयै म्है विनती करू सू कि तयै मेरी नोकरानी हाजिरा के धोरैैै जा | तयै उसैै विवाह भी करणा ताकै, उसके कारण मेरी कोख भरै सकै |
त्यों आब्रम ने हाजिरा ते विवाह करैया | त्यों अब्राम ने हाजिरा ते विवाह करैया | हाजिरा को अब्राम के द्वारा एक पुत्र होया, अब्राम ने उसका नाम इश्माएल रख्या | अब्राम चाहन्दा था कि पणमेश्वर इश्माएल को आशीष देयै | पणमेश्वर ने कहया, “म्है उस्तै आशीष देउगा, लेकिण इश्माएल प्रतिज्ञा का छोरा ना से | म्है अपणी वाचा उसके गेलिया ना बाँधूँगा |”
“थारी लुगाई सारै के तैर तै एक छोरा होवगा |अरै वयो वायदे का छोरा होवेगा |अरै तयै उसका नाम इसहाक रखणा | मेरी वाचा उसके गैल्या होवेगी,अरै वयो एक बड़ी जाती होवेगा |” पणमेश्वर ने कहया कि इबै थारै नाम अब्राम न होकै अब्राहम होवेगा , जिसका अर्थ से –“मूलपिता” पणमेश्वर ने सारै का नाम बदलकर सारा राखेया जिसका अर्थ सै , “मूलमाता “
अंत म्है, जदै अब्राहम सौ वर्ष का होया अरै सारा नब्बे वर्ष की त्यो, सारा ने अब्राहम के छोरा को जन्म देया | उनताही उसका नाम इसहाक राखै, जिसा कि पणमेश्वर ने कहया थ्या |
जदै इसहाक जवान होया , पणमेश्वर ने अब्राहम ते यों कहकर उसकी परीक्षा लई,”अपणै एकलौते छोरा इसहाक को होमबलि करके चढ़ा | फेर अब्राहम ने पणमेश्वर की आज्ञा का पालन करैया,अरै अपणै छोरा का बलिदान दैण के खातेर तैयार होयै गईया |
जदै अब्राहम अरै इसहाक बलिदान की जगह की ओर जाणै लागै रहयै थे, इसहाक ने पूछया , " हे मेरे बाप, देखै, आग अरै लकड़ी त्यों सै; परै होमबलि के खातेर भेड़ कहया सै?" अब्राहम ने उत्तर देया, “हे मेरे छोरे, पणमेश्वर होमबलि की भेड़ का उपायै आपैै ही करैयगा |” 5. प्रतिज्ञा का पुत्र:7 — Haryanvi
जदै अब्राहम ने उडयै वेदी बणाकै लकड़ी को चुगै चुगैकयै धरा अरै अपणै छोरा इसहाक को बाँध कै वेदी पै की लकड़ी के ऊपर धरै देया | जुकर ही वयो अपणै छोरा को मारणैै पै ही था, कि पणमेश्वर ने कहया “ठहर”! उसै छोरे पै हाथ मत बढ़या, अरै ना उसतै किम्मे करै | क्युकी तयै ने मुझ से अपणै एक छोरा वरन एकलौते छोरा को भी ना रखै छोडया; इसैै इबै म्है जाणै गईया कि तयै पणमेश्वर का भय मानये सै |
जदै अब्राहम ने अपणी आँखे उठायी अरै कै देख्या कि उसकै पाछैय एक मेढ़ा झाड़ी म्है फँसा पडया से | अत: अब्राहम ने जाकै उसै मेढ़े को लईया अरै अपणै छोरा इसहाक के स्थान पै उसको होमबलि करकै चढ़ाया | अब्राहम ने प्रसन्नता के गेलिया उसै मेढ़े को होमबलि करके चैढ़ाया |
फेर पणमेश्वर ने अब्राहम ते कहया कि,” तयै मन्यै अपणा सबै किम्मै देण के खातेर राजी हो गईया, अडयै तकै कि अपणै एकलौते छोरे को भी ना राखै छोडया, इसै कारण म्है निश्चय तेन्ये आशीष देउगा |” अरै निश्चय थारै वंश को आकाश के तारागण के समान अनगिनित करागा | अरै धरती की सारी जातियाँ थारे कारण अपणै को धन्य मानेंयगी; क्युकि तन्ये म्हारी बात मान्यी सै|
बाइबिल की कहानी में : उत्पति 16-22