Obadiah
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ओबद्याह: प्रस्तावना
भाग 1: अप्रधान प्रस्तावना
ओबद्याह की पुस्तक कि रूपरेखा
- यहोवा एदोम को दंड देगा (1:1-16) A. यहोवा एदोम का सर्वनाश करेगा (1:1–9) B. यहोवा एदोम का सर्वनाश क्यों करेगा (1:10–14)
- यहोवा अन्यजातियों को दंड देगा (1:15–16)
- यहोवा अपने लोगों का उद्धार करेगा (1:17–21)
ओबद्याह की पुस्तक का विषय क्या है?
बेबीलोनियों ने जब यरूशलेम को ध्वंस किया था तब एदोमियों (पडौसी देश, एदोम के निवासी) ने भागे हुए यहूदियों का पकड़ पकड़ कर बेबीलोनियों को सौंप दिया था| ओबद्याह की पुस्तक में अपने लोगों की हानि के लिए यहोवा द्वारा एदोमियों को दंड दी जाने का उल्लेख किया गया है| यह पुस्तक बलपूर्वक बेबीलोन में ले जाए गए यहूदी बंदियों के लिए प्रोत्साहन का कारण हो सकती थी|
इस पुस्तक के शीर्षक का अनुवाद कैसे किया जाए?
इस पुस्तक का पारंपरिक शीर्षक है, "ओबद्याह की पुस्तक" या केवल "ओबद्याह|" अनुवादक संभवतः अधिक स्पष्ट शीर्षक जैसे, "ओबद्याह के वचन" को चुनाव करने का निर्णय लेना चाहेंगे| (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
ओब्द्याह की पुस्तक किसने लिखी थी?
हम केवल इतना ही जानते हैं कि इस पुस्तक का लिखनेवाला ओब्द्याह था| इससे अधिक हम ओबद्याह के विषय कुछ नहीं जानते हैं| इब्रानी भाषा में उसके नाम का अर्थ है, यहोवा का सेवक"
भाग 2: महत्वपूर्ण धार्मिक एवं संस्कृत संकल्पनाएँ
इस्राएल के साथ एदोम का सम्बन्ध क्या था?
ओबद्याह ने एदोम को इस्राएल का भाई कहा था| एदोमी एसाव के वंशज थे और इस्राएली याकूब के वंशज थे| याकूब और एसाव जुड़वां भाई थे| इस कारण एडोमका इस्राएल के साथ विश्वासघात और भी अधिक गंभीर था| तिप्पने में इस्राएलियों को यहूदावासी कहा गया है| यहूदा इस्राएल का ही भाग था जो पूर्वकालिक अश्शूरी विनाश से बाख गया था परन्तु उत्तरकाल में बेबीलोन द्वारा बंदी बना लिया गया था | उस समय एदोमियों ने उनकी सहायता नहीं की थी|
Part 3: अनुवाद के महत्वपूर्ण विषय
"घमंड" की धारणा का अनुवाद मैं कैसे करूं?”
ओबद्याह की पुस्तक एदोम के घमंड पर प्रकाश डालती है| इसका अर्थ है कि एदोमी इस भ्रम में थे कि न तो क्षत्रु और न ही यहोवा उनको पराजित कर सकता है| (देखें: घमंडी, घमंड, बड़ाई, घमण्ड भरी)
जब ओबद्याह एदोम को संबोधित करता है तब मैं अनुवाद में क्या "तू" का एक वचन या बहुवचन काम में लूं?”
क्योंकि ओब्द्याह लाक्षणिक भाषा में एदोमियों को संबोधित करते समय उनको एदोम देश कहकर संदर्भित करता है, इसलिए उसने मूल भाषा में एकवचन काम में लिया है| परन्तु यदि आप अधिक सरल भाषा काम में ले रहे हैं और चाहते हैं कि आपका अनुवाद स्पष्ट हो कि आप एदोम के लोगों को संबोधित कर रहे हैं तो आप बहुवचन काम में ले सकते हैं|
Obadiah 1
Obadiah 1:1
חֲז֖וֹן עֹֽבַדְיָ֑ה
यह पुस्तक का शीर्षक है| यहाँ दर्शन शब्द का उपयोग निर्विशेष भाव में किया गया है अर्थात,यहोवा से प्राप्त सन्देश, न कि ओबद्याह द्वारा सन्देश प्राप्ति की प्रक्रिया को दर्शाने के लिए| दर्शन शब्द यहाँ परमेश्वर द्वारा मनुष्यों को दिए गए ज्ञान के मार्ग के लिए एक रूपक है| वैकल्पिक अनुवाद: "सन्देश जो परमेश्वर ने ओब्द्याह को दिया" या "ओबद्याह की भाविष्यद्वाणी" (देखें: रूपक)
עֹֽבַדְיָ֑ה
कुछ अंग्रेज़ी अनुवादों में इस भविष्यद्वक्ता को अब्दिअस कहा गया है परन्तु उसके नाम का सर्वाधिक प्रचलित रूप ओबद्याह है| आपकी स्रोत भाषा में जो नाम दिया गया है उसी का प्रयोग करें या उस समानार्थक शब्द रूप का प्रयोग करें जो आपकी भाषा में नाम जैसा उच्चारण करता है| (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
כֹּֽה־אָמַר֩ אֲדֹנָ֨י יְהוִ֜ה
इसके द्वारा शेष पुस्तक में परमेश्वर के सन्देश का समावेश किया गया है|यहाँ उस शब्द रूप का प्रयोग करें जो आपकी भाषा में किसी की बात का समावेश करने के लिए स्वाभाविक हो| (देखें: उद्धरण एवं उद्धरण हासिये)
יְהוִ֜ה
यह परमेश्वर का नाम है जो उसने पुराने नियम में अपने लोगों पर प्रकट किया था| (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
לֶאֱד֗וֹם
यहाँ लोगों का वर्णन उनसे निकट सम्बंधित किसी वस्तु के द्वारा किया जा रहा है, एदोम जिस देश में वे रहते थे| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट न हो सके तो आप कह सकते हैं,यह सन्देश लोगों के बारे में है| वैकल्पिक अनुवाद: "एदोम के लोगों के बारे में" (देखें: लक्षणालंकार)
שָׁמַ֜עְנוּ
ओबद्याह यहोवा का सन्देश सुनने वाली एदोम के परिवेश की जातियों में अनेकों के मध्य जिनमें इस्राएली भी हैं, एक व्यक्ति के सदृश्य कह रहा है| यदि आपकी भाषा में हम का कोई समावेशी रूप है तो उसका यहाँ उपयोग करें| (देखें: विशिष्ट एवं संयुक्त ‘‘हम’’)
שָׁמַ֜עְנוּ
ओबद्याह यहूदावासियों से एदोमियों के विषय कह रहा है| अतः यहाँ हम समावेशी है, सब जातियों को एदोम से युद्ध करने के आव्हान का यह सन्देश यहूदा में अन्यों ने भी सूना है या सुन रहे हैं| (देखें: विशिष्ट एवं संयुक्त ‘‘हम’’)
וְצִיר֙…שֻׁלָּ֔ח
यदि आपके भाषा में अधिक व्यावहारिक हो तो आप सकर्मक क्रिया रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मई, यहोवा एक दूत को भेजता हूँ" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
וְצִיר֙…שֻׁלָּ֔ח
आप स्पष्ट कर सकते हैं कि दूत को किसने भेजा है| वैकल्पिक अनुवाद: "और यहोवा ने एक दूत भेजा है" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
ק֛וּמוּ וְנָק֥וּמָה עָלֶיהָ לַמִּלְחָמָֽה
इस पद का अंतीं आख्यान ओबद्याह का अपना विचार नहीं है, अपितु ये यहोवा के दूत के वचन हैं|इनको "कहते हुए" जैसी उक्ति द्वारा आरम्भ करके उद्धरण में दर्शाया जा सकता है या UST के सदृश्य परोक्ष उद्धरण में| (देखें: प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष उद्धरण)
ק֛וּמוּ
इस वाक्यांश द्वारा लोगों को तैयार हो जाने के लिए कहा गया है, यहाँ, एदोम पर आक्रमण करने के लिए| वैकल्पिक अनुवाद: "तैयार हो जाओ" (देखें: मुहावरे)
וְנָק֥וּמָה עָלֶיהָ
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, किसी का या किसी देश का उग्रता से विरोध करना| वैकल्पिक अनुवाद: "हमें एदोम के विरुद्ध अपने सेनाओं को एकजुट करना होगा" (देखें: मुहावरे)
וְנָק֥וּמָה עָלֶיהָ
यहाँ उसके शब्द का सन्दर्भ एदोम देश से है| यह भी एडोम्के लोगों के लिए है| वैकल्पिक अनुवाद: "हम एदोम के लोगों के विरुद्ध खड़े हों" (देखें: लक्षणालंकार)
לַמִּלְחָמָֽה
यदि आपके भाषा में स्पष्ट हो तो आप भाव वाचक संज्ञा शब्द, युद्ध का अनुवाद क्रिया शब्द से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उस पर आक्रमण करने के लिए" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
Obadiah 1:2
הִנֵּ֥ה קָטֹ֛ן נְתַתִּ֖יךָ
यहाँ सम्बोधनकर्ता बदल जाता है| अब यहोवा यहूदा से नहीं और न ही दूत अन्य जातियों से आग्रह करते हैं| अब यहोवा सीधा एदोमियों को संबोधित करता है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट होई तो आप यहाँ UST के सदृश्य समावेशी उद्धरण जोड़ सकते हैं| (देखे: उद्धरण एवं उद्धरण हासिये)
הִנֵּ֥ה
इसके द्वारा एदोमियों को सतर्क किया गया है कि वे अग्रिम वृत्तांत पर विशेष ध्यान दें| आपकी भाषा में किसी का ध्यान आकर्षित करने के लिए कोई विधि है तो उसका उपयोग करें| वैकल्पिक अनुवाद: "देखो" या "अब मैं जो कहने जा रहा हूँ उस पर ध्यान दो"
קָטֹ֛ן נְתַתִּ֖יךָ בַּגּוֹיִ֑ם בָּז֥וּי אַתָּ֖ה מְאֹֽד
इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही है और इनका संयोजित उपयोग इस बात पर बल देने के लिए है किएडोम अपना महत्वपूर्ण पद खो देगा| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप भी UST के सदृश्य इनको संयोजित कर सकते हैं| (देखें: समरूपता)
קָטֹ֛ן נְתַתִּ֖יךָ בַּגּוֹיִ֑ם
किसी महत्वहीन वस्तु के लिए लाक्षणिक भाषा में कहा जाता है कि जैसे वह आकार में बहुत छोटी है और उसको अनदेखा किया जा सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "जातियों में तुच्छ" (देखें: रूपक)
בָּז֥וּי אַתָּ֖ה מְאֹֽד
आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "अन्य जातियों के लोग तुझ से घृणा करेंगे" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
Obadiah 1:3
זְד֤וֹן לִבְּךָ֙ הִשִּׁיאֶ֔ךָ
यहाँ अभिमान को लाक्षणिक प्रयोग में इस प्रकार दर्शाया गया है कि जैसे वह मनुष्य है जो किसी को धोखा दे सकता है| यदि यह स्पष्ट न हो तो आप इसका अनुवाद सरल भाषा में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "क्योंकि तुम ऐसे घमंडी हो कि स्वयं से ही धोखा खा गए हो" (देखें: मानवीकरण)
זְד֤וֹן לִבְּךָ֙ הִשִּׁיאֶ֔ךָ
यहाँ तू एकवचन में है क्योंकि इसका सन्दर्भ एदोमियों को एक देश मान कर दिया गया है| यदि आपकी भाषा में इसके कारण उलझन उत्पन्न हो तो आप यहाँ वरन सम्पूर्ण पुस्तक में "तू" का बहुवचन रूप काम में ले सकते हैं| (देखें: समूह को दिखाने वाले एकवचन सर्वनाम)
זְד֤וֹן לִבְּךָ֙
यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप इस भाव वाचक संज्ञा शब्द, अभिमान का अनुवाद विशेषण शब्द, "घमंडी" से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारा घमंडी स्वभाव" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
זְד֤וֹן לִבְּךָ֙
यहाँ मन लाक्षणिक भाषा में मनुष्य के विचारों और भावनाओं के लिए काम में लिया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारा घमंडी रंग-ढंग" (देखें: रूपक)
שֹׁכְנִ֥י בְחַגְוֵי־סֶּ֖לַע
यहाँ सर्वनाम शब्द, तू से वह हो जाता है जबकी यहोवा अब भी एदोमियों से ही बातें कर रहा है| यदि आपकी भाषा में इस्केकारण उलझन होते है तो आप तू सहबद को ही काम में लेते रहें क्योंकि यह एदोमियों के लिए यहोवा का अनवरत सन्देश है| वैकल्पिक अनुवाद: "तू जो चट्टानों की दरारों में वास करता है" (देखें: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरुष)
בְחַגְוֵי־סֶּ֖לַע
इसका अर्थ है,चट्टानों से घिरा हुआ होने के कारन सुरक्षित स्थान|This means a place that is protected because it is surrounded by rocks.
אֹמֵ֣ר בְּלִבּ֔וֹ
यहाँ वह और उसका से ऐसा प्रतीत होता है की यहोवा एदोम से बातें करने की अपेक्षा एदोम के बारे में बातें कर रहा है परन्तु लोगों से कहे जाने वाले यहोवा के अनवरत शब्दों का ही अंश होने के कारण इसका अनुवाद तू हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तू जो अपने मन में कहता है" या "तू जो स्वयं से कहता है" (देखें: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरुष)
אֹמֵ֣ר בְּלִבּ֔וֹ
यहाँ मन शब्द का उपयोग लाक्षणिक है जिसका अर्थ है, मनुष्य के विचार और भावनाएं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह जो स्वयं से कहता है" या "तू जो सोचता है" (देखें: रूपक)
מִ֥י יוֹרִדֵ֖נִי אָֽרֶץ
यह वाग्मितापूर्ण प्रश्न दर्शाता है कि एदोमी कैसे घमंडी थे और सुरक्षा के विश्वास से कैसे अभिभूत हो चुके थे| वैकल्पिक अनुवाद: "मुझे कोई भी धराशायी नहीं कर सकता है" या "मैं तो सब आक्रमणकारियों से सुरक्षित हूँ" (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
Obadiah 1:4
אִם־תַּגְבִּ֣יהַּ כַּנֶּ֔שֶׁר וְאִם־בֵּ֥ין כּֽוֹכָבִ֖ים שִׂ֣ים קִנֶּ֑ךָ
इन दोनों अभिव्यक्तियों के अर्थ एक ही हैं| किसी बात के महत्त्व को प्रकट करने के लिए उस बात को दो बार कहना परन्तु कुछ भिन्न रूप में| यदि आपकी भाषा में यह स्पष्ट न हो तो आप किसी और प्रकार प्रकट कर सकते हैं की यह अत्यधिक महत्वपूर्ण बात है| वैकल्पिक अनुवाद: "यदि तेरे पंख होते और तू आकाश की ऊँचाइयों में उकाबों के मध्य वास करता या सितारों के मध्य भी होता" (देखें: समरूपता)
אִם־תַּגְבִּ֣יהַּ כַּנֶּ֔שֶׁר וְאִם־בֵּ֥ין כּֽוֹכָבִ֖ים שִׂ֣ים קִנֶּ֑ךָ
एदोमी सोचते थे कि वे पहाड़ों की ऊँचाइयों में रहते हैं इसलिए सुरक्षित हैं परन्तु यहोवा कहता है, कि वे उन ऊँचाइयों में भी हों जो मनुष्यों केनिवास के लिए संभव नहीं, वे वहाँ भी सुरक्षित नहीं होंगे| वैकल्पिक अनुवाद: "और मैं तुम से कहता हूँ कि तुम्हारे पंख हों और तुम उकाबों से भी उंचा उड़ने पाओ वरन अपना घर सितारों के मध्य बना लो" (देखें: अतिशयोक्ति)
שִׂ֣ים קִנֶּ֑ךָ
यदि आपकी भाषा में कर्मवाच्य रूप नहीं है तो आप क्रिया का कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैअक्ल्पिक अनुवाद: "यदि तुम अपना घर बना पाओ" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
מִשָּׁ֥ם אוֹרִֽידְךָ֖
यहाँ नीचे गिराउंगा का अभिप्राय है, "तुझे दीन बनाउंगा" या "तुझे पराजित करूंगा|" यह स्थानिक रूपक है| यहोवा का उनसे कहना है कि न्याय और दंड से बचने के लिए उनके पास कोई भी स्थान नहीं है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम फिर भी उन आक्रमणकारियों से सुरक्षित नहीं रह पाओगे जिनको मैं भेज रहा हूँ" (देल्हें: रूपक)
נְאֻם־יְהוָֽה
इस वाक्यांश से पाठकों को स्मरण कराया जाता है कि यह गश्यांश वरन सम्पूर्ण पुस्तक यहोवा की और से है| अपनी भाषा में उद्धरण का ऐसा रूप काम में लें कि यह तथ्य स्पष्ट हो | (देखें: उद्धरण एवं उद्धरण हासिये)
נְאֻם־יְהוָֽה
यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप भाव वाचक संज्ञा शब्द, घोषणा के स्थान में क्रिया शब्द काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "यहोवा तुम्हारे लिए यह घोषणा करता है" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
Obadiah 1:5
אִם־גַּנָּבִ֤ים בָּאֽוּ־לְךָ֙ אִם־שׁ֣וֹדְדֵי לַ֔יְלָה
इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं| पुन्रावरण का उद्देश्य है कि उनके द्वारा जिस एक विचार को व्यक्त किया गया है उस पर बल दिया जाए| यदि आपकी भाषा में यह स्पष्ट न हो तो आप किसी और विधि द्वारा प्रकट करें कि यह महत्त्वपूर्ण है या UST के सदृश्य इन दोनों को संयोजित कर दें| (देखें: दोहरात्मक)
אֵ֣יךְ נִדְמֵ֔יתָה
आप क्रिया का कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "आक्रमणकारी तुमको कैसे नष्ट करेंगे" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
אֵ֣יךְ נִדְמֵ֔יתָה
यहोवा इस वाक्यांश को और एक वाक्य के मध्य में समाहित करता है कि एदोम के दंड को अघातपूर्ण दर्शाए| चोरों और दाख के तोड़ने वालों से सर्वथा भिन्न, एदोम पर आक्रमण करने वाले कुछ भी नहीं छोड़ेंगे| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप इस वाक्यांश को पद के अंत में रख सकते हैं और इसका एक अलग वाक्य बना सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु आक्रमणकारी तुम्हारा सर्वनाश कर देंगे" (देखें: विस्मयादिबोधक)
הֲל֥וֹא יִגְנְב֖וּ דַּיָּ֑ם
यह एक वाग्मितापूर्ण प्रश्न है| बात को प्रभावी बनाने के लिए प्रश्न रूप को काम में लिया गया है| यदि आपकी भाषा में इस प्रकार वाग्मितापूर्ण प्रश्न काम में नहीं लिए जाते हैं तो आप यहाँ कथन रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे तो वही चुराएंगे जिसकी उनको आवश्यकता है" (देल्हें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
אִם־בֹּֽצְרִים֙ בָּ֣אוּ לָ֔ךְ הֲל֖וֹא יַשְׁאִ֥ירוּ עֹלֵלֽוֹת
यह एक वाग्मितापूर्ण प्रश्न है| प्रश्न रूप बात को प्रभावी बनाने के लिए काम में लिया गया है| यदि आपकी भाषा में वाग्मितापूर्ण प्रश्न काम में नहीं लिए जाते हैं तो आप यहाँ कथन रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे कुछ दाख तो निश्चय ही छोड़ देंगे" (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
Obadiah 1:6
אֵ֚יךְ
यहाँ कैसे विस्मय का समावेश कराता है की विस्मय उत्पन्न हो कि एदोम का लूटा जाना पराकाष्ठा में होगा| इसको व्यक्त करने के लिए अपनी भाषा में व्यावहारिक विधि काम में लें| वैकल्पिक अनुवाद: "अत्यान्तिक रूप में" या "पूर्णतया" (देखें: विस्मयादिबोधक)
אֵ֚יךְ נֶחְפְּשׂ֣וּ עֵשָׂ֔ו
यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप इस क्रिया का कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "आक्रमंकारे एडोम देश को कैसा तहस नहस कर डालेंगे" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
עֵשָׂ֔ו
यहाँ एसाव शब्द एदोमियों के सन्दर्भ में है| वे एसाव के वंशज थे| एसाव को एदोम भी कहा जाता था| सब एदोमवासियों को उनके पूर्वज में समाहित एक व्यक्ति दर्शाया जा रहा है| यदि आपकी भाषा में इसके कारण उलझन उत्पन्न हो तो आप UST के सदृश्य लोगों को संदर्भित कर सकते हैं| (देखें: मानवीकरण)
נֶחְפְּשׂ֣וּ
यहाँ खोज कर लूटा गया का अभिप्राय है कि क्षत्रु ने लोगों के संपदा को छान छान कर मूल्यवान वस्तुएं ले लीं और शेष सब क्षतिग्रस्त कर दिया या बर्बाद कर दिया|
נִבְע֖וּ מַצְפֻּנָֽיו
यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इस क्रिया शब्द को कर्तृवाच्य रूप में काम में ले सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे उसके सम्पूर्ण गुप्त संपदा को खोज कर ढूँढेंगे " (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
Obadiah 1:7
עַֽד־הַגְּב֣וּל שִׁלְּח֗וּךָ כֹּ֚ל אַנְשֵׁ֣י בְרִיתֶ֔ךָ
यदि आपकी भाषा में, वाचा बांधने वाले पर दुसरे पक्ष,अर्थात मित्र पक्ष का आक्रमण तर्कसम्मत न प्रतीत हो तो आप UST के सदृश्य उसके विश्वासघात की लुप्त कड़ी को जोड़ सकते हैं| (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
בְרִיתֶ֔ךָ
यहोवा अब भी एदोमियों को ही संबोधित कर रहा है| अतः तेरी शब्द का सन्दर्भ उनसे ही है| (देखें: समूह को दिखाने वाले एकवचन सर्वनाम)
עַֽד־הַגְּב֣וּל שִׁלְּח֗וּךָ
सीमा के सन्दर्भ में दो संभावित अभिप्राय हो सकते हैं:(1) इसका सन्दर्भ एदोम की भौगोलिक सीमा से हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुझे बलपूर्वक देश से बाहर कर देंगे" या (2) इसका सन्दर्भ पूर्वकालिक मित्र राष्ट्र की सीमा से हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "उनके देश में शरण देने से इनकार कर देंगे"
כֹּ֚ל אַנְשֵׁ֣י בְרִיתֶ֔ךָ…אַנְשֵׁ֣י שְׁלֹמֶ֑ךָ לַחְמְךָ֗
ये तीनों वाक्यांश एदोम के मित्र राष्ट्रों के सन्दर्भ में हैं|यहोवा एक ही बात को एक से अधिक बार कह कर प्रकट करना चाहता है कि जो वह कह रहा है वह महत्वपूर्ण है| (देखें: समरूपता)
לַחְמְךָ֗ יָשִׂ֤ימוּ מָזוֹר֙ תַּחְתֶּ֔יךָ
इब्रानी संस्करण में मात्र तेरी रोटी* लिखा है इस काव्य शैली में, श्रोताओं और पाठकों से अपेक्षा की गई है कि आर्ट को समझ ले और लुप्त शब्दों,के पुरुष(पिछली दो पंक्तियों से) का समावेश करें| (देखें: पदन्यूनता)
אֵ֥ין תְּבוּנָ֖ה בּֽוֹ
इस वाक्यांश के चार संभावित अर्थ हैं: (1)यहोवा इसको अलग हट कर कह रहा होगा कि एदोम के लोगों का जो उसने मान निर्धारण किया हाई उसको प्रकट करे| यदि आपकी भाषा में यह उलझन उत्पन्न करे तो आप एदोम के संबोधन को द्वितीय पुरुष में अनुवाद कर सकते हैं जैसा UST में है| (2) एदोम के पूर्वकालिक मित्र राष्ट्र उसके लिए यह कहते होंगे| वैकल्पिक अनुवाद: ""तब वे तुझ से कहेंगे,'तू इतना समझदार नहीं है जितना की तू अपने को समझता है'" (3) अभी जिस फंदे की चर्चा की गई है, हो सकता है कि यह उसके सन्दर्भ में हो| वैकल्पिक अनुवाद: "और इसकी कोई अनुभूति नहीं है" (4) संभवतः इसका सन्दर्भ एदोम के मित्र राष्ट्रों द्वारा उसके साथ विश्वासघात करने की अघातपूर्ण स्थिति से हो| वैकल्पिक अनुवाद: "इसकी तो कोई समझ ही नहीं है" (देखें: परोक्ष टिपण्णी)
אֵ֥ין תְּבוּנָ֖ה בּֽוֹ
आप इस भाव वाचक संज्ञा शब्द, "समझ" का अनुवाद क्रिया शब्द से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वह कुछ नहीं समझता है" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
בּֽוֹ
यहाँ उसमें का सन्दर्भ संभवतः एदोम से हैजो वहाँ के निवासियों का प्रतिनिधित्व करता है| वैकल्पिक अनुवाद: "एदोमियों में" (देखें: मानवीकरण)
Obadiah 1:8
הֲל֛וֹא בַּיּ֥וֹם הַה֖וּא…וְהַאֲבַדְתִּ֤י חֲכָמִים֙ מֵֽאֱד֔וֹם
यह एक वाग्मितापूर्ण प्रश्न है| यहोवा इस प्रश्न रूप के द्वारा बल देता है कि वह जो करेगा वह अटल है| वैकल्पिक अनुवाद: "उस दिन ... मैं निश्चय ही एदोम के बुद्धिमान पुरुषों को नष्ट कर दूंगा" (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
וְהַאֲבַדְתִּ֤י חֲכָמִים֙ מֵֽאֱד֔וֹם
मूल पाठक जानते होंगे कि एदोम अपनी बुद्धिमानी के लिए प्रसिद्ध था| अतः इसका अर्थ है कि उनकी प्रसिद्द बुद्धिमानी भी उनको यहोवा के विनाश से बचा नहीं पाएगी"यदि स्पष्ट हो तो आप इस जानकारी को उजागर कर सकते हैं जैसा UST में है| (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
וּתְבוּנָ֖ה מֵהַ֥ר עֵשָֽׂו
यह वाग्मितापूर्ण प्रश्न का दूसरा भाग है| आप यहाँ एक नया वाक्य भी आरम्भ कर सकते हैं| यहोवा यहाँ भी प्रश्न रूप का प्रयोग करता है कि इस बात पर बल दिया जाए कि वह निश्चय ही ऐसा करेगा| वैकल्पिक अनुवाद: "और मैं निश्चय ही उनकी बुद्धि को नष्ट कर दूंगा" या "उस दिन मैं निश्चय ही एसाव के पर्वत पर से सूझ भूझ को मिटा दूंगा" (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
וּתְבוּנָ֖ה מֵהַ֥ר עֵשָֽׂו
इस काव्य शैली में पाठकों से अपेक्षा की जाती है कि वहीँ शब्दों का उपयोग करे, क्या मैं उस दिन नष्ट न करूंगा जो पहले वाग्मितापूर्ण प्रश्न में हैं कि इस दुसरे को समझ सके|यदि आपकी भाषा में यह स्पष्ट न हो सके तो आप उन शब्दों को यहाँ दोहरा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और क्या मैं उस दिन एसाव के पर्वत पर से सूझ भूझ को नष्ट नहीं कर दूंगा?" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
חֲכָמִים֙ מֵֽאֱד֔וֹם וּתְבוּנָ֖ה מֵהַ֥ר עֵשָֽׂו
इस काव्य शैली में एक ही अर्थ को व्यक्त किया गया है परन्तु भिन्न शब्दों में, कि जो यहाँ कहा गया है उस पर बलाघात हो| यहाँ: बुद्धिमानों और समझ यह दोनों बुद्धिमान पुरुषों के सन्दर्भ में हैं तथा एदोम और एसव के पर्वत** दोनों एदोम देश के सन्दर्भ में हैं| यदि आपकी भाषा में इससे उलझन उत्पन्न हो तो आप इनको एक ही बार कह सकते हैं और बलाघात को किसी एनी रूप में व्यक्त कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "सब बुद्धिमान पुरुषों को एदोम देश से" (देखें: समरूपता)
וּתְבוּנָ֖ה
आप इस भाव वाचक संज्ञा शब्द का अनुवाद क्रिया द्वारा कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और जो लोग जानते हैं कि क्या करें" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
מֵהַ֥ר עֵשָֽׂו
यहोवा उस देश के एक प्रमुख भाग के नाम के उपयोग द्वारा एदोम के सम्पूर्ण सीमागत क्षेत्र का सन्दर्भ दे रहा है| एसव का पर्वत संभवतः आज का पर्वत बोस्रा हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "एडोम की भूमि से" (देखें: उपलक्षण अलंकार)
עֵשָֽׂו
यह उस पुरुष का नाम है जो एदोमियों का पूर्वज था| देखें कि आपने इसका अनुवाद पद 6 में कैसे किया है| (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
Obadiah 1:9
וְחַתּ֥וּ גִבּוֹרֶ֖יךָ תֵּימָ֑ן
यहोवा एदोमियों से ही बातें कर रहा है परन्तु अब वह उनको तेमान कहता है जो उनकी राजधानी के परिवेश के एक क्षेत्र का नाम था| एदोम का यह भाग अब सम्पूर्ण जाति का प्रतिनिधित्व करेगा| वैकल्पिक अनुवाद: "एदोम के लोगों, तुम्हारे बलवंत सैनिक भी भयभीत होंगे" (देखें: उपलक्षण अलंकार)
תֵּימָ֑ן
एदोम देश के एक क्षेत्र का नाम तेमान था| यहोवा उस देश के एक भाग का नाम लेकर एदोम के सम्पूर्ण सीमान्त प्रदेश का सन्दर्भ दे रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "हे एदोम के निवासियों" (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
לְמַ֧עַן
यहाँ कार्य-कारण का सम्बन्ध है| पद 8 में यहोवा कहता है की वह एडोम्के बुद्धिमानों को नष्ट कर देगा और यहाँ पद 9 में वह कहता है कि एदोम के शूरवीरों का साहस जाता रहेगा (अर्थात वे युद्ध करने का विचार त्याग देंगे) एदोमियों को इन दो वर्गों पर विश्वास था की वे उनकी रक्षा करेंगे| अतः यहोवा इन दोनों वर्गों को नष्ट कर देगा तो इसका परिनाम्परिणाम होगा कि आक्रमणकारी सेनाओं से कोई नहीं बच पाएगा| वैकल्पिक अनुवाद: "परिणामस्वरूप कि" (देखें: संयोजक - लक्ष्य (उद्देश्य) संबंध)
יִכָּֽרֶת־אִ֛ישׁ
यहाँ काट दिया जाएगा एक रूपक है जिसका अभिप्राय है, मार डाला जाएगा| एदोमियों को उनके निवास के पर्वत की परिकल्पना में देखा जा रहा है और उनकी मृत्यु को पर्वत से काट दिए जाने के जैसा| वैकल्पिक अनुवाद: "तेरे क्षत्रु तुम सब को नष्ट कर देंगे" (देखें: रूपक)
יִכָּֽרֶת־אִ֛ישׁ
यहाँ आप कर्तृवाच्य क्रिया रूप काम में ले सकते है और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तेरे क्षत्रु तुम सब को नष्ट कर देंगे" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
אִ֛ישׁ
यहाँ हर एक पुरुष एक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "प्रत्येक प्राणी|" वैकल्पिक अनुवाद: "तुम सब लोग" (देखें: मुहावरे)
מֵהַ֥ר עֵשָׂ֖ו
पद 8 के सदृश्य यहोवा उस सम्पूर्ण सीमान्त प्रदेश को इस एक भाग के नाम से संदर्भित कर रहा है|देखें कि आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "एदोम की धरती पर से" (देखें: उपलक्षण अलंकार)
מִקָּֽטֶל
यह भाव वाचक संज्ञा शब्द, घात होकर काट दिए जाने या मार डाले जाने का प्रबलीकरण करता है| यदि आप अपने अनुवाद में ऐसे भाव वाचक संज्ञा शब्द का प्रयोग नहीं करना चाहते हैं तो आप इसकी अपेक्षा क्रिया विशेषण शब्द काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "हिंसक रूप में" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
מִקָּֽטֶל
कुछ बाईबल अनुवादों में इस वाक्यांश को पद दस के साथ जोड़ा गया है| यदि आप भी ऐसा करना चाहते हैं तो पद 9 का समापन होगा,"...एसव के पर्वत से" और पद 10 का आरम्भ होगा, "नरसंहार और हिंसा के कारण..." (देखें: भाववाचक संज्ञा)
Obadiah 1:10
אָחִ֥יךָ
यहाँ भाई शब्द का प्रयोग सम्बंधित जन जातियों के सन्दर्भ में किया जा रहा है| आपकी भाषा में जो शब्द अत्यधिक व्यावहारिक हो उसका प्रयोग करें| वैकल्पिक अनुवाद: "तेर परिजन जो याकूब के वंशज हैं" (देखें: लक्षणालंकार)
יַעֲקֹ֖ב
यहाँ याकूब नाम यहूदावासियों के सन्दर्भ में है क्योंकि वे उसके वंशज थे| सब लोगों को एक ही व्यक्ति के रूप में दर्शाया जा रहा है अर्थात, उनके पूर्वज के रूप में| (देखें: मानवीकरण)
תְּכַסְּךָ֣ בוּשָׁ֑ה
यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप भाव वाचक संज्ञा शब्द, लज्जा के अनुवाद में क्रिया शब्द काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम अपमानित किए जाओगे" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
תְּכַסְּךָ֣ בוּשָׁ֑ה
किसी वास्तु से ढापेगा एक मुहावरा है जिसका अर्थ है पूर्ण अनुभव करना| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम पूर्णतः लज्जित किए जाओगे" (देखें: मुहावरे)
וְנִכְרַ֖תָּ
यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप क्रिया का कर्तृवाच्य रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तेरे क्षत्रु तुमको नष्ट कर देंगे" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
וְנִכְרַ֖תָּ
आप स्पष्ट कर सकते हैं की कार्य कौन करेगा| वैकल्पिक अनुवाद: "तेरे क्षत्रु तुम्हारा सर्वनाश कर देंगे" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
וְנִכְרַ֖תָּ
जैसा पद 5, में है, काट दिया गया एक मुहावरा है जो नष्ट किये जाने के लिए काम में आता है| देखें की आपने इसका अनुवाद वहाँ कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तेरे क्षत्रु तमको नष्ट कर देंगे" (देखें: मुहावरे)
Obadiah 1:11
עֲמָֽדְךָ֣ מִנֶּ֔גֶד
यह रूपक एदोमियों को एक व्यक्ति जैसा दर्शा रहा है जो खडा खडा देख रहा परन्तु अपने परिजन की सहायता नहीं कर रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "तू ने उसकी सहायता नहीं की" (देखें: रूपक)
שְׁב֥וֹת זָרִ֖ים חֵיל֑וֹ וְנָכְרִ֞ים בָּ֣אוּ שְׁעָרָ֗יו
इन दोनों वाक्यांशों के अर्थ एक ही हैं| इनका संयुक्त प्रयोग यह दर्शाने के लिए किया गया है की यहूदा की दशा जो दयनीय थी उस पर बल दिया जाए| आक्रमणकारी सेनाएं यहूदा के नगरों को तहस नहस कर रही थीं| (देखें: समरूपता)
חֵיל֑וֹ…שְׁעָרָ֗יו
यहाँ उसकी का सन्दर्भ verse 10 में तेरा भाई याकूब से है अर्थात, यहूदा के निवासी| (देखें: मानवीकरण)
חֵיל֑וֹ
इस प्रकरण में धन संपत्ति का अभिप्राय "सेना" भी हो सकता है परन्तु पद 13 में इसका अर्थ स्पस्ट रूप से "धन संपत्ति" है तो इसका अनुवाद यहाँ भी "धन संपत्ति" करना ही उचित होगा|
שְׁעָרָ֗יו
यहाँ फाटकों में निहित अर्थ है, शहरपनाह के फाटक जहां से लोगों का शहर में आवागमन होता था| इनके प्रयोग द्वारा सम्पूर्ण नगर को दर्शाया जा रहा है|वैकल्पिक अनुवाद: "यहूदा के सब नगर" (देखें: उपलक्षण अलंकार)
וְעַל־יְרוּשָׁלִַ֨ם֙ יַדּ֣וּ גוֹרָ֔ל
इसके अर्थ की दो संभावनाएं हैं:(1) लाक्षणिक भाषा में कहने का तात्पर्य है कि परे लोगों के हाथ में यरूशलेम का पूर्ण नियंत्रण था| यारूशालें को इस प्रकार दर्शाया जा रहा है की जैसे वह सब की मनभावन वस्तु है परन्तु उसका विभाजन नहीं किया जा सकता है इसलिए उन्होंने उस पर चिट्ठियाँ डालीं कि देखें कौन उसको पता हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उन्होंने यरूशलेम को तहस नहस भी किया" (2)नगर का नाम संभवतः नगर की धन संपदा का द्योतक है | वैकल्पिक अनुवाद: "और उन्होंने यरूशलेम की धन संपदा को आपस में बाँट लिया"(देखें: रूपक)
גַּם־אַתָּ֖ה כְּאַחַ֥ד מֵהֶֽם
एदोम के लोगों ने परदेशियों और पराए लोगों के सदृश्य काम तो नहीं किए थे परन्तु वे उनके जैसे ही थे क्योंकि उन्होंने यहूदावासियों की सहायता नहीं की जबकि वे तो उनके परिजन ही थे| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप इस जानकारी को समाहित कर सकते हैं जैसा UST में है| (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Obadiah 1:12
וְאַל…וְאַל…וְאַל
पद 12-14 में यहोवा पुरावृत वाक्यों की एक श्रृंखला काम में लेता है कि प्रकट करे कि एदोमियों ने यहूदियों के साथ कैसा बुरा व्यवहार किया था| बोलने या लिखने की इस पुनरावरण शैली को "लितानी" कहते हैं"या एदोमियों के विरुद्ध दोषारोपणों की सूची है| इसके आगे पद 15 और 16 में यहोवा कहता है कि उसने उनको इन सब दोषों का दोषी पाया है और वह उनको दंड देगा|आपकी भाषा में किसी पर दोषारोपण की सूची जिस प्रकार बनाई जाती है उसी को काम में लें| (देखें: सम्भाव्यता माला)
וְאַל־תֵּ֤רֶא
उचित नहीं था की तू देखता रहता इसका अभिप्रेत अर्थ है की एदोमी यहूदा के सर्वनाश को देख कर आनंद मना रहे थे| इसको स्पष्ट करने के लिए आप अपने अनुवाद शैली में इस जानकारी को समाहित कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "देख कर आनंद मनाना तुम्हारेलिए उचित नहीं था" या "देख कर तुमने आनंद मनाया जो बुत बुरी बात थी" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
בְיוֹם־אָחִ֨יךָ֙ בְּי֣וֹם נָכְר֔וֹ
ये दो वाक्यांश, अपने भाई के दिन में और उसकी विपत्ति के दिन में इनका संय्जित अर्थ है,"अपने भाई की दुर्दशा के दिन|" यदि इन दोनों वाक्यांशों को रखना उलझन उत्पन्न करे तो आप इनको एक ही वाक्यांश में संयोजित कर सकते हैं जैसा UST में है| (देखें: हेन्डियडिस)
בְיוֹם
यहाँ के दिन एक मुहावरा है जिसका सन्दर्भ अनिश्चित समय से है जिसका अर्थ है, एक दिन से अनेक दिनों तक| वैकल्पिक अनुवाद: "के समय" (देखें: मुहावरे)
אָחִ֨יךָ֙
जैसा पद 10 में है,यहोवा यहूदावासियों को एसाव के वंशजों का भाई कहता है क्योंकि उनका पूर्वज, याकूब एसाव (एदोम) (देखें: मानवीकरण)
לִבְנֵֽי־יְהוּדָ֖ה
यहाँ पुत्रों का सन्दर्भ केवल पुरुषों से नहीं है| इसका सन्दर्भ याकूब के पुत्र यहूदा के सब वंशजों से है| व्यापक अर्थ में देखें तो, इसका सन्दर्भ इस समय यहूदा राज्य में आकर बसने वाले विभिन्न गोत्रों के सब इस्राएलियों से है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस्राएलियों पर" (देखें: जब पुल्लिंग शब्दों में स्त्रियाँ शामिल होती हैं)
וְאַל־תַּגְדֵּ֥ל פִּ֖יךָ
गर्वोक्ति और उपहास के लिए यह एक मुहावरा है| किसी की दुर्दशा को देखने के परिप्रेक्ष्य में उपहास अधिक अर्थपूर्ण है|वैकल्पिक अनुवाद: "तुमको उनका उपहास नहीं करना था" (देखें: मुहावरे)
Obadiah 1:13
בְּי֣וֹם אֵידָ֔ם…בְּי֣וֹם אֵיד֑וֹ…בְּי֥וֹם אֵידֽוֹ
इस काव्य शैली में एक ही एक उक्ति को प्रत्येक पंक्ति के अंत में रकने का उद्देश्य है कि विपत्ति पर बल दिया जाए कि वह कैसे भयानक थी| यदि आपकी भाषा में उतरोत्तर बलाघात के लिए ऐसी शैली का प्रयोग नहीं होता है तो आप इन तीनों प्रतिपादनों को एक कर सकते हैं और किसी और रूप में प्रकट कर सकते हैं की यह बहुत ही बुरी बार थी, जैसा UST में है| (देखें: समरूपता)
אֵידָ֔ם…אֵיד֑וֹ…אֵידֽוֹ
इस पद की प्रथम पंक्ति में उसके शब्द मेरी प्रजा के सन्दर्भ में है| दूसरी और तीसरी पंक्तियों में परमेश्वर की प्रजा को पुनः उनके पूर्वज याकूब के रूप में प्रकट किया गया है| यही कारण है कि उनको एक वचन सर्वनाम, उसके से संबोधित किया गया है (देखें पद 10). यदि आपकी भाषा में यह परिवर्तन उलझन का कारन हो तो आप इस प्रकार के मानव रूप को अनदेखा करके तीनों पंक्तियों में, उन लोगों के सन्दर्भ में बहुवचन सर्वनामों का उपयोग कर सकते हैं| (देखें: मानवीकरण)
גַם־אַתָּ֛ה
यहिओवा एदोमियों पर सीधा दोषारोपण करता है और वह विस्मय बोधन द्वारा बल देता है| इस विस्मय बोधन में क्रोध निहित है, उनके ध्यानाकर्षण की मांग है और संभवतः चेतावनी भी है की वे निर्दोष होने का दावा नहीं कर सकते हैं| यदि इसको दुसरे वाक्य के मध्य रखना उलझनकारी हो तो अप्प एक नया वाक्य बना सकते हैं जिसका अंत विस्मयबोधक चिन्ह से हो, वर्तमान वाक्य के पूर्व या अंत में| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं तुम से बात कर रहा हूँ" (देखें: विस्मयादिबोधक)
אַל־תֵּ֧רֶא
इस प्रकरण में देखता रहता "देख कर आनंदित होना" के लिए एक मुहावरा है| देखें कि आपने इस पद का अनुवाद पद 12 में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमको उनके दुखों पर आनंदित नहीं होना था" (देखें: मुहावरे)
וְאַל־תִּשְׁלַ֥חְנָה בְחֵיל֖וֹ
यहाँ तू शब्द स्त्रीलिंग है और बहुवचन में है, ओबद्याह के शेष सम्पूर्ण पुस्तक में यह शब् पुल्लिंग है और एकवचन में है| संभव है कि परमेश्वर यह विशेष करके स्त्रियों के सन्दर्भ में कह रहा है कि कहीं वे न सोचें कि वे निर्दोष हैं| अतः यहाँ स्त्रीलिंग बहुवचन का प्रयोग करें या किसी और रूप में संकेत दें कि इसका अर्थ है,"तुम स्त्रियों|" (देखें: तुम के प्रारूप)
Obadiah 1:14
הַפֶּ֔רֶק
तिरमुहाने वह स्थान होता है जहां दो मार्ग जुड़ते हैं| (देखें: अज्ञात का अनुवाद)
לְהַכְרִ֖ית
यहाँ काट डालने के लिए एक रूपक है जिसका अर्थ है, "मार डालने के लिए|" यह संभवतः फसल काटने के समय अन्न काटने की तुलना में है| देखें कि आपने इसी रूपक का अनुवाद पद 9 में कैसे किया है| (देखें: रूपक)
וְאַל־תַּסְגֵּ֥ר שְׂרִידָ֖יו
यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप वर्णन कर सकते हैं कि एदोमी यहूदी उत्तरजीवियों को पकड़ कर किसके हाथों में सौंप रहे थे| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हे उत्तरजीवियों को पकड़ कर क्षत्रुओं के सैनिकों के हाथों में देना कदापि उचित नहीं था" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Obadiah 1:15
כִּֽי־קָר֥וֹב יוֹם־יְהוָ֖ה עַל־כָּל־הַגּוֹיִ֑ם כַּאֲשֶׁ֤ר עָשִׂ֨יתָ֙ יֵעָ֣שֶׂה לָּ֔ךְ גְּמֻלְךָ֖ יָשׁ֥וּב בְּרֹאשֶֽׁךָ
बाईबल के विद्वानों को निश्चय नहीं है कि पद 15 एक नए भाग के आरम्भ में पद 14 से जुडा हुआ है जो पिछले भाग का अंत है या वह पद 16 से जुड़ कर नए भाग का आरम्भ है| अनेक बाईबल यहाँ अंतराल दर्शाते हैं और पद 15 के पहले एक शीर्षक देती हैं जैसे,"परमेश्वर अन्य जातियों का न्याय करेगा|"
כִּֽי־קָר֥וֹב יוֹם־יְהוָ֖ה עַל־כָּל־הַגּוֹיִ֑ם
यहाँ यहोवा एदोमियों को कारण बता रहा है कि उनको पद 11-14 में चर्चित उन सब अनर्थ कार्यों को इस्राएलियों के साथ क्यों नहीं करना थे वरन उनकी सहायता करनी थी|यह इसलिए कि यहोवा अति शीघ्र सब जातियों को दंड देगा क्योंकि उन्होंने अन्यों के साथ जो अनुचित व्यवहार किया है| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं,जैसा UST में है| (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
יוֹם־יְהוָ֖ה
यहोवा के दिन एक अभिव्यक्ति है जिसका अर्थ है, एक निश्चित समय जब परमेश्वर मनुष्यों को उनके पापों का दंड देगा| वैकल्पिक अनुवाद: "वह निश्चित समय जब मैं, यहोवा मनुष्यों के पापों का न्याय करूंगा और उनको दंड दूंगा" (देखें: मुहावरे)
קָר֥וֹב
इस प्रकरण में निकट का अर्थ है, "निकट समय में" वैकल्पिक अनुवाद: "अति शीघ्र होने वाला है"
יֵעָ֣שֶׂה לָּ֔ךְ
आपको उचित लगे तो आप कर्तिर्वाच्य में अनुवाद कर सकते हैं और काम के करने वाले को दर्शा सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं भी तुम्हारे साथ वैसा ही करूंगा" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
גְּמֻלְךָ֖ יָשׁ֥וּב בְּרֹאשֶֽׁךָ
यह एक रूपक है जिसके द्वारा एदोमियों को मनुष्यों के लिए अनर्थ कार्य करते दर्शाया गया है| अब वही सब लौट कर उनके सिरों पर आ पडेगा जो पीडादायक होगा| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे साथ भी ज्यों का त्यों ऐसा ही होगा" (देखें: रूपक)
בְּרֹאשֶֽׁךָ
सिर सम्पूर्ण मनुष्य के प्रतिनिधित्व में काम में लिया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे " (देखें: उपलक्षण अलंकार)
Obadiah 1:16
כִּ֗י כַּֽאֲשֶׁ֤ר שְׁתִיתֶם֙
जैसा पद 15 के आरम्भ में था, यहाँ भी यह संयाजक शब्द, इसलिए कारण प्रकट करता है कि एदोमियों को इस्राएलियों के विरुद्ध आक्रमण में सहभागी होने की अपेक्षा उनकी सहायता क्यों करनी थी| यहाँ भी यहोवा कहता है कि वह किस प्रकार सब जातियों को मनुष्यों के साथ उनके अमानवीय व्यवहार के कारण अति शीघ्र दंड देगा| इसको स्पष्ट करने के लिए दो संभावनाएं हैं, यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो| इन दोनों संभावनाओं में से चयन करना निर्भर करेगा की आप तू के के संकेत का अर्थ निर्धारण कैसे करते हैं| यहाँ तू* सहबद पुल्लिंग बहुवचन में है जो इस पुस्तक में पहली और एक ही बार इस रूप में प्रयुक्त है, अन्यथा सम्पूर्ण पुस्तक में एडोमियों को पुल्लिंग एकवचन द्वारा संबोधित किया गया है| पुस्तक में यह द्वितीय पुरुष का अंतिम प्रकटीकरण है| (1) इन अवलोकनों के कारण, यहाँ वरन सम्पूर्ण बाईबल में, पीना शब्द एक रूपक है जिसका निहितार्थ है, दंड भोगना,और इस कष्ट का स्थान है यरूशलेम का पर्वत सिय्योन| ऐसा प्रतीत होता है कि यहाँ ओबद्याह एदोमियों को संबोधित करना छोड़ कर इस्राएलियों की ओर उन्मुख होता है| पुस्तक के आरम्भ में, ओबद्याह इस्रालियों को भी समाहित करता है जब वह कहता है,"हम लोगों ने यहोवा की ओर से समाचार सूना है|" अब पुस्तक के अंत में पहुँचते पहुँचते वह पुनः उनको संबोधित करता है और आश्वासन देता है कि इस्राएलियों के साथ उनके अनुचित व्यवहार के कारण दंड अवश्य मिलेगा| UST में देखें| (2) **तू शब्द एदोमियों के सन्दर्भ में भी हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुम्हारे लिए आवश्यक था कि इस्राएलियों की सहायता करते, क्योंकि जैसे तुमने पीया है" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
כַּֽאֲשֶׁ֤ר שְׁתִיתֶם֙
ओबद्याह की सम्पूर्ण पुस्तक में एदोम जाति को एकवचन पुल्लिंग "तू" से संबोधित किया गया है| (केवल एकमात्र स्थान पद 13 में स्त्रीलिंग बहुवचन है जो एदोम की स्त्रियों के सन्दर्भ में है). तथापि, यहाँ *तू पुल्लिंग बहुवचन है| यह किसके सन्दर्भ में है इसकी दो संभावनाएं हैं: (1) इसका सन्दर्भ इस्राएलियों से है| इससे प्रकट होगा कि एकवचन से बहुवचन में क्यों परिवर्तन आया| जिस प्रकार ओबद्याह पद 1 में इस्राएलियों को संबोधित करता है, उसी प्रकार वह यहाँ भी उनको बहुवचन में संबोधित करता है| यह व्याख्या यहाँ वरन सम्पूर्ण बाईबल में प्रयुक्त रूपक से सुसंगत है जिसका अभिप्राय है, कष्ट और ईश्वरीय दंड ऐसे पेय पदार्थ के तुल्य हैं जिससे मनुष्य लडखडाता है और गिर कर मर जाता है| यरूशलेम में इस्राएली कष्ट उठा कर मरे जब उनका शहर नष्ट किया गया था| इसके द्वारा इस पद में पिछले पद के विचार के साथ तुलना भी है की जिस प्रकार एदोमियों ने इस्राएल को कष्ट दिया, उसी प्रकार एदोमी भी कष्ट उठाएंगे| UST में देखें| (2) यह एदोमियों के सन्दर्भ में भी हो सकता है| इस परिदृश्य में, तुलना की गई है कि यरूशलेम के विनाश को देख एदोमियों ने मदिरा पी कर उत्सव मनाया था जिसके परिणामस्वरूप वे उपमा रूप में परमेश्वर के दंड को पिएंगे|या तो ऐसा है या इस क्रिया शब्द को भावी अर्थ में रखा जाए और तुलना की जाए कि परमेश्वर कैसे एदोमियों को यरूशलेम में दंड देगा और परमेश्वर कैसे अन्य जातियों को दंड देगा| वैकल्पिक अनुवाद: "ठीक वैसे ही जैसे मैं तुझे दंड दूंगा" (देखें: सर्वनाम - उनका कब उपयोग करें)
שְׁתִיתֶם֙
Tकिसी पेय पदार्थ को पीने का रूपक बाईबल में अधिकतर कष्ट भोगने या परमेश्वर से दंड पाने के सन्दर्भ में काम में लिया गया है| वैकल्पिक अनुवाद: "तुमने कष्ट भोगा" या "मैं ने तुमको दंड दिया" (देखें: रूपक)
עַל־הַ֣ר קָדְשִׁ֔י
पवित्र पर्वत पर्वत सिय्योन के सन्दर्भ में है और इस प्रकार, यरूशलेम के सन्दर्भ में है| अतः यहाँ यरूशलेम उससे निकट सम्बन्ध में किसी वस्तु के नाम से संदर्भित किया जा रहा है, अर्थात जिस पर्वत पर वह नगर बसा हुआ है| वैकल्पिक अनुवाद: "मेरे पवित्र नगर, यरूशलेम में" (देखें: लक्षणालंकार)
יִשְׁתּ֥וּ כָֽל־הַגּוֹיִ֖ם תָּמִ֑יד
यहाँ वही रूपक, पिएँगी काम में लिया जा रहा है जिसका अर्थ है, "कष्ट भोगना" या "दंड भोगना" वैकल्पिक अनुवाद: "मैं सब जातियों को लगातार दंड देता रहूँगा" (देखें: रूपक)
וְשָׁת֣וּ וְלָע֔וּ
यहाँ जिन शब्दों का अनुवाद पीती रहेंगी और सुड़क-सुड़क कर पीएंगी के अर्थ एक ही हैं| इनका संयोजित उपयोग एक ही अर्थ को प्रबल बानाने के लिए है| यदि आपकी भाषा में ऐसे दो समानार्थक शब्द नहीं हैं तो आप एक ही शब्द काम में ले सकते हैं और अर्थ के प्रबलीकरण हेतु कोई और रूप काम में ले सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे उसको पूरा का पूरा पी जाएँगे" (देखें: दोहरात्मक)
וְשָׁת֣וּ וְלָע֔וּ
यहाँ भी पीती रहेंगी और सुड़क-सुड़क कर पीएंगी** कष्टवहन और दंड भोगने के रूपक हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं उनको असीम कष्ट दूंगा" (देखें: रूपक)
Obadiah 1:17
וּבְהַ֥ר צִיּ֛וֹן תִּהְיֶ֥ה פְלֵיטָ֖ה
यह भाव वाचक संज्ञा शब्द, बचे हुए उन इस्राएलियों के सन्दर्भ में है जो यहोवा द्वारा अन्य जातियों को दण्डित करने के उपरान्त यरूशलेम में जीवित रहेंगे| जैसा 1:16 में कहा गया है कि अन्य जातियां विलोप हो जाएँगी परन्तु याकूब के वंशज एक जाति रूप में बने रहेंगे| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु यरूशलेम में कुछ लोग अवश्य बचे रहेंगे" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
וּבְהַ֥ר צִיּ֛וֹן
यह एक उपमा है जो यरूशलेम से निकट सम्बंधित किसी वस्तु के नाम के द्वारा उसके सन्दर्भ में है अर्थात वह पर्वत जिस पर यह नगर बसा हुआ है| वैकल्पिक अनुवाद: "परन्तु यरूशलेम में" (देखें: लक्षणालंकार)
וְהָ֣יָה קֹ֑דֶשׁ
यदि आपकी भाषा में भाववाचक संज्ञा शब्दों का प्रयोग नहीं है तो आप इस शब्द, पवित्रता का अनुवाद विशेषण शब्द से कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और वह एक पवित्र स्थान होगा" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
בֵּ֣ית יַֽעֲקֹ֔ב
यहाँ याकूब का घरानाएक मुहावरा है जिसका अर्थ है, "याकूब के वंशज" और व्यापक अर्थ में, समस्त इस्राएली| वैकल्पिक अनुवाद: "इस्राएल की प्रजा" (देखें: मुहावरे)
אֵ֖ת מוֹרָֽשֵׁיהֶם
यहाँ निज भाग का सन्दर्भ उस भूभाग से है जो पीढ़ी से पीढ़ी तक प्रत्येक इस्राएली परिवार और कुल का होने के लिए निश्चित था| यदि बहुवचन का उपयोग उलझन का कारण हो तो आप इसका अनुव्वाद एक शब्द में ही कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "उनमें से प्रत्येक का अपना निजि भूभाग"
Obadiah 1:18
וְהָיָה֩ בֵית־יַעֲקֹ֨ב אֵ֜שׁ וּבֵ֧ית יוֹסֵ֣ף לֶהָבָ֗ה
इन दोनों अभ्व्यक्तियों के अर्थ एक ही हैं|यहोवा प्रकट कर रहा है कि जो वह कह रहा है, महत्वपूर्ण है इसलिए वह एक से अधिक बार कहता है| याकूब का घराना और यूसुफ़ का घराना सम्पूर्ण इस्राएल के द्योतक हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "इस्राएली आग के सदृश्य होंगे| हाँ, वे लौ के तुल्य ठहरेंगे" यदि इस प्रकार दो बार कहना उलझन का कारन हो तो आप इनको एक ही अभिव्यक्ति में संयोजित कर सकते हैं, जैसा UST में है| (देखें: समरूपता)
בֵית־יַעֲקֹ֨ב
यहाँ घराना शब्द का अर्थ है, किसी मनुष्य विशेष के वंशज| याकूब के सब वंशजों को इस प्रकार दर्शाया जा रहा है कि जैसे वे सब एक साथ रहने वाला घाराना हो| वैकल्पिक अनुवाद: "सब इस्राएली" (देखें: लक्षणालंकार)
וּבֵ֧ית יוֹסֵ֣ף
यूसुफ़ के वंशजों को भी लाक्षणिक रूप में ऐसे ही दर्शाया जा रहा है कि जैसे वे सब एक ही घाराना हों| यूसुफ़ याकूब का पुत्र था और उसके वंशज इस्राएल की जनसंख्या का वृहत भाग हुए| अतः यहोवा उसके वंशजों के द्वारा सम्पूर्ण जाति का प्रतिनिधित्व दर्शा रहा है| (देखें: उपलक्षण अलंकार)
וּבֵ֤ית עֵשָׂו֙…לְבֵ֣ית עֵשָׂ֔ו
एसव (एदोम) के वंशजों को भी लाक्षणिक रूप में एक ही परिवार स्वरूप दर्शाया जा रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "एदोम के लोग" (देखें: लक्षणालंकार)
אֵ֜שׁ…לֶהָבָ֗ה…לְקַ֔שׁ
इस उपमा में यहोवा कह रहा है की इस्राएली आग और लौ के तुल्य होंगे और एदोमी फूस के सदृश्य होंगे और इस्राएली एदोमियों के साथ वैसा ही करेंगे जैसा आग और लौ फूस के साथ करती हैं| दुसरे शब्दों में, जैसे आग और लौ फूस को जला कर भस्म कर देती हैं वैसे ही बचे हुए इसराली सम्पूर्ण एदोम को जीत लेंगे| यदि आपकी भाषा में यह रूपक अंतर्ग्रहण योग्य न हो तो आप इसके लिए उपमा काम में ले सकते हैं,जैसा UST में है| (देखें : रूपक)
לְקַ֔שׁ
खूंटी शब्द का अभिप्राय है फसक काटने के बाद खेत में बचे हुए पौधों के सूखे डंठल| वैकल्पिक अनुवाद: "फूस के सदृश्य" (देखें: अज्ञात का अनुवाद)
וְדָלְק֥וּ בָהֶ֖ם וַאֲכָל֑וּם
आग लगाकर और भस्म करेंगे इनके अर्थ लगभग एक ही हैं| यहोवा इन दोनों शब्दों का संयोजित उपयोग करके इनके अर्थ पर बल देता है| यदि आपकी भाषा में ऐसे दो समानार्थक शब्द न हों या इसको दो बार कहना उलझन उत्पन्न करे तो आप इनको एक वाक्यांश में संयोजित कर सकते हैं और इनके अर्थ को किसी और रूप में प्रबल प्रकट कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "और वे उनको जलाकर भस्म कर देंगे" या "वे उनको पुरतः जला देंगे" (देखें: दोहरात्मक)
כִּ֥י
यहाँ इसलिए से संकेत मिलता है किअग्रिम वृत्तांत पिछली बातों का कारण है| यहोवा पाठक को स्मरण कराता है कि इसा निश्चय ही होगा क्योंकि यह सन्देश उसका है| यदि आपकी भाषा स्पष्ट हो तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं, जैसा UST में है| (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
כִּ֥י יְהוָ֖ה דִּבֵּֽר
यहाँ यहोवा अपने लिए तृतीय पुरुष काम में ले रहा है| यदि आपकी भाषा में यह उलझन का कारण हो तो आप इसको प्रथम पुरुष मेबं बदल सकते हैं जैसा UST में है| (देखें: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरुष)
Obadiah 1:19
וְיָרְשׁ֨וּ
यह सम्पूर्ण पद वर्णन करता है कि इस्राएल के विभिन्न भागों में रहने वाले लोग अपने अपने परिवेश के क्षेत्रों को जीत रहे हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जीत लेंगे"
הַנֶּ֜גֶב
नेगेव यहूदा के दक्षिणी भाग का नाम है जो निर्जल, चट्टानी और बंजर स्थान है| इसका उपयोग वहाँ के निवासियों के प्रतिनिधित्व के निमित्त है| लोगों का वर्णन उनसे निकट सम्बंधित किसी वस्तु के नाम से किया जा रहा है अर्थात उनके निवास स्थान से| वैकल्पिक अनुवाद: "नेगेव में रहने वाले इस्राएली" (देखें: लक्षणालंकार)
הַ֣ר עֵשָׂ֗ו
यह एदोम के पर्वतों में से एक है| देखें कि आप ने इसका अनुवाद पद 8 और 9 में कैसे किया है| यहोवा एक प्रमुख नाम के द्वारा सम्पूर्ण एदोम का सन्दर्भ दे रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "एदोम देश" (देखें: उपलक्षण अलंकार)
וְהַשְּׁפֵלָה֙
शेफेलाह इस्राएल के पश्चिमी पर्वतों की तलहटी का नाम है| इस स्थान को लाक्षणिक रूप में काम में लिया जा रहा हैजो वहाँ के निवासियों का प्रतिनिधित्व करता है| लोगों का वर्णन उनसे निकट सम्बंधित किसी वस्तु, उनके निवास स्थान, के नाम के द्वारा किया जा रहा है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस्राएली जो पश्चिमिम पर्वतों की तलहटी में रहते हैं" (देखें: लक्षणालंकार)
וְהַשְּׁפֵלָה֙ אֶת־פְּלִשְׁתִּ֔ים
यहाँ पाठक से अपेक्षा की जाती है कि वह क्रिया शब्द, अधिकारी होंगे का समावेश करेजो पिछले उपवाक्य में है| वैकल्पिक अनुवाद: "और जो इस्राएली शेफेलाह में रहते हैं वे पलिश्तियों के देश के अधिकारी होंगे" (देखें: पदन्यूनता)
פְּלִשְׁתִּ֔ים
पलिश्ती वे लोग थे जिन्होंने इस्राएल के पश्चिम के भूभाग पर अधिकार कर लिया था| यहाँ लोगों को उस स्थान का प्रतिनिधित्व करता दर्शाया गया है| इसको फिनिके का क्षेत्र भी कहा जाता था| वैकल्पिक अनुवाद: "पलिश्तियों का क्षेत्र" (देखें: लक्षणालंकार)
וְיָרְשׁוּ֙
“इस्राएल के लोग अधिकारी होंगे”
אֶת־שְׂדֵ֣ה אֶפְרַ֔יִם וְאֵ֖ת שְׂדֵ֣ה שֹׁמְר֑וֹן
यहाँ दिहात एक वृहत खुले स्थान के सन्दर्भ में है और एप्रैम के सम्पूर्ण क्षेत्र को दर्शाता हैजो समारिया नगर को घेरे हुए था| वैकल्पिक अनुवाद: "वह सम्पूर्ण क्षेत्र जो एप्रैम के लोगों का वरन सामरिया को घेरे हुए सम्पूर्ण भूभाग" (देखें: उपलक्षण अलंकार)
וּבִנְיָמִ֖ן
यहाँ बिन्यामीन* उन लोगों का द्योतक है जो बिन्यामीन के गोत्र के थे| इस सब लोगों को इस प्रकार दर्शाया जा रहा है कि जैसे वे सब एक व्यक्ति, उनका पूर्वज हैं| UST में देखें| (देखें: मानवीकरण)
וּבִנְיָמִ֖ן אֶת־הַגִּלְעָֽד
यहाँ पाठक से अपेक्षा की गई है कि वह क्रिया, अधिकार करेंगे का समावेश करे जो पिछले उपवाक्य में है| वैकल्पिक अनुवाद: "और बिन्यामीन के गोत्र के लोग गिलाद के भूभाग पर अधिकार करेंगे" (देखें: पदन्यूनता)
הַגִּלְעָֽד
गिलाद इस्राएल के पूर्व में, यार्दन नदी के पार का क्षेत्र था| इसका उपयोग पूर्व के क्षेत्र को दर्शाने के लिए किया जा रहा है| UST में देखें| (देखें: उपलक्षण अलंकार)
Obadiah 1:20
וְגָלֻ֣ת הַֽחֵל־הַ֠זֶּה
यहाँ बंधुआ एकवचन समूहवाचक संज्ञा शब्द है जिसमें सब निर्वासित लोग समाहित हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "स्वदेश से बंदी बना कर ले जाए जाने वाले सब लोगों का वृहत समूह" (देखें: INVALID translate/grammar-collectivenouns)
הַֽחֵל
यहाँ जिस शब्द का अनुवाद सेना किया गया है उसका अभिप्राय "लोगों की विशाल संख्या" भी हो सकता है| इस प्रकरण में लोगों की विशाल संख्या को भूभाग पर अधिकार करने के अभिप्राय में भी काम में लिया गया है, अतः वे एक सेना के रूप में काम करेंगे| यदि आपकी भाषा में कोई ऐसा शब्द है जिसका अर्थ इन दोनों के सापेक्ष हो तो उसका प्रयोग यहाँ करें| यदि नहीं है तो सर्वोचित शब्द का प्रयोग करें|
לִבְנֵ֨י יִשְׂרָאֵ֤ל
इस्राएल के पुत्रों के दो संभावित अर्थ हो सकते हैं: (1) इस प्रकरण में, इस्राएल को उत्तर के क्षेत्र पर अधिकार करता दर्शाया गया है और वह यरूशलेम की विषमता में है| अतः ऐसा प्रतीत होता है कि इस्राएल के पुत्रों का सन्दर्भ उत्तरी राज्य इस्राएल से है| वैकल्पिक अनुवाद: "उत्तरी इस्राएल से" (2) इसका सन्दर्भ सब इस्राएलवंशियों से हो सकता है| वैकल्पिक अनुवाद: "इस्राएल के लोगों से" (देखें: रूपक)
אֲשֶֽׁר־כְּנַעֲנִים֙
कनान देश वह स्थान था जहां इस्राएली बन्धुआई में जाने से पहले रहते थे| अतः लोगों को उनके पूर्वकालिक स्थान के नाम से पुकारा जा रहा है और वहीं पर वे पुनः वास करेंगे| वैकल्पिक नौवाद: "जो कनान देश में रहते थे" (देखें: लक्षणालंकार)
עַד־צָ֣רְפַ֔ת
सारपत इस्राएल के उत्तर में भूमध्य सागर के तट पर, सर और सैदा के मध्य एक फिनिके नगर था| वैकल्पिक अनुवाद: "उत्तर में सारपत तक दूर" (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
עַד־צָ֣רְפַ֔ת
पाठक से अपेक्षा के गई है कि वह क्रिया पद्बंद, अधिकार करेंगे "जीत लेंगे" का समावेश करे जो पिछले वाक्य में है| वैकल्पिक अनुवाद: "उत्तर में सुदूर सारपत तक का क्षेत्र जीत लेंगे" (देखें: पदन्यूनता)
וְגָלֻ֥ת יְרוּשָׁלִַ֖ם
यहाँ बन्धुआई समूहवाचक एकवचन संज्ञा शब्द है जिसमें वे सब लोग समाहित हैं जिनको यरूशलेम स्थित उनके घरों से बंदी बना कर दूर ले जाया गया था| वैकल्पिक अनुवाद: "वे लोग जिनको उनके यरूशलेम स्थित घरों से बंदी बना कर दू ले जाया गया था" (देखें: INVALID translate/grammar-collectivenouns)
בִּסְפָרַ֑ד
सपारद एक ऐसा स्थान था जिसकी भौगोलिक स्थिति आज के विद्वानों के लिए अज्ञात है| कुछ विशेषज्ञों का सुझाव है की यह सार्दिस के सन्दर्भ में है जो लुदिया के क्षेत्र में था| यह एशिया माइनर में इस्राएल के उत्तरपश्चिम में (जो आज तुर्किस्तान है) हो सकता था| वैकल्पिक अनुवाद: "वर्तमान में स्पाराद में वास करते हैं" (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
יִֽרְשׁ֕וּ
नेगेव के नगरों को जीतने के लिए इन निर्वासितों को पहले तो उन दूरस्थ स्थानों से लौटना होगा जहां वे रह रहे हैं| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप इसका अनुवाद सविस्तार कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "वे लौट कर आएँगे और जीत लेंगे" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
הַנֶּֽגֶב
नेगेव यहूदा के दक्षिणी, निर्जल, चट्टानी और बंजर स्थान का नाम है| देखें की आपने इसका अनुवाद पद19 में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "यहूदा का दक्षिणी निर्जन प्रदेश" (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
Obadiah 1:21
וְעָל֤וּ מֽוֹשִׁעִים֙ בְּהַ֣ר צִיּ֔וֹן לִשְׁפֹּ֖ט אֶת־הַ֣ר עֵשָׂ֑ו
यद्यपि सिय्योन पर्वत यरूशलेम के लिए लाक्षणिक नाम है, अतः अच्छा होगा कि यरूशलेम के इस ऊँचे स्थान के रूपक को ज्यों का त्यों ही रखा जाए क्योंकि वहाँ परमेश्वर का मंदिर था| इससे यह भी होगा कि इसकी तुलना एसव के पहाड़ से हो जाएगी| एदोम ने गर्व किया था कि वह बहुत उंचा है उसको नीचे लाने वाला कोई नहीं है| परन्तु इस रूपक के माध्यम से यहोवा कहता है कि वह उसको नीचे गिराएगा और उसके अपने लोगों को अपेक्षकृत ऊँचे पर बसाएगा| आप इसी अर्थ को सरल भाषा में व्यक्त करने का चुनाव भी कर सकते हैं, यदि वह स्पष्ट हो और आप उस ही रूप में इस पुस्तक का अनुवाद कर रहे हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "इस्राएल के उद्धारक ऊपर यरूशलेम को जाएंगे और एदोम पर राज करेंगे, एदोम, जिसने ऊँचाइयों पर से सोचा था कि वह बहुत उंचा है" (देखें: लक्षणालंकार)
מֽוֹשִׁעִים֙
यहाँ उद्धार करने वाले इस्राएली सेना के अगुओं के सन्दर्भ में है जिनके हाथों परमेश्वर एदोम देश को पराजित करेगा| वैकल्पिक अनुवाद: "वे अगुवे जिन्होंने इस्राएल को बचाया था"
בְּהַ֣ר צִיּ֔וֹן
यहोवा यरूशलेम को उससे सम्बंधित किसी वस्तु के नाम से लाक्षणिक रूप में संदर्भित कर रहा है अर्थात उस पर्वत के नाम से जिस पर वह नगर बसा हुआ है| देखें कि आपने इसका अनुवाद पद 16 और 17 में कैसे किया हैहै| वैकल्पिक अनुवाद: "यरूशलेम को" (देखें: लक्षणालंकार)
הַ֣ר עֵשָׂ֑ו
यह वाक्यांश उस पर्वतीय प्रदेश का सन्दर्भ देता है जहां याकूब का भाई एसव जो एदोमियों का पूर्वज था, जाकर बस गया था| अतः इसका अर्थ है कि "एसव और उसके वंशजों का हो जाने वाला वह पर्वतीय प्रदेश| देखें कि आपने इसका अनुवाद पद 8,9 और 19 में कैसे किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "एदोम देश" (देखें: उपलक्षण अलंकार)
וְהָיְתָ֥ה לַֽיהוָ֖ה הַמְּלוּכָֽה
इस वाक्यांश द्वारा बल दिया गया है कियाहोवा व्यक्तिगत रूप से इस्राएल पर राज करेगा जब वे एदोम पर राज करेंगे| वैकल्पिक अनुवाद: "यहोवा सब पर राजा होगा"