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Titus

Titus front

तीतुस का परिचय

भाग 1: सामान्य परिचय

तीतुस की पुस्तक की रूपरेखा

1। पौलूस तीतुस को धर्मी अगुवे नियुक्त करने के निर्देश देता है (1:1-16) 1। पौलूस तीतुस को निर्देश देता है कि वह लोगों को धर्मी जीवन जीने के लिए प्रशिक्षित करे (2:1-3:11) 1। पौलूस अंत में अपनी कुछ योजनाएँ बताता है और विभिन्न विश्वासियों को शुभकामनाएँ भेजता है (3:12-15)

तीतुस की पुस्तक किसने लिखी?

पौलूस ने तीतुस की पुस्तक को लिखा। पौलूस तरसुस नगर का निवासी था। वह अपने प्रारंभिक जीवन में शाऊल के नाम से जाना जाता था। मसीही बनने से पहले पौलूस एक फरीसी था। उसने मसीहियों को सताया। मसीही बनने के बाद, उसने पूरे रोमी साम्राज्य में लोगों को यीशु के बारे में बताते हुए अनेक यात्राएँ कीं।

तीतुस की पुस्तक किस बारे में है?

पौलूस ने यह पत्र अपने सहकर्मी, तीतुस को लिखा जो क्रेते द्वीप पर कलीसियाओं का नेतृत्व करता था। पौलूस उसे कलीसियाओं में अगुवे नियुक्त करने का निर्देश देता है। पौलूस इस बात का भी वर्णन करता है कि विश्वासियों को एक दुसरे के साथ कैसे व्यवहार करना चाहिए। और वह उन सबको उस तरह से जीने के लिए उत्साहित करता है जो परमेश्वर को प्रसन्न करे।

इस पुस्तक के शीर्षक का अनुवाद किस तरह होना चाहिए?

अनुवादक इसे इसके परम्परागत नाम, तीतुस नाम से संबोधित कर सकते हैं। या फिर वे और अधिक स्पष्ट नाम का चयन कर सकते हैं, जैसे तीतुस के लिए पौलूस की पत्री या** तीतुस से लिए पत्री।** (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)

भाग 2: महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक सिद्धांत

कलीसिया के अन्दर लोग किस रूप में सेवा कर सकते हैं?

एक स्त्री या तलाकशुदा पुरुष कलीसिया में नेतृत्व के पदों पर सेवा कर सकते है या नहीं इस बारे में तीतुस की पुस्तक में कुछ शिक्षाएँ हैं। विद्वान इन शिक्षाओं के अर्थ के सम्बन्ध में असहमत हैं। इस पुस्तक का अनुवाद करने से पूर्व इन मुद्दों पर आगे अध्ययन करना आवश्यक होगा।

भाग 3: महत्वपूर्ण अनुवाद के मुद्दे

एकवचन और बहुवचन तुम

इस पुस्तक में, “मैं” शब्द पौलूस के लिए संबोधित है। साथ ही, “तुम” शब्द ज्यादातर एकवचन होता है और तीतुस के लिए संबोधित है। 3:15 को छोड़ कर (देखें: विशिष्ट एवं संयुक्त ‘‘हम’’ और तुम के प्रारूप)

हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर का अर्थ क्या है?

इस पत्र में यह एक सामान्य वाक्यांश है। पौलूस चाहता था कि पाठक यह सोचें कि परमेश्वर ने उन्हें मसीह में अपने विरुद्ध पाप करने के लिए किस प्रकार क्षमा दी है। और इस तरह क्षमा करने के द्वारा उसने उन्हें उस दण्ड से बचा लिया जो वह सब लोगों का न्याय करके देता । एक समरूप वाक्यांश इस पत्र में उपयोग हुआ है * अपने महान परमेश्वर और उद्धारकर्ता यीशु मसीह *

Titus 1

तीतुस 01 सामान्य टिप्पणियाँ

संरचना एवं स्वरूपण

पौलुस इस पत्री का औपचारिक परिचय 1-4 पद में देता है। इस प्रकार पत्र का प्रारम्भ लेखकगण प्राचीन मध्यपूर्व में करते थे.

पद 6-9 में पौलूस ऐसे अनेक गुणों की सूचि प्रस्तुत करता है जो उसके अंदर होने चाहियें जो कलीसिया में एक प्राचीन होना चाहता है।# (भाववाचक संज्ञा) पौलुस इसी के समान एक सूचि 1 तीमुथियुस 3 में देता है।

इस अध्याय के विशेष सिद्धांत

प्राचीन

कलीसिया ने कलीसिया के अगुवों के लिए विभिन्न उपाधियाँ उपयोग की हैं। कुछ उपाधियों में शामिल हैं अध्यक्ष, प्राचीन, रखवाले और बिशप।

इस अध्याय में अन्य संभावित अनुवाद की कठिनाइयाँ

होनी चाहिए, हो सकती हैं, अवश्य होंगी

यूएलटी भिन्न- भिन्न शब्दों का उपयोग करता है जो आवश्यकताओं अथवा कर्तव्यों को इंगित करते हैं। इन क्रियाओं में विभिन्न स्तर के बल उनसे जुड़े हुए हैं। इन सूक्ष्म भिन्नताओं का अनुवाद करना कठिन हो सकता है। यूएसटी इन क्रियाओं का अनुवाद कहीं अधिक सामान्य रीति से करता है।

Titus 1:1

κατὰ πίστιν

विश्वास को मजबूत करने के लिए

ἐπίγνωσιν

ज्ञान और * सच्चाई * भाववाचक संज्ञा हैं। इन्हें व्यक्त करने के अन्य तरीकों के लिए यूएसटी देखें। पौलुस चाहता है कि लोग परमेश्वर और मसीह के बारे में सच्चा संदेश जानें ताकि वे परमेश्वर को प्रसन्न करने वाले तरीके से रह सकें। (देखें: भाववाचक संज्ञा)

τῆς κατ’ εὐσέβειαν

जो परमेश्वर को आदर देने के लिए उपयुक्त हो

Titus 1:2

ἐπ’ ἐλπίδι ζωῆς αἰωνίου

जो हमें अनन्त जीवन की आशा देती है या _ अनन्त जीवन की हमारी निश्चित आशा पर आधारित है_

πρὸ χρόνων αἰωνίων

_ सनातन से _

Titus 1:3

καιροῖς ἰδίοις

_ ठीक समय पर _

ἐφανέρωσεν…τὸν λόγον αὐτοῦ

पौलूस परमेश्वर के वचन के विषय इस प्रकार बात करता है जैसे कि वह कोई ऐसी वस्तु हो जिसे लोगों को दृश्य रूप में दिखाया जा सके। वैकल्पिक अनुवाद: “उसने मुझे उसका सन्देश समझने के लिए प्रेरित किया” (देखें: रूपक)

ἐν κηρύγματι

_ उस प्रचार के द्वारा प्रगट किया गया_

ὃ ἐπιστεύθην ἐγὼ

इसे एक सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""उसने मुझे सौंपा"" या ""उसने मुझे प्रचार करने की ज़िम्मेदारी दी"" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)

τοῦ Σωτῆρος ἡμῶν, Θεοῦ

_ हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर की _

ἡμῶν

इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

Titus 1:4

γνησίῳ τέκνῳ

यद्यपि तीतुस पौलूस का जैविक पुत्र नहीं था, तो भी वे मसीह में एक ही विश्वास के हिस्सेदार थे। पौलूस विश्वास के द्वारा मसीह के संबंध को जैविक संबंध से अधिक महत्वपूर्ण मानता है। उनके समान्य उम्र के और मसीह में विश्वास की सहभागिता` के कारण पौलूस तीतुस को अपना पुत्र समझता है, यह भी हो सकता है कि पौलूस ने तीतुस को मसीह में विश्वास करने के लिए प्रेरित किया, और इसलिए इस आत्मिक अर्थ में तीतुस एक पुत्र की तरह है। वैकल्पिक अनुवाद: “तू मेरे लिए एक पुत्र के समान है” (देखें: रूपक)

κοινὴν πίστιν

पौलुस और तीतुस दोनों ही मसीह में समान विश्वास के सहभागी हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि हम दोनों मसीह में विश्वास करते है ”

χάρις καὶ εἰρήνη

यह एक सामान्य अभिवादन था जिसका पौलूस ने उपयोग किया। आप समझी गई जानकारी को स्पष्ट बता सकते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: “आप अपने अन्दर अनुग्रह और शान्ति का अनुभव करें” (देखें: पदन्यूनता)

Χριστοῦ Ἰησοῦ τοῦ Σωτῆρος ἡμῶν

_मसीह यीशु जो हमारा उद्धारकर्ता है _

ἡμῶν

इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

Titus 1:5

τούτου χάριν

जोड़ने वाला वाक्यांश * इसलिए * उस लक्ष्य का परिचय देता है जिसे पौलूस ने पूरा करना चाहा था जब उसने तीतुस को (कलीसिया में प्राचीनों को नियुक्त करने के लिए) क्रेते में छोड़ दिया था। वैकल्पिक अनुवाद: ""यह कारण है"" (देखें: संयोजक - लक्ष्य (उद्देश्य) संबंध)

ἀπέλιπόν σε ἐν Κρήτῃ

मैंने तुझे क्रेते में रुके रहने के लिए कहा था

ἵνα τὰ λείποντα ἐπιδιορθώσῃ

* कि तू शेष रही हुई बातों को सुधारें,*

καταστήσῃς…πρεσβυτέρους

प्राचीनों को नियुक्त करना या “प्राचीन निर्दिष्ट करना”

πρεσβυτέρους

प्रारम्भिक मसीही कलीसियाओं में, प्राचीन मसीही विश्वासियों की मण्डलियों को आत्मिक अगुवाई दिया करते थे। यह शब्द उन लोगों को संदर्भित करता है जो विश्वास में परिपक्व हैं।

Titus 1:6

तीतुस को क्रेते द्वीप के प्रत्येक नगर में प्राचीनों को नियुक्त करने के लिए कहने के बाद, पौलूस प्राचीनों के लिए आवश्यकताओं को बताता है।

εἴ τίς ἐστιν ἀνέγκλητος

यह एक प्राचीन के चरित्र के वर्णन की शुरुआत है। तीतुस उन पुरुषों को चुनता है जिनमें निम्नलिखित विवरण होते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: ""ऐसे लोगों का चयन करें जो निर्दोष हैं"" या ""एक प्राचीन को निर्दोष होना चाहिए"" निर्दोष होना एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जाना जाना चाहिए जो बुरा काम नहीं करता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""एक प्राचीन को दोष रहित होना चाहिए"" या ""एक प्राचीन की बुरी प्रतिष्ठा नहीं होनी चाहिए”

ἀνέγκλητος

निर्दोष होना एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जाना जाता है जो बुरे काम नहीं करता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""बिना दोष के"" सकारात्मक रूप में यह भी कहा जा सकता है: ""एक व्यक्ति जिसकी अच्छी प्रतिष्ठा है"" (देखें: दोहरे नकारात्मक)

μιᾶς γυναικὸς ἀνήρ

इसका मतलब है कि उसकी एक ही पत्नी होनी चाहिए, अर्थात उसकी और पत्नियाँ या रखैल नहीं होनी चाहिए। इसका अर्थ यह भी है कि उसको व्यभिचार नहीं करना चाहिए और उसने अपनी पूर्व पत्नी को तलाक न दिया हो। वैकल्पिक अनुवाद: “एक व्यक्ति जिसके पास सिर्फ एक ही स्त्री हो” या “वह जो अपनी पत्नी के प्रति विश्वासयोग्य हो” (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)

τέκνα…πιστά

सम्भावित अर्थ हैं 1) बच्चे जो यीशु में विश्वास करते हैं या 2) बच्चे जो विश्वासयोग्य हैं।

Titus 1:7

τὸν ἐπίσκοπον

यह आत्मिक नेतृत्व की उसी पदवी के लिए एक और नाम है जिसका उल्लेख पौलूस 1:5 “प्राचीन” के रूप में करता है। यह शब्द प्राचीन के कार्य पर केंद्रित है: वह कलीसिया की गतिविधियों और लोगों की देखरेख करता है।

Θεοῦ οἰκονόμον

पौलूस कलीसिया के बारे में इस तरह बताता है जैसे की वह परमेश्वर का घराना हो और अध्यक्ष उस घराने का प्रबन्धन करने के लिए नियुक्त किया गया एक सेवक हो। (देखें: रूपक)

μὴ πάροινον

_ पियक्कड़ न हो या ऐसा न हो जो बहुत दाखमधु पीता हो_

μὴ πλήκτην

मारपीट करनेवाला न हो या “ऐसा नहीं जो मारपीट पसन्द करता हो

Titus 1:8

ἀλλὰ

जुड़ने वाला शब्द * बल्कि * उन बातों के बीच एक विरोधाभास का परिचय देता है जो एक प्राचीन में नहीं होती है (जो कि पौलूस ने पहले ही बताया है) और एक प्राचीन में जो होना है (जो कि पौलूस बताने वाला है)। (देखें: संयोजक - तुलनात्मक संबंध)

φιλάγαθον

जो भलाई का चाहनेवाला हो

σώφρονα…ἐγκρατῆ

ये दोनों शब्द अर्थ में बहुत समान हैं और अगर लक्ष्य भाषा में दो समान शब्द नहीं है तो एक शब्द से इसका अनुवाद किया जा सकता है। (देखें: दोहरात्मक)

δίκαιον, ὅσιον

ये दोनों शब्द अर्थ में बहुत समान हैं और अगर लक्ष्य भाषा में दो समान शब्द नहीं है तो एक शब्द से इसका अनुवाद किया जा सकता है। (देखें: दोहरात्मक)

Titus 1:9

ἀντεχόμενον

पौलूस मसीही विश्वास के प्रति समर्पण की बात करता है जैसे कि यहविश्वास को हाथ से पकड़ा हुए हो। वैकल्पिक अनुवाद: ""उसे समर्पित होना चाहिए"" या ""उसे अच्छी तरह से जानना चाहिए"" (देखें: रूपक)

κατὰ τὴν διδαχὴν

वो उन बातों से सहमत है जो हमने उसे सिखाई थीं

ἵνα

जोड़ने वाले शब्द कि एक कारण-परिणाम संबंध का परिचय दें। इसका कारण (कि प्राचीन दूसरों की मदद कर सकते हैं) यह है कि प्राचीन भरोसेमंद संदेश को कसकर पकड़ लेते हैं, और इसका परिणाम यह होता है कि प्राचीन दूसरों को प्रोत्साहित करने और उनका विरोध करने वालों को फटकारने में सक्षम होते हैं। यदि यह आपकी भाषा में अधिक स्पष्ट है, तो आप इन वाक्यांशों के क्रम को उल्टा कर सकते हैं, उन्हें कुछ इस तरह से जोड़ सकते हैं, ""क्योंकि""। (देखें: संयोजक - कारण और परिणाम संबंध)

τῇ διδασκαλίᾳ τῇ ὑγιαινούσῃ

यूनानी शब्द को * खरी * के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जो सामान्य रूप से शारीरिक स्वास्थ्य को दर्शाता है। पौलूस इस शिक्षण की बात करता है कि जो लोग इस पर विश्वास करते हैं वे इस पर विश्वास करने के कारणआत्मिक रूप से बीमार होने के बजाय आत्मिक रूप से स्वस्थ होंगे।

Titus 1:10

उन लोगों के कारण जो परमेश्वर के वचन का विरोध करेंगे, पौलूस तीतुस को परमेश्वर के वचन का प्रचार करने का कारण देता है और उसे झूठे शिक्षकों के बारे में चेतावनी देता है।

ἀνυπότακτοι, ματαιολόγοι

ये विद्रोही लोग हैं जो सुसमाचार का पालन नहीं करते हैं। यहाँ निरंकुश तुच्छ का रूपक है, और * निरंकुश बकवादी* वे लोग हैं जो बेकार या मूर्खतापूर्ण बातें करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: ""जो लोग आज्ञा मानने से इनकार करते हैं और जो बेकार की बातें कहते हैं"" (देखें: रूपक)

φρεναπάται

यह वाक्यांश उन लोगों का वर्णन करता है जो पौलूस द्वारा दिये जाने वाले सच्चे सुसमाचार के उपदेश के अलावा किसी अन्य उपदेश पर विश्वास करने के लिए सक्रिय रूप से लोगों को समझाने की कोशिश कर रहे हैं। वैकल्पिक अनुवाद: ""वे लोग जो दूसरों को उन चीजों पर विश्वास करने के लिए राजी करते हैं जो सच नहीं हैं

ματαιολόγοι, καὶ φρεναπάται

* निरंकुश बकवादी * और धोखा देनेवाले दोनों एक ही लोगों को संदर्भित करते हैं। उन्होंने झूठी, सिखाई और चाहा की लोग उनपर विश्वास करे। (देखें: हेन्डियडिस)

οἱ ἐκ τῆς περιτομῆς

यह यहूदी मसीहियों को संदर्भित करता है जिन्होंने यह सिखाया कि मसीह के अनुयाई होने के लिए पुरुषों का खतना किया जाना जरूरी है। यह शिक्षा असत्य है। (देखें: लक्षणालंकार)

Titus 1:11

οὓς δεῖ ἐπιστομίζειν

इनको अपनी शिक्षाओं को फैलाने से रोका जाना चाहिए या “उनको अपने शब्दों के द्वारा दूसरों को प्रभावित करने से रोका जाना चाहिए”

ὅλους οἴκους ἀνατρέπουσιν

वे पूरे परिवारों को बिगाड़ रहे हैं। मुद्दा यह था कि वे परिवारों को सच्चाई से दूर कर रहे थे और उनके विश्वास को नष्ट कर रहे थे।

διδάσκοντες ἃ μὴ δεῖ

ये ऐसी चीजें हैं जो मसीह और व्यवस्था के बारे में सिखाना उचित नहीं है क्योंकि ये सत्य नहीं हैं।

αἰσχροῦ κέρδους χάριν

यह उस लाभ को संदर्भित करता है जो लोग उन चीजों को करके पाते हैं जो माननीय नहीं हैं।

Titus 1:12

τις ἐξ αὐτῶν, ἴδιος αὐτῶν προφήτης

एक ऐसा क्रेती जिसे वे स्वयं एक भविष्यद्वक्ता समझते हैं

Κρῆτες ἀεὶ ψεῦσται

*क्रेती लोग सदा झूठे हैं *। यह एक अतिशयोक्ति है जिसका अर्थ है कि क्रेती लोगों की प्रतिष्ठा झूठ बोलने वालों की थी। (देखें: अतिशयोक्ति)

κακὰ θηρία

यह रूपक क्रेती लोगों की तुलना खतरनाक जंगली जानवरों से करता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""जंगली जानवरों जितना खतरनाक"" (देखें: रूपक)

γαστέρες ἀργαί

शरीर का वह भाग जो भोजन को संग्रहीत करता है, उसका उपयोग उस व्यक्ति का प्रतिनिधित्व करने के लिए किया जाता है जो हर समय खाता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""आलसी पेटू"" (देखें: उपलक्षण अलंकार)

Titus 1:13

δι’ ἣν αἰτίαν ἔλεγχε αὐτοὺς ἀποτόμως

इस कारण जब तू क्रेती लोगों को सुधारें तो तुझे कठोर भाषा का उपयोग करना चाहिए जिसे क्रेती लोग समझ सकें।

δι’ ἣν αἰτίαν

जोड़ने वाले शब्द इसलिए एक कारण-परिणाम संबंध का परिचय देते हैं। कारण यह है कि क्रेते के भविष्यद्वक्ता ने अपने लोगों के बारे में जो कहा है वह सच है (वे झूठे, बुरे और आलसी हैं), और परिणाम यह है कि तीतुस को उन्हें गंभीर रूप से झिड़कना चाहिए। (देखें: संयोजक - कारण और परिणाम संबंध)

ἵνα ὑγιαίνωσιν ἐν τῇ πίστει

ध्यान दें * खरी * में [तीतुस 1: 9] (../01/09/pzi1) पर ध्यान दें। वैकल्पिक अनुवाद: ""इसलिए उनका पक्का विश्वास होगा"" या "" ताकि उनका विश्वास सच्चा हो "" या ""ताकि वे केवल उस पर विश्वास करें जो परमेश्वर के बारे में जो सच है

ἵνα

जोड़ने वाले शब्द कि एक कारण-परिणाम संबंध का परिचय देता है। इसका कारण है क्रेते के लोगों को कड़ाई से चेतावनी, और इसका परिणाम यह है कि क्रेते के लोग विश्वास दृढ़ हो जाएँ। (देखें: संयोजक - कारण और परिणाम संबंध)

ἐν τῇ πίστει

यहाँ भावात्मक संज्ञा विश्वास उन बातों का प्रतिनिधित्व करती है जो लोग परमेश्वर के बारे में मानते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: ""वे परमेश्वर के बारे में जो विश्वास करते हैं"" (देखें: भाववाचक संज्ञा)

Titus 1:14

μὴ

जोड़ने वाला शब्द एक अपवाद खंड परिचय। तीतुस को यहूदी मिथकों या उन लोगों की आज्ञाओं पर कोई ध्यान नहीं देना चाहिए जो सच्चाई का पालन नहीं करते हैं। (देखें: संयोजक - अपवाद खण्ड)

Ἰουδαϊκοῖς μύθοις

यह यहूदियों की झूठी शिक्षा के सन्दर्भ में है।

ἀποστρεφομένων τὴν ἀλήθειαν

पौलूस सत्य के बारे में इस तरह से बात करता है जैसे की वह कोई वस्तु हो जिससे कोई मुँह मोड़ ले या टाल दे। वैकल्पिक अनुवाद: “सत्य का छोड़ना” (देखें: रूपक)

Titus 1:15

πάντα καθαρὰ τοῖς καθαροῖς

यदि लोग अन्दर से शुद्ध हैं, तो जो कुछ भी वे करें वह शुद्ध होगा या _ जब लोगों के पास केवल अच्छे विचार होते हैं, तो वे जो कुछ भी करते हैं वह परमेश्वर को नाराज नहीं करेगा_

τοῖς καθαροῖς

वे लोग जो परमेश्वर के द्वारा स्वीकारयोग्य हैं

δὲ

जोड़ने वाला शब्द पर उन लोगों के बीच एक विपरीतता का परिचय देता है जो शुद्ध हैं और जो लोग भ्रष्ट और अविश्वासी हैं। (देखें: संयोजक - तुलनात्मक संबंध)

τοῖς…μεμιαμμένοις καὶ ἀπίστοις, οὐδὲν καθαρόν

पौलूस पापियों के बारे में इस तरह बात करता है जैसे मानों कि वे शारीरिक रूप से गंदे हों। वैकल्पिक अनुवाद: “यदि लोग नैतिक रूप से अशुद्ध हैं और विश्वास नहीं करते तो वे कुछ भी शुद्ध नहीं कर सकते,"" या ""जब लोग पाप और अविश्वास से भरे होते हैं, तो वे जो कुछ भी करते हैं वह परमेश्वर को स्वीकार्य नहीं है” (देखें: रूपक)

Titus 1:16

δὲ

जोड़ने वाला शब्द पर इन भ्रष्टाचारी लोगों के बीच एक विपरीतता का परिचय देते हैं (वे परमेश्वर को जानते हैं) और उनके कार्यों से पता चलता है (वे परमेश्वर को नहीं जानते हैं)। (देखें: संयोजक - तुलनात्मक संबंध)

τοῖς…ἔργοις ἀρνοῦνται

जिस तरह से वे जीते हैं उससे सिद्ध होता है कि वे उसे नहीं जानते हैं

βδελυκτοὶ ὄντες

वे घिनौने हैं

Titus 2

तीतुस 02 सामान्य टिप्पणियाँ

इस अध्याय में विशेष सिद्धांत

लिंग भूमिकाएँ

विद्वान इस पद्यांश को ऐतिहासिक और सांस्कृतिक सन्दर्भ में समझने के बारे में असहमत हैं। कुछ विद्वान विश्वास करते हैं कि स्त्री और पुरुष सभी बातों में पुर्णतः एक समान हैं। अन्य विद्वान विश्वास करते हैं कि परमेश्वर ने स्त्री और पुरुषों को विवाह और कलीसिया में स्पष्ट रूप से भिन्न भूमिकाएँ निभाने के लिए रचा है। अनुवादकों को यह ध्यान रखना होगा कि वे इस मुद्दे को जिस तरह समझते हैं वह उनके इस पद्यांश के अनुवाद पर प्रभाव न डाले।

दासत्व

पौलूस इस अध्याय में यह नहीं लिख रहा है कि दासत्व अच्छा है या बुरा। पौलुस दासों को सिखाता है कि विश्वासयोग्यता के साथ अपने स्वामियों की सेवा करें। वह सब विश्वासियों को सिखाता है कि हर परिस्थिति में धर्मी और उचित जीवन जीएँ।

Titus 2:1

पौलूस तीतुस को परमेश्वर के वचन को प्रचार करने के कारण बताना जारी रखता है, और समझाता है कि वृद्ध पुरुष, बूढ़ी स्त्रियों, जवान पुरुषों, और दासों या सेवकों को विश्वासियों के रूप में किस तरह रहना चाहिए।

σὺ δὲ

पौलूस परमेश्वर के अनुग्रह के बारे में ऐसे बताता है जैसे कि वह कोई व्यक्ति हो जो दुसरे लोगों के पास जाता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""परमेश्वर अब अपनी अनुग्रह दे रहा हैं"" (देखें: यूएसटी,मानवीकरण)

τῇ ὑγιαινούσῃ διδασκαλίᾳ

तीतुस 1:9 पर नोट देखें। वैकल्पिक अनुवाद: ""खरे सिद्धांत"" या ""सही शिक्षाओं के साथ

Titus 2:2

πρεσβύτας…εἶναι

यूनानी में “आर” नहीं है पर केवल “वृद्ध पुरुषों को होना चाहिए”। हमें यहाँ एक क्रिया प्रदान करना चाहिए, पिछले पद के सिखाना से यह विचार मिलता है, जैसे की शिक्षा देना या समझाना वैकल्पिक अनुवाद: वृद्ध पुरुषों को सिखा। (देखें: पदन्यूनता)

νηφαλίους…σεμνούς, σώφρονας

ये तीन शब्द अर्थ के बहुत करीब हैं और यदि लक्ष्य भाषा में तीन अलग-अलग शब्द नहीं हैं, तो उन्हें एक या दो शब्दों में जोड़ा जा सकता है। (देखें: दोहरात्मक)

νηφαλίους

शांत मन या आत्म नियंत्रित

εἶναι…σώφρονας

अपनी इच्छाओं को नियंत्रित करना

ὑγιαίνοντας τῇ πίστει

यहाँ “दृढ़” शब्द का अर्थ स्थिर और संदेह-रहित होना है। भाववाचक संज्ञाओ “विश्वास,” “प्रेम,” और “धीरज” को क्रियाओं के रूप में कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “और उन्हें परमेश्वर के सम्बन्ध में सच्ची शिक्षा पर दृढ़ता से विश्वास करना चाहिए, दूसरों को सच्चाई से प्रेम करना चाहिए, और परमेश्वर की सेवा निरंतर करनी चाहिए तब भी जबकि चीजें कठिन हों” (देखें: भाववाचक संज्ञा)

ὑγιαίνοντας τῇ πίστει

* विश्वास में दृढ़* के बारे में तीतुस 1:13 पर ध्यान दें।

[तीतुस 1: 9] (..// 01/09 / pzi1) पर * दृढ़ * के बारे में नोट देखें।

Titus 2:3

πρεσβύτιδας ὡσαύτως

यूनानी में होना नहीं है, लेकिन केवल इसी प्रकार बूढ़ी स्त्रियों हैं। हमें पिछले दो वचनों से मौखिक विचार को जारी रखने की आवश्यकता है और इसे यहाँ लागू करें, जैसे कि सिखाना या समझाना। वैकल्पिक अनुवाद: ""इसी तरह से, बूढ़ी स्त्रियों को सिखा या “बूढ़ी स्त्रियों को भी सिखा"" (देखें: पदन्यूनता)

διαβόλους

यह शब्द उन लोगों के सन्दर्भ में है जो दुसरे लोगों के बारे में बुरी बातें कहते हैं चाहे वे सत्य हों या न हों।

οἴνῳ πολλῷ δεδουλωμένας

जो लोग स्वयं को नियंत्रित नहीं कर सकते और बहुत अधिक दाखरस पीते है उन्हें ऐसे बताया गया है जैसे कि वे दाखरस के गुलाम हों। इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “या दाखरस पीने की इच्छा के नियंत्रण में” या “दाखरस के आदी” (देखें: रूपक)

οἴνῳ πολλῷ δεδουλωμένας

इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""या बहुत अधिक दाखरस पीना"" या ""या दाखरस का आदी"" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)

καλοδιδασκάλους

यहाँ प्रयुक्त यूनानी शब्द का अर्थ है * _ अच्छी बातें सिखानेवाली हों_। वाक्यांश *लेकिन होने के लिए दो पूर्ववर्ती बुरे गुणों के साथ इस अच्छी गुणवत्ता के विपरीत अंग्रेजी में जोड़ा गया है। विचार करें कि क्या आपको अच्छे और बुरे गुणों के बीच एक विपरीत शब्द बनाने के लिए एक समान शब्द का उपयोग करने की आवश्यकता है।

Titus 2:4

φιλάνδρους

वे अपने पतियों से प्रेम रखें

φιλοτέκνους

अपने बच्चों से प्रेम रखें

Titus 2:5

ὑποτασσομένας τοῖς ἰδίοις ἀνδράσιν

और अपने-अपने पति के अधीन रहनेवाली हों

ἵνα μὴ ὁ λόγος τοῦ Θεοῦ βλασφημῆται

यहाँ वचन “संदेश” का पर्याय है, जो वास्तव में परमेश्वर का पर्याय है। इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “ताकि कोई भी परमेश्वर के वचन का निरादर न करे” या “ताकि कोई भी उसके संदेश के बारे में बुरी बातें बोलने के द्वारा परमेश्वर का निरादर न करे” (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य और लक्षणालंकार)

Titus 2:6

ὡσαύτως

तीतुस को वृद्ध लोगों की तरह ही जवान पुरुषों को भी प्रशिक्षित करना था।

Titus 2:7

σεαυτὸν παρεχόμενος

_ अपने आपको बना या स्वयं होना_

τύπον καλῶν ἔργων

एक ऐसे व्यक्ति का उदाहरण जो सही और उचित कार्य करता हो

Titus 2:8

ὑγιῆ

इस शब्द का वही मूल अर्थ है जो 2:7 में बुरा न है। 2:7 में, पौलूस का अर्थ नकारात्मक रूप से बताया गया है: बुरा न, अर्थ, बिना कोई दोष के, और 2:8 में वह सकारात्मक अर्थ बताता है: खराई, संपूर्ण *, अर्थ *सही। दोनों शब्द तीतुस के शिक्षण को संदर्भित करते हैं। लक्ष्य भाषा में सकारात्मक या नकारात्मक शब्दों का उपयोग करें, यदि दो शब्दों का उपयोग करना मुश्किल है तो इस शब्द के साथ एक शब्द का उपयोग करें (देखें: दोहरात्मक)

ἵνα ὁ ἐξ ἐναντίας ἐντραπῇ

यहाँ एक काल्पनिक परिस्थिति प्रस्तुत की गई है जिसमें कोई तीतुस का विरोध करता है और फिर ऐसा करने के कारण शर्मिंदगी महसूस करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “अतः यदि कोई तुम्हारा विरोध करता है, तो वह शर्मिंदा हो” या “ताकि जब लोग आपका विरोध करें तो वे शर्मिंदा हों” (देखें: काल्पनिक परिस्थितियाँ)

ἡμῶν

इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

Titus 2:9

δούλους ἰδίοις δεσπόταις ὑποτάσσεσθαι

यूनानी भाषा में आर का प्रयोग नहीं होता, पर केवल दासों को अपने स्वामियों के अधीन रहना चाहिए। हमें पद 6 से मौखिक विचार को यहाँ लागू करने की आवश्यकता है, जो आग्रह करना या समझाया है। वैकल्पिक अनुवाद: ""दासों को समझाओ की अपने स्वामियों के अधीन रहें” (देखें: पदन्यूनता)

ἰδίοις δεσπόταις

_ अपने स्वामियों_

ὑποτάσσεσθαι

_अधीन रहना _

ἐν πᾶσιν

सब बातों में _ या हमेशा_

εὐαρέστους εἶναι

अपने स्वामियों को प्रसन्न रखें या “अपने स्वामियों को संतुष्ट करना”

Titus 2:10

μὴ νοσφιζομένους

_उनके स्वामियों से चोरी नहीं करना _

πᾶσαν πίστιν ἐνδεικνυμένους ἀγαθήν

यह दिखाना कि वे अपने स्वामी के भरोसे के योग्य हैं

ἐν πᾶσιν

_ उस सब में जो वे करते हैं _

τὴν διδασκαλίαν τὴν τοῦ Σωτῆρος ἡμῶν, Θεοῦ, κοσμῶσιν

वे हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर के बारे में शिक्षण आकर्षक बना सकते हैं या _ वे लोगों को यह समझने का कारण बन सकते हैं कि परमेश्वर हमारे उद्धारकर्ता के बारे में शिक्षण अच्छा है_

τὴν τοῦ Σωτῆρος ἡμῶν, Θεοῦ

हमारा परमेश्वर जो हमें उद्धार देता है

ἡμῶν

यहाँ हमारा शब्द पौलूस, तीतुस और सभी मसीहियों को शामिल करता है (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

Titus 2:11

पौलूस तीतुस को प्रोत्साहित करता है कि वह यीशु के आगमन की प्रतीक्षा करे और यीशु के द्वारा अपने अधिकार को स्मरण रखे।

ἐπεφάνη…ἡ χάρις τοῦ Θεοῦ

पौलूस परमेश्वर के अनुग्रह के बारे में ऐसे बताता है जैसे कि वह कोई व्यक्ति हो जो दुसरे लोगों के पास जाता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""परमेश्वर अब अपनी अनुग्रह दे रहा हैं"" (देखें: यूएसटी,मानवीकरण)

Titus 2:12

παιδεύουσα ἡμᾶς

पौलूस परमेश्वर के अनुग्रह (2:11) के बारे में ऐसे बताता है जैसे कि वह कोई व्यक्ति हो जो दुसरे लोगों के पास जाकर उन्हें पवित्र जीवन जीने का प्रशिक्षण देता हो। वैकल्पिक अनुवाद: “इसके द्वारा परमेश्वर हमें प्रशिक्षित करता है”(देखें: मानवीकरण)

ἡμᾶς

इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

τὴν ἀσέβειαν

परमेश्वर का अनादर करने वाली बातें

τὰς κοσμικὰς ἐπιθυμίας

इस संसार की वस्तुओं के लिए तीव्र इक्छाएँ या “पापमय आनंद के लिए तीव्र इच्छाएँ”

ἀσέβειαν…εὐσεβῶς

ये शब्द क्रमशः विपरीत हैं, जिसका अर्थ है परमेश्वर-अपमान और परमेश्वर-सम्मान**, क्रमश:।

ἐν τῷ νῦν αἰῶνι

जब हम इस संसार में रहते हैं या इस समय में

Titus 2:13

προσδεχόμενοι

हम स्वागत करने की प्रतीक्षा करते हैं

τὴν μακαρίαν ἐλπίδα

यहाँ, *धन्य * वह है जो यीशु मसीह की वापसी की आशा करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: ""वह अद्भुत चीज़ जिसके लिए हम आशा करते हैं"" (देखें: लक्षणालंकार)

καὶ ἐπιφάνειαν τῆς δόξης τοῦ μεγάλου Θεοῦ καὶ Σωτῆρος ἡμῶν, Ἰησοῦ Χριστοῦ

यहाँ ""महिमा"" स्वयं यीशु को दर्शाती है जो महिमामय रूप से प्रगट होगा। वैकल्पिक अनुवाद: “जिस अच्छी बात की हम प्रतीक्षा कर रहे हैं, वह हमारे महान परमेश्वर और उद्धारकर्ता यीशु मसीह का, महिमामय प्रगटीकरण है” (देखें: लक्षणालंकार)

τὴν μακαρίαν ἐλπίδα, καὶ ἐπιφάνειαν τῆς δόξης

दोनों धन्य आशा और महिमा के प्रकट होना एक ही घटना का उल्लेख करते हैं। यह स्पष्ट रूप से दिखाया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""जिसकी हम प्रतीक्षा कर रहे हैं, धन्य और महिमा वाला प्रगटीकरण"" (देखें: हेन्डियडिस)

τοῦ μεγάλου Θεοῦ καὶ Σωτῆρος ἡμῶν, Ἰησοῦ Χριστοῦ

अपने महान परमेश्वर और उद्धारकर्ता दोनों एक ही व्यक्ति, यीशु मसीह का उल्लेख करते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: ""यीशु मसीह, हमारा महान परमेश्वर और उद्धारकर्ता"" (देखें: हेन्डियडिस)

Titus 2:14

ἔδωκεν ἑαυτὸν ὑπὲρ ἡμῶν

यह यीशु के स्वेच्छा से मर जाने के सन्दर्भ में है। वैकल्पिक अनुवाद: “अपने आप को हमारे लिए मृत्यु को दिया” (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)

ἡμῶν

इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

λυτρώσηται ἡμᾶς ἀπὸ πάσης ἀνομίας

पौलूस यीशु के बारे में इस प्रकार बताता है मानों वह दासों को उनके दुष्ट स्वामियों से आजाद कर रहा हो। (देखें: रूपक)

ἡμᾶς

इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

λαὸν περιούσιον

ऐसे लोगों का समूह जिन्हें वह कीमती समझता हो।

ζηλωτὴν

जो करने के लिए उत्सुक हैं

Titus 2:15

παρακάλει

उन्हें ये काम करने के लिए प्रोत्साहित करें

ἔλεγχε, μετὰ πάσης ἐπιταγῆς

इस कथन को सुस्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “जो लोग इन कामों को नहीं करते उन्हें पूरे अधिकार के अनुसार सुधारना” (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)

μηδείς σου περιφρονείτω

_ कोई तुझे तुच्छ न जानने पाए_

μηδείς σου περιφρονείτω

इसे सकारात्मक रूप से कहा जा सकता है: ""सुनिश्चित कर कि हर कोई तेरी बात सुनें"" (देखें: दोहरे नकारात्मक)

σου περιφρονείτω

इस कथन को सुस्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “तेरे वचन को सुनने से इंकार करते हैं” या “तेरा आदर करने से इंकार करते हैं” (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)

Titus 3

तीतुस 03 सामान्य टिप्पणियाँ

संरचना एवं स्वरूपण

पौलूस इस अध्याय में तीतुस को व्यक्तिगत निर्देश देता है.

पद 15 औपचारिक रूप से इस अध्याय पत्र को समाप्त करता है। प्राचीन मध्य पूर्व में किसी पत्र को समाप्त करने का यह एक सामान्य तरीका है.

इस अध्याय में विशेष सिद्धांत

वंशावलियाँ

वंशावलियाँ (पद 9) किसी व्यक्ति के पूर्वजों या पीढ़ियों के अभिलेख की सूचियाँ और उनमें यह भी दर्शाया जाता था कि वे किस गोत्र और परिवार से निकले थे। उदहारण के लिए, याजक लेवी गोत्र और हारून के परिवार से निकले थे। इनमें से कुछ सूचियों में पूर्वजों और यहां तक कि आध्यात्मिक जीवों की कहानियां भी शामिल थीं। विभिन्न लोग कितने महत्वपूर्ण थे।

Titus 3:1

पौलूस तीतुस की देखभाल के अंतर्गत क्रेते के प्राचीनों और लोगों को कैसे शिक्षा देनी है इस विषय पर निर्देश देना जारी रखता है।

ὑπομίμνῃσκε αὐτοὺς…ὑποτάσσεσθαι

अपने लोगों को फिर से वह बता जो वे पहले से जानते हैं, कि वे अधीन रहें या उन्हें अधीन रहने के बारे में याद दिलाता रह

ἀρχαῖς, ἐξουσίαις, ὑποτάσσεσθαι, πειθαρχεῖν

जैसा राजनैतिक शासक और सरकारी अधिकारी कहते हैं उनकी आज्ञा मानते हुए वैसा ही कर

ἀρχαῖς, ἐξουσίαις

इन शब्दों के एक जैसे अर्थ हैं और उन सबको सम्मिलित करने के लिए उपयोग हुए हैं जो सरकार में अधिकार रखते हैं। यदि लक्ष्य भाषा में इसके लिए केवल एक शब्द है, तो बस उस शब्द का उपयोग करें (देखें: दोहरात्मक)

ὑποτάσσεσθαι, πειθαρχεῖν

इन शब्दों के अर्थ समान हैं और दोनों ही कुछ ऐसा करने के लिए कहते हैं जो कोई आपको करने के लिए कहता है। यदि लक्ष्य भाषा में इसके लिए केवल एक शब्द है, तो बस उस शब्द का उपयोग करें (देखें: दोहरात्मक)

πρὸς πᾶν ἔργον ἀγαθὸν ἑτοίμους εἶναι

जब कभी भी अवसर मिले अच्छे काम के लिये तैयार रहे

Titus 3:2

βλασφημεῖν

बुराई की बात करने के लिए

ἀμάχους εἶναι

इसे सकारात्मक रूप से कहा जा सकता है: ""शांतिपूर्ण होना"" (देखें: दोहरे नकारात्मक)

Titus 3:3

ἦμεν γάρ ποτε καὶ ἡμεῖς

ऐसा इसलिए कि हम भी पहले ऐसे ही थे

ποτε

पूर्व में या किसी समय या पहले

ἡμεῖς

यहाँ तक कि हम या**हम स्वयं। इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं, मसीह पर भरोसा करने से पहले के समय का जिक्र किया है। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

ἦμεν…ἀνόητοι

निर्बुद्धि थे या “अज्ञानी थे”

πλανώμενοι, δουλεύοντες ἐπιθυμίαις καὶ ἡδοναῖς ποικίλαις

वासना और अभिलाषाओं को ऐसे बताया गया है जैसे कि वे लोगों के स्वामी हों तथा झूठ बोलकर उन लोगों को अपना गुलाम बना लिया हो। वैकल्पिक अनुवाद: ""हमने स्वयं को इस झूठ पर विश्वास करने की अनुमति दी थी कि विभिन्न अभिलाषा और सुख हमें खुश कर सकते हैं, और फिर हम अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने या उन चीजों को रोकने में असमर्थ थे जो हमने सोचा था कि हमें खुशी देगा"" (देखें: मानवीकरण)

πλανώμενοι, δουλεύοντες ἐπιθυμίαις καὶ ἡδοναῖς ποικίλαις

इसका अनुवाद सक्रीय रूप में किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""विभिन्न अभिलाशा और सुख ने हमसे झूठ बोला था और इसलिए हमें भटका दिया"" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)

ἐπιθυμίαις

वासनाएँ या _इच्छाएँ _

ἐν κακίᾳ καὶ φθόνῳ διάγοντες

यहाँ बुराई और ईर्ष्या पाप का वर्णन करते हैं। बुराई सामान्य है और ईर्ष्या एक विशिष्ट प्रकार का पाप है। वैकल्पिक अनुवाद: “हम हमेशा से बुरे काम कर रहे थे और जो दूसरों के पास है उसकी चाहत कर रहे थे” (देखें: हेन्डियडिस)

στυγητοί

_दूसरों को हमसे घृणा करवाया _

Titus 3:4

δὲ

लोगों के बुरे तरीके (पद 1-3) और परमेश्वर की अच्छाई (पद 4-7) के बीच विपरीत को चिह्नित करना महत्वपूर्ण है (देखें: संयोजक - तुलनात्मक संबंध)

ὅτε…ἡ χρηστότης καὶ ἡ φιλανθρωπία ἐπεφάνη τοῦ Σωτῆρος ἡμῶν, Θεοῦ

पौलूस परमेश्वर की दया और प्रेम के बारे में इस तरह बात करता है जैसे कि वे लोग हों जो दृष्टि में आए हों। वैकल्पिक अनुवाद: ""जब परमेश्वर हमारे उद्धारकर्ता ने हमें अपनी दया और लोगों के लिए प्रेम दिखाया"" (देखें: मानवीकरण)

ὅτε…ἡ χρηστότης καὶ ἡ φιλανθρωπία ἐπεφάνη τοῦ Σωτῆρος ἡμῶν, Θεοῦ

भाववाचक संज्ञा दया और प्रेम को विशेषण के रूप में दिखाया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""परमेश्वर, जो हमें बचाता है, उसने दिखाया कि वह मानव जाति के प्रति कितना दयालु और प्रेमपूर्ण रहेगा"" (देखें: भाववाचक संज्ञा)

ἡμῶν

इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

Titus 3:5

κατὰ τὸ αὐτοῦ ἔλεος

क्योंकि उसने हम पर दया की

λουτροῦ παλινγενεσίας

पौलूस यहाँ दो रूपकों को जोड़ता है।वह पापियों के लिए परमेश्वर की क्षमा के बारे में इस तरह बात कर रहा है जैसे कि मानों वह उन्हें शारीरिक रूप से धो रहा हो। जो परमेश्वर के प्रति उत्तरदायी होते है वह उन पापियों के बारे में भी इस तरह बात करता है जैसे कि मानों वे नया जन्म पाए हों। (देखें: रूपक)

Titus 3:6

οὗ ἐξέχεεν ἐφ’ ἡμᾶς πλουσίως

नए नियम के लेखकों में यह एक सामान्य बात थी कि वे पवित्र-आत्मा को एक तरल के रूप में बताते हैं जिसे परमेश्वर अत्यधिक मात्रा में उंडेल सके। वैकल्पिक अनुवाद: “जिसे परमेश्वर ने हमें उदारता से दे दिया” (देखें: रूपक)

ἡμᾶς

इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

διὰ Ἰησοῦ Χριστοῦ, τοῦ Σωτῆρος ἡμῶν

जब यीशु ने हमें बचाया

ἡμῶν

इसमें पौलूस, तीतुस और सभी मसीही शामिल हैं। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’)

Titus 3:7

δικαιωθέντες

इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि परमेश्वर ने हमें पाप रहित घोषित कर दिया है। (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)

κληρονόμοι γενηθῶμεν, κατ’ ἐλπίδα ζωῆς αἰωνίου

जिन लोगों से परमेश्वर ने वायदे किये थे उनके बारे में ऐसे कहा गया है जैसे कि मानों उन्हें अपने परिवार के सदस्यों से सम्पत्ति और धन विरासत में प्राप्त करना हो। वैकल्पिक अनुवाद: ""हम उस अनन्त जीवन को प्राप्त करने की अपेक्षा कर सकते हैं जिसका परमेश्वर ने हमसे वादा किया है"" (देखें: रूपक)

Titus 3:8

ὁ λόγος

यह संदेश केवल पद 4-7 में व्यक्त किया गया है, कि परमेश्वर स्वतंत्र रूप से यीशु के माध्यम से विश्वासियों को पवित्र-आत्मा और अनन्त जीवन प्रदान करता है।

τούτων

यह उन उपदेशों को संदर्भित करता है जो पौलुस ने पद 1-7 में बात की है। वैकल्पिक अनुवाद: ""ये शिक्षाएँ जिनके बारे में मैंने अभी बात की है

φροντίζωσιν καλῶν ἔργων, προΐστασθαι

भले-भले कामों को करने की खोज में रहना

Titus 3:9

पौलूस तीतुस को समझाता है कि उन लोगों से कैसे बचना और व्यवहार करना चाहिए जो विश्वासियों के बीच विवाद उत्पन्न करते हैं।

δὲ…περιΐστασο

_ पर बचा रह या “इसलिए, टाल दे”_

μωρὰς…ζητήσεις

महत्वहीन मुद्दों पर तर्क-वितर्क

γενεαλογίας

यह परिवार और सम्बन्धियों के रिश्तों का अध्ययन है। तीतुस का परिचय देखें।

ἔρεις

वाद-विवाद या झगडे

νομικὰς

मूसा की व्यवस्था के बारे में

Titus 3:10

αἱρετικὸν ἄνθρωπον…παραιτοῦ

ऐसे व्यक्ति से दूर रहें जो फूट का कारण बनता है

μετὰ μίαν καὶ δευτέραν νουθεσίαν

उस व्यक्ति को एक या दो बार चेतावनी देने के बाद

Titus 3:11

ὁ τοιοῦτος

इस तरह का कोई व्यक्ति

ἐξέστραπται

पौलूस गलतियाँ करने वाले व्यक्ति के बारे में इस तरह बात करता है जैसे कि वह उस मार्ग को छोड़ रहा हो जिसपर की वह चल रहा था। (देखें: रूपक)

ὢν αὐτοκατάκριτος

स्वयं पर दण्ड लाता है

Titus 3:12

पौलूस तीतुस से यह कहते हुए कि उसे क्रेते में प्राचीन नियुक्त करने के बाद क्या करना चाहिए और जो लोग उसके साथ थे उनकी तरफ से अभिवादन देने के बाद पत्री की समाप्ति करता है।

ὅταν πέμψω

जब मैं भेजूँ उसके बाद

Ἀρτεμᾶν…Τυχικόν

ये पुरुषों के नाम हैं (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)

σπούδασον ἐλθεῖν

जल्द आ

σπούδασον

यह क्रिया एकवचन है, जिसे केवल तीतुस पर निर्देशित किया गया है। अरतिमास या तुखिकुस, क्रेते में रहेगा, शायद तीतुस की जगह लेने के लिए।

παραχειμάσαι

सर्दियों तक रुक जा

Titus 3:13

Ζηνᾶν…Ἀπολλῶν

ये पुरुषों के नाम हैं। (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)

καὶ Ἀπολλῶν

_और अपुल्लोस को भी _

σπουδαίως πρόπεμψον

भेजने में देर न कर

ἵνα μηδὲν αὐτοῖς λείπῃ

इसे सकारात्मक रूप से कहा जा सकता है: ""ताकि उनके पास वह सब कुछ हो जो उन्हें चाहिए"" (देखें: दोहरे नकारात्मक)

Titus 3:14

पौलूस इस बात को समझाता है कि विश्वासियों की आवश्यकताओं को पूरा करना क्यों महत्वपूर्ण है।

οἱ ἡμέτεροι

पौलूस क्रेते में पाए जाने वाले विश्वासियों का उल्लेख कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: ""हमारे अपने लोग

οἱ ἡμέτεροι

यहाँ हमारे में पौलूस और तीतुस शामिल हैं। शैली या तो दोहरी या समावेशी होनी चाहिए।

εἰς τὰς ἀναγκαίας χρείας

कि उन्हें मदद करने में सक्षम हों जिन्हें महत्वपूर्ण वस्तुओं की तुरंत आवश्यकता है

ἵνα μὴ ὦσιν ἄκαρποι

जो लोग अच्छे कार्य करते हैं पौलूस उन लोगों के बारे में ऐसे बात करता है जैसे कि मानों वे उन पेड़ों की तरह हैं जो अच्छे फल लाते हैं। वैकल्पिक अनुवाद: ""ताकि वे व्यर्थ जीवन न जीएँ"" (देखें: रूपक)

ἵνα μὴ ὦσιν ἄκαρποι

यह सकारात्मक रूप से कहा जा सकता है: ""इस तरह से, वे फलदायी होंगे"" या "" इस तरह वे भले कार्य करेंगे"" (देखें:)

Titus 3:15

पौलूस तीतुस के लिए पत्री की समाप्ति करता है।

ἀσπάζονταί σε

यहाँ * तुझे * एकवचन हैं- यह तीतुस को एक निजी अभिवादन है।

οἱ μετ’ ἐμοῦ πάντες

वे सभी लोग जो मेरे साथ हैं या वे सभी विश्वासी जो मेरे साथ यहाँ हैं

τοὺς φιλοῦντας ἡμᾶς ἐν πίστει

सम्भावित अर्थ हैं 1) विश्वासी जो हमसे प्रेम करते हैं या 2) वो विश्वासी जो हमसे इसलिए प्रेम करते हैं क्योंकि हमारा विश्वास एक में ही है।

ἡμᾶς

यहाँ हम संभवतः अनन्य है और पौलूस और मसीही समूह को जो उसके साथ है, उनको संदर्भित करता है। पौलूस इस समूह से उस मसीही समूह को शुभकामनाएँ भेज रहा है जो क्रेते में तीतुस के साथ हैं।

ἡ χάρις μετὰ πάντων ὑμῶν

यह एक सामान्य मसीही अभिवादन था। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर का अनुग्रह तुम्हारे साथ रहे” या “मैं प्रार्थना करता हूँ कि परमेश्वर आप सबके प्रति अनुग्रहकारी रहे”

ὑμῶν

यहाँ तुम बहुवचन है। यह आशीष तीतुस और क्रेते के सभी विश्वासियों के लिए है।