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योना का परिचय
भाग 1: सामान्य परिचय
योना की पुस्तक की रूपरेखा
- योना यहोवा से दूर भागने का प्रयास करता है (1:1-2:10)
- नीनवे जाने के लिए यहोवा की बुलाहट के प्रति योना अवज्ञा करता है (1:1–3)
- योना और गैर-यहूदी मल्लाह (1:4–16)
- यहोवा योना को निगलने के लिए एक बड़ी मछली का उपाय करता है, और वह प्रार्थना करता है और बचाया जाता है (1:17–2:10)
- योना नीनवे में (3:1-4:11)
- यहोवा नीनवे जाने के लिए फिर से योना को बुलाता है, और योना यहोवा के संदेश की घोषणा करता है(3:1-4)
- नीनवे के लोग पश्चाताप करते हैं (3:5-9)
- यहोवा नीनवे का नाश न करने का निर्णय लेता है (3:10)
- योना यहोवा से बहुत अधिक क्रोधित होता है (4:1-3)
- यहोवा योना को अनुग्रह और दया के बारे में सिखाता है (4:4–11)
योना की पुस्तक किस विषय के बारे में है ?
अमित्तै का पुत्र, योना गथेपेर से एक नबी था। यह पुस्तक बताती है कि योना के साथ क्या हुआ l यह बताती है कि यहोवा कैसे अन्यजातियों पर दया और कृपा को दिखाता हैl यह भी बताती है कि किस प्रकार नीनवे के लोगों ने पश्चाताप किया और दया के लिए यहोवा की दुहाई दी l (देखें: दया, दयालु, अनुग्रह, अनुग्रहकारी और मन फिराना, (पश्चाताप),मन फिराव)
यहोवा ने नीनवे के लोगों को चेतावनी देने के लिए योना को भेजा कि वह उन्हें दण्ड देने के लिए तैयार था। यहोवा ने कहा कि अगर वे पश्चाताप करेंगे तो वह उनका सत्यानाश नहीं करेगा l यद्यपि, योना एक इस्राएली था और वह नहीं चाहता था कि नीनवे के लोग पश्चाताप करें । इसलिए यहोवा ने उसे जो करने के लिए कहा, उसे करने के बजाय योना ने विपरीत दिशा में दूर जाने का प्रयास किया । लेकिन यहोवा ने एक तूफान और उसे निगलने के लिए एक बड़ी मछली भेजकर उसे रोक दिया ।
योना ने पश्चाताप किया और नीनवे के लोगों को चेतावनी दी। परिणाम स्वरूप, यहोवा ने उसे सिखाया कि वह सभी लोगों के विषय में चिंतित है, न कि केवल इस्राएलियों के विषय में ।
इस पुस्तक के शीर्षक का अनुवाद कैसे किया जाना चाहिए ?
पारंपरिक रूप से इस पुस्तक का शीर्षक योना की पुस्तक या केवल योना है l अनुवादक एक स्पष्ट शीर्षक जैसे योना के विषय में पुस्तक का उपयोग करने का निर्णय ले सकते हैं। (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
योना की पुस्तक किसने लिखी?
योना शायद इस पुस्तक के लेखन में सम्मिलित था l यद्यपि, विद्वानों को ज्ञात् नहीं है कि वास्तव में इसे किसने लिखा।
योना इस्राएल के उत्तरी राज्य में रहता था l उसने राजा यारोबाम के शासनकाल के समय 800 और 750 ईसा पूर्व के दौरान भविष्यवाणी की।
भाग 2: महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक विचार
अश्शूर का राष्ट्र क्या था? ?
योना के समय के दौरान, अश्शूर प्राचीन पूर्व के पास सबसे शक्तिशाली राज्य था। नीनवे अश्शूरी साम्राज्य की राजधानी थी।
अश्शूर अपने दुश्मनों के प्रति क्रूर था। आखिरकार, यहोवा ने अश्शूरियों को उनके दुष्ट कामों के लिए दंडित किया l
क्या अश्शूर यहूदी धर्म में परिवर्तित हुआ?
कुछ विद्वानों का मानना है कि अश्शूरियों ने मात्र यहोवा की आराधना करना शुरू कर दिया। यद्यपि, अधिकांश विद्वानों का मानना है कि वे अन्य झूठे देवताओं की पूजा करते रहे। (देखें: देवता, झूठे देवता, देवियाँ, मूर्ति, मूर्तिपूजक, मूर्ति पूजा)
Jonah 1
योना 01 साधारण टिप्पणी
संरचना और स्वरूप
इस अध्याय का वर्णन अचानक शुरू होता है। इससे अनुवादक के लिए कठिनाई हो सकती है। अनुवादक को इस परिचय को तब तक सुचारू बनाने का प्रयास नहीं करना चाहिए जब तक कि बिल्कुल आवश्यक न हो।
इस अध्याय में विशेष धारणाएँ
चमत्कार
वचन योना 17 में, एक विशाल मछली का उल्लेख है l एक ऐसे बड़े जीव की कल्पना करना कठिन हो सकता है जो एक व्यक्ति को पूरी तरह से निगल सकता है और फिर वह उसके भीतर तीन दिन और रात तक जीवित रहता है। अनुवादक को समझने के लिए आसान बनाने के प्रयास में चमत्कारी घटनाओं को समझाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। (देखें: चमत्कार, आश्चर्यकर्मों, चिन्ह)
इस अध्याय में बोलने वाले पात्र
स्थिति संबंधी विडंबना
इस अध्याय में एक विडंबनापूर्ण स्थिति पाई जाती है। इसका अर्थ यह है कि लोग उन चीजों को करते हैं या कहते हैं उसके बजाय जिनकी उनसे अपेक्षा की जाती है l योना परमेश्वर का नबी है और उसे परमेश्वर की इच्छा को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। इसके बजाय, वह परमेश्वर से दूर भाग रहा है। यद्यपि गैर यहूदी मल्लाह इस्राएली नहीं हैं, फिर भी वे यहोवा पर भरोसा रखते हुए और उसी का भय मानते हुए योना को एक निश्चित मृत्यु के लिए जहाज से बाहर फेंक देते हैं l (देखें: व्यंग्यात्मक, भविष्यद्वक्ता, भविष्यद्वाणी, भविष्यद्वाणी करना, द्रष्टा, भविष्यद्वक्तिन और परमेश्वर की इच्छा और विश्वास)
समुद्र
प्राचीन पूर्व के आस-पास के लोग भी समुद्र को अव्यवस्थित देखते थे और भरोसा नहीं करते थे l उनके द्वारा पूजे गए कुछ देवता समुद्र के देवता थे। योना के लोग, इब्री, समुद्र से बहुत डरते थे l यद्यपि, यहोवा के विषय में योना का डर उसे जहाज में जाने और यहोवा से दूर रहने के लिए पर्याप्त नहीं था। उसके कार्यों को गैर यहूदियों के कार्यों के विपरीत माना जाता है। (देखें: व्यंग्यात्मक और डर, भय, भयभीत, डरना)
इस अध्याय में संभावित अनुवाद की अन्य कठिनाईयाँ
अस्पष्ट जानकारी
भले ही कोई यह निश्चित तौर पर नहीं जानता कि तर्शीश कहाँ था, लेखक मानता है कि पाठक को पता है कि योना को नीनवे से वहाँ जाने के लिए दूर जाना होगा l (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Jonah 1:1
וַֽיְהִי֙ דְּבַר־יְהוָ֔ה
यह वाक्यांश योना की कहानी के पहले भाग का परिचय देता है। वही वाक्यांश कहानी के दूसरे भाग (3:1) का परिचय देता है। यह एक भविष्यद्वक्ता के बारे में एक ऐतिहासिक कहानी की शुरुआत करने का यह एक सामान्य तरीका है। (देखें: नर्इ घटनाओं का परिचय)
וַֽיְהִי֙ דְּבַר־יְהוָ֔ה
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि यहोवा ने किसी तरह से अपने संदेश को बोला या संवाद किया। वैकल्पिक अनुवाद: ""यहोवा ने अपना संदेश बोला"" (देखें: मुहावरे)
דְּבַר־יְהוָ֔ה
यहोवा का संदेश
יְהוָ֔ה
यह परमेश्वर का नाम है जो उसने पुराने नियम में अपनी प्रजा पर प्रकट किया l
אֲמִתַּ֖י
यह योना के पिता का नाम है l (देखें :नामों का अनुवाद कैसे करें)
Jonah 1:2
ק֠וּם לֵ֧ךְ אֶל־נִֽינְוֵ֛ה הָעִ֥יר הַגְּדוֹלָ֖ה
बड़े और महत्वपूर्ण शहर नीनवे को जा
ק֠וּם
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि योना को इसे कार्य में लाना और जाना चाहिए। इसका अर्थ यह नहीं है कि जब परमेश्वर ने उससे बात की तब वह लेटा एवं बैठा हुआ था l कई भाषाएँ केवल एक क्रिया का उपयोग करती हैं, जैसे ""जा""। (देखें: मुहावरे)
וּקְרָ֣א עָלֶ֑יהָ
यहाँ शब्द उसकी का अर्थ है नीनवे शहर, शहर के भीतर और इसके आसपास रहने वाले लोगों के लिए रूपक है। वैकल्पिक अनुवाद: ""लोगों को चेतावनी दें"" (देखें: लक्षणालंकार)
עָלְתָ֥ה רָעָתָ֖ם לְפָנָֽי
मुझे पता है कि वे लगातार पाप कर रहे हैं या मुझे पता है कि उनकी बुराई निरंतर बढ़ती जा रही है
לְפָנָֽ
यह एक अभिव्यक्ति है जो यहोवा के सम्मुख उसकी उपस्थिति का प्रतिनिधित्व करने के लिए संदर्भित करती है। यहोवा के सम्मुख विचार में उसका ज्ञान, ध्यान, विशेष देख- रेख या न्याय भी सम्मिलित है। यहोवा कह रहा है कि उसने देखा है कि नीनवे के लोग कितने दुष्ट हो गए हैं। (देखें: लक्षणालंकार)
Jonah 1:3
וַיָּ֤קָם יוֹנָה֙ לִבְרֹ֣חַ
यहाँ शब्द उठ का अर्थ है कि योना ने परमेश्वर की आज्ञा की प्रतिक्रिया में कार्यवाही की, लेकिन उसकी कार्यवाही आज्ञा मानने के बजाय अवज्ञा करना था। देखें कि आपने 1:2 में इस मुहावरे का अनुवाद कैसे किया। वैकल्पिक अनुवाद: ""लेकिन योना भाग गया"" (देखें: मुहावरे)
מִלִּפְנֵ֖י יְהוָ֑ה
यह एक अभिव्यक्ति है जो यहोवा के सम्मुख उसकी उपस्थिति का प्रतिनिधित्व करने के लिए संदर्भित करती है। यहोवा के सम्मुख के विचार में उसका ज्ञान, ध्यान, खास देख-रेख या न्याय भी सम्मिलित है। दूर भागने से, योना आशा कर रहा है कि यहोवा इस बात पर ध्यान नहीं देगा कि वह अवज्ञा कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: ""यहोवा की उपस्थिति से"" या ""यहोवा से"" (देखें: रूपक)
לִבְרֹ֣חַ תַּרְשִׁ֔ישָׁה
तर्शीश को भाग जाना। तर्शीश नाम का यह शहर नीनवे से विपरीत दिशा में था। इसे स्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""और विपरीत दिशा में चला गया, दूर तर्शीश की ओर"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
וַיֵּ֨רֶד יָפ֜וֹ
योना याफा नगर को गया
אָנִיָּ֣ה
एक जहाज एक विशाल नाव है जो समुद्र में यात्रा कर सकती है और कई यात्रियों या भारी माल को ले जा सकती है।
וַיִּתֵּ֨ן שְׂכָרָ֜הּ
योना ने यात्रा के लिए भाड़ा दिया
וַיֵּ֤רֶד בָּהּ֙
जहाज पर चढ़ गया
עִמָּהֶם֙
शब्द उन्हें दूसरों को संदर्भित करता है जो जहाज पर जा रहे थे।
מִלִּפְנֵ֖י יְהוָֽה
यह एक अभिव्यक्ति है जो यहोवा के सम्मुख उसकी उपस्थिति का प्रतिनिधित्व करने के लिए संदर्भित करती है। यहोवा के सम्मुख विचार में उसका ज्ञान, ध्यान, खास देख-रेख या न्याय भी सम्मिलित है। दूर भागने से, योना आशा कर रहा है कि यहोवा इस बात पर ध्यान नहीं देगा कि वह अवज्ञा कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: ""यहोवा की उपस्थिति से"" या ""यहोवा से"" (देखें: रूपक)
Jonah 1:4
וַֽיהוָ֗ה הֵטִ֤יל רֽוּחַ־גְּדוֹלָה֙ אֶל־הַיָּ֔ם
यह खंड योना के भाग जाने के कारण यहोवा की प्रतिक्रिया की नई घटना का परिचय देता है। इसका अनुवाद करें ताकि आपके पाठकों को पता चले कि यह घटना कहानी में बदलाव को लाती है। (देखें: नर्इ घटनाओं का परिचय)
וְהָ֣אֳנִיָּ֔ה חִשְּׁבָ֖ה לְהִשָּׁבֵֽר
यहाँ शब्द सोच जहाज का वर्णन करता है जैसे कि वह एक व्यक्ति था। इसका अर्थ है कि तूफान इतना भीषण था कि जहाज टूटने के करीब था। वैकल्पिक अनुवाद: यहाँ तक कि जहाज लगभग टूटने पर था (देखें: मानवीकरण)
לְהִשָּׁבֵֽר
इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""टूटने को"" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
Jonah 1:5
הַמַּלָּחִ֗ים
जहाज पर काम करने वाले पुरुष
אֱלֹהָיו֒
यहाँ देवता झूठे देवताओं और मूर्तियों को संदर्भित करता है जिनकी लोग पूजा करते हैं।
וַיָּטִ֨לוּ אֶת־הַכֵּלִ֜ים אֲשֶׁ֤ר בָּֽאֳנִיָּה֙
लोगों ने जहाज से भारी सामान फेंक दिया। ऐसा करने से, उन्हें आशा थी कि जहाज डूबने से बच जाएगा l
לְהָקֵ֖ל מֵֽעֲלֵיהֶ֑ם
इसका अर्थ 1 ) जहाज को हल्का करना ताकि यह उत्तम रीति से चले l वैकल्पिक अनुवाद: जहाज को उत्तम रीति से चलाने के लिए या 2) खतरे को कम करने के लिए l वैकल्पिक अनुवाद : उस खतरे को कम करने के लिए जिसमें वे थे
וְיוֹנָ֗ה יָרַד֙ אֶל־יַרְכְּתֵ֣י הַסְּפִינָ֔ה
यह पृष्ठभूमि की जानकारी है। इस तरह से अनुवाद करें कि यह स्पष्ट हो कि योना ने तूफान आने से पहले ही ऐसा कर लिया था। (देखें: पृष्ठभूमि की जानकारी)
יַרְכְּתֵ֣י הַסְּפִינָ֔ה
जहाज के निचले भाग में
וַיִּשְׁכַּ֖ב וַיֵּרָדַֽם
और वहाँ गहरी नींद में सो रहा था या और वहाँ लेटा हुआ था और गहरी नींद में सो रहा था। इस कारण, तूफान से वह नहीं उठा l
Jonah 1:6
וַיִּקְרַ֤ב אֵלָיו֙ רַ֣ב הַחֹבֵ֔ל וַיֹּ֥אמֶר ל֖וֹ
जहाज पर काम करने वाले पुरुषों के कप्तान ने योना के पास जाकर कहा
מַה־לְּךָ֣ נִרְדָּ֑ם
तू क्यों सो रहा हैं? यहाँ कप्तान योना को डाँटने के लिए एक भाषणागत् प्रश्न का उपयोग करता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""नींद से उठ!"" (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
ק֚וּם
यह कुछ गतिविधि करने के लिए एक आदेश है जिसे इस शब्द का नाम दिया गया है। देखें कि आपने इस मुहावरे का 1:2 और 1:3 में कैसे अनुवाद किया। इस पद में, कप्तान, योना को अपने देवता से प्रार्थना करने के लिए कह रहा है। क्योंकि योना लेटा हुआ था, कप्तान भी योना को वास्तव में उठ खड़े होने के लिए कह रहा होगा। (देखें: मुहावरे)
קְרָ֣א אֶל־אֱלֹהֶ֔יךָ
अपने देवता से प्रार्थना कर! दुहाई दे अर्थ किसी से मदद के लिए ज़ोर से पुकारना l (देखें: मुहावरे)
אוּלַ֞י יִתְעַשֵּׁ֧ת הָאֱלֹהִ֛ים לָ֖נוּ וְלֹ֥א נֹאבֵֽד
हो सकता है कि योना का देवता उन्हें बचाए इस अस्पष्ट जानकारी को स्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""शायद तेरा देवता हमारी सुने और हमें बचाए ताकि हम नाश न हो"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
וְלֹ֥א נֹאבֵֽד
इसे सकारात्मक कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""और वह हमें बचाएगा"" (देखें: दोहरे नकारात्मक)
Jonah 1:7
וַיֹּאמְר֞וּ אִ֣ישׁ אֶל־רֵעֵ֗הוּ
वाक्यांश प्रत्येक आदमी ... अपने दोस्त के लिए पारस्परिक कार्यवाही को व्यक्त करने वाला एक मुहावरा है। इसका अर्थ है कि समूह के सभी पुरुष एक-दूसरे से ऐसा कह रहे थे। वैकल्पिक अनुवाद: ""नाविकों ने एक दूसरे से कहा"" (देखें: मुहावरे)
לְכוּ֙ וְנַפִּ֣ילָה גֽוֹרָל֔וֹת וְנֵ֣דְעָ֔ה בְּשֶׁלְּמִ֛י הָרָעָ֥ה הַזֹּ֖את לָ֑נוּ
यह जानने के लिए कि यह विपत्ति हम पर किसके कारण पड़ी है हमें चिट्ठी डालनी चाहिए l पुरुषों का ऐसा मानना था कि चिट्ठी किसके नाम की होगी यह देवता निर्णय करेंगे उन्हें यह बताने के लिए जो वह जानना चाहते हैं l यह एक प्रकार का शकुन-विचार था।
הָרָעָ֥ה הַזֹּ֖את
यह भयानक तूफान को संदर्भित करता है।
וַיִּפֹּ֥ל הַגּוֹרָ֖ל עַל־יוֹנָֽה
अभिव्यक्ति "" चिट्ठी योना के नाम पर निकली"" एक मुहावरा जिसका अर्थ है कि, जब पुरुषों ने चिट्ठी डाली, तो परिणाम ने योना की ओर इशारा दिया। इसका अर्थ यह नहीं है कि चिट्ठी योना के ठीक ऊपर गिरी l वैकल्पिक अनुवाद: ""चिट्ठी ने इस बात को दिखाया कि योना दोषी था"" (देखें: मुहावरे)
Jonah 1:8
וַיֹּאמְר֣וּ אֵלָ֔יו
तब जहाज पर काम कर रहे पुरुषों ने योना से कहा
הַגִּידָה־נָּ֣א לָ֔נוּ בַּאֲשֶׁ֛ר לְמִי־הָרָעָ֥ה הַזֹּ֖את לָ֑נוּ
किसके कारण यह विपत्ति हम पर पड़ी है?
Jonah 1:9
יְהוָ֞ה אֱלֹהֵ֤י הַשָּׁמַ֨יִם֙ אֲנִ֣י יָרֵ֔א
यहाँ शब्द * भय * का अर्थ है कि योना यहोवा की आराधना करता था और किसी अन्य देवता की नहीं।
Jonah 1:10
וַיִּֽירְא֤וּ הָֽאֲנָשִׁים֙ יִרְאָ֣ה גְדוֹלָ֔ה
तब वे आदमी बहुत डर गए
מַה־זֹּ֣את עָשִׂ֑יתָ
जहाज पर उपस्थित लोग यह दिखाने के लिए एक भाषणगत् भरे प्रश्न का इस्तेमाल करते हैं कि वे योना के कारण कितना भयभीत और क्रोधित थे, जिसने उन सभी के लिए बड़ी परेशानी खड़ी की l वैकल्पिक अनुवाद: ""तूने दिल दहलाने वाला काम किया है!"" (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
מִלִּפְנֵ֤י יְהוָה֙
यह एक अभिव्यक्ति है जो यहोवा के सम्मुख उसकी उपस्थिति का प्रतिनिधित्व करने के लिए संदर्भित करती है। यहोवा के सम्मुख विचार में उसका ज्ञान, ध्यान, खास देख-रेख या न्याय भी सम्मिलित है। दूर भागने से, योना आशा कर रहा है कि यहोवा इस बात पर ध्यान नहीं देगा कि वह अवज्ञा कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: ""यहोवा की उपस्थिति से"" या ""यहोवा से"" (देखें: रूपक)
כִּ֥י הִגִּ֖יד לָהֶֽם
नाविकों द्वारा चिट्ठी डाले जाने से पहले, योना ने उन्हें पहले ही बता दिया था कि वह यहोवा की उपासना करता था । (देखें: संयोजक - पृष्ठभूमि की जानकारी)
כִּ֥י הִגִּ֖יד לָהֶֽם
जो उसने उन्हें बताया, वह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “क्योंकि उसने उनसे कह दिया था कि मैं यहोवा के सम्मुख से भागने की कोशिश कर रहा हूँ l” (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Jonah 1:11
וַיֹּאמְר֤וּ אֵלָיו֙
तब जहाज पर उपस्थित लोगों ने योना से कहा या तब नाविकों ने योना से कहा
מַה־נַּ֣עֲשֶׂה לָּ֔ךְ וְיִשְׁתֹּ֥ק הַיָּ֖ם מֵֽעָלֵ֑ינוּ
समुद्र को शान्त करने के लिए हमें तेरे साथ क्या करना चाहिए?
הַיָּ֖ם הוֹלֵ֥ךְ וְסֹעֵֽר
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि समुद्र की तूफानी लहरें बढ़ती ही जाती थी l वैकल्पिक अनुवाद: ""तूफान की प्रचण्डता बढ़ती जा रही थी"" (देखें: मुहावरे)
הַיָּ֖ם הוֹלֵ֥ךְ וְסֹעֵֽר
यही कारण था कि पुरुषों ने योना से पूछा कि उन्हें क्या करना चाहिए। यदि परिणाम से पहले कारण बताने के लिए आपकी भाषा में यह अधिक स्पष्ट है, तो ""इसलिए"" या “इस तरह” जैसे शब्द परिणाम के साथ जोड़कर, वचन 11 की शुरुआत में कहा जा सकता है। (देखें: संयोजक - कारण और परिणाम संबंध)
Jonah 1:12
כִּ֚י יוֹדֵ֣עַ אָ֔נִי כִּ֣י בְשֶׁלִּ֔י הַסַּ֧עַר הַגָּד֛וֹל הַזֶּ֖ה עֲלֵיכֶֽם
क्योंकि मुझे पता है कि यह भयंकर तूफान मेरे ही कारण है
Jonah 1:13
וַיַּחְתְּר֣וּ הָאֲנָשִׁ֗ים לְהָשִׁ֛יב אֶל־הַיַּבָּשָׁ֖ה
पुरुष योना को समुद्र में नहीं फेंकना चाहते थे, इसलिए उन्होंने ऐसा नहीं किया जैसा योना ने सुझाया था। यह जानकारी स्पष्ट की जा सकती है। (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
הַיָּ֔ם הוֹלֵ֥ךְ וְסֹעֵ֖ר
तूफान भयंकर हो गया, और लहरें प्रचण्ड हो गईं देखें कि आपने इस मुहावरे का अनुवाद वचन 11 में कैसे किया है ।
Jonah 1:14
וַיִּקְרְא֨וּ
इस कारण उन्होंने पुकारा या क्योंकि समुद्र और अधिक हिंसक हो गया इसलिए उन्होंने जोर से पुकारा
וַיִּקְרְא֨וּ אֶל־יְהוָ֜ה
इसलिए पुरुषों ने ऊँची आवाज से यहोवा से प्रार्थना की
אָנָּ֤ה
इस संदर्भ में, अह! गहरी हताशा को दर्शाता है। अपनी भाषा के लिए इस भावना का सबसे स्वाभाविक तरीके से प्रतिनिधित्व करें। (देखें: विस्मयादिबोधक)
אָנָּ֤ה יְהוָה֙ אַל־נָ֣א נֹאבְדָ֗ה בְּנֶ֨פֶשׁ֙ הָאִ֣ישׁ הַזֶּ֔ה
हे यहोवा, कृपया इस पुरुष की मृत्यु के कारण हमें मत नाश कर या हे यहोवा, भले ही हम इसकी मृत्यु का कारण बनने जा रहे हैं, कृपया हमें मत मार
וְאַל־תִּתֵּ֥ן עָלֵ֖ינוּ דָּ֣ם נָקִ֑יא
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है ""हमें निर्दोष व्यक्ति की हत्या का दोषी न समझ।"" वैकल्पिक अनुवाद: ""और कृपया उसकी मृत्यु के लिए हम दोषी न ठहराए जाएँ "" या ""और हमें उस व्यक्ति को मारने के लिए जिम्मेदार न ठहरा, जो मरने के योग्य नहीं था"" (देखें: मुहावरे)
אַתָּ֣ה יְהוָ֔ה כַּאֲשֶׁ֥ר חָפַ֖צְתָּ עָשִֽׂיתָ
* हे यहोवा, जो कुछ तेरी इच्छा थी वही तू ने किया है* या हे यहोवा, तूने ही यह सब कुछ होने दिया है
Jonah 1:15
וַיַּעֲמֹ֥ד הַיָּ֖ם מִזַּעְפּֽוֹ
समुद्र की भयानक लहरें थम गईं
וַיַּעֲמֹ֥ד הַיָּ֖ם מִזַּעְפּֽוֹ
इसे सकारात्मक कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""समुद्र शान्त हो गया
Jonah 1:16
וַיִּֽירְא֧וּ הָאֲנָשִׁ֛ים יִרְאָ֥ה גְדוֹלָ֖ה אֶת־יְהוָ֑ה
तब वे लोग यहोवा की सामर्थ्य से बहुत भयभीत हो गए या तब उन लोगों ने बड़े भय से यहोवा को भेंट चढ़ाई
Jonah 1:17
कुछ संस्करण इस पद को अध्याय 2 के पहले पद के रूप में अंकित करते हैं। आप अपनी भाषा समूह द्वारा उपयोग किए जाने वाले मुख्य संस्करण के अनुसार पदों को अंकित कर सकते हैं।
וַיְמַ֤ן יְהוָה֙ דָּ֣ג גָּד֔וֹל לִבְלֹ֖עַ אֶת־יוֹנָ֑ה
यह खंड कहानी के अगले भाग का परिचय देता है, जहाँ यहोवा योना को समुद्र से बचाता है, जब योना प्रार्थना करता है। इस संदर्भ में, कहानी का एक नया हिस्सा पेश करने के लिए अंग्रेजी में ""अब"" शब्द का उपयोग किया जाता है। (देखें: नर्इ घटनाओं का परिचय)
שְׁלֹשָׁ֥ה יָמִ֖ים וּשְׁלֹשָׁ֥ה לֵילֽוֹת
शायद यह अभिव्यक्ति इब्रानी भाषा में ""कुछ दिनों"" या ""कुछ दिन"" या कुछ इसी तरह का एक मुहावरा है, लेकिन यह अनिश्चित है। वैकल्पिक अनुवाद: ""तीन दिन और तीन रात"" (देखें: मुहावरे)
Jonah 2
योना 02 सामान्य टिप्पणी
संरचना और स्वरूप
यह अध्याय योना की प्रार्थना के साथ शुरू होता है, और कई अनुवादकों ने इसे शेष पाठों की तुलना में पृष्ठ पर दाईं ओर इसकी पंक्तियों को अलग करने के लिए चुना है। अनुवादक इस अभ्यास का पालन कर सकते हैं, लेकिन वे इसके लिए बाध्य नहीं हैं।
इस अध्याय में विशेष धारणा
समुद्र
इस अध्याय में समुद्र से कई शब्द हैं।
इस अध्याय में भाषा के महत्वपूर्ण अंग ।
काव्य
पवित्रशास्त्र में प्रार्थनाएँ अक्सर एक काव्य रूप में होती हैं। कविता अक्सर किसी विशेष अर्थ के साथ किसी चीज को व्यक्त करने के लिए अलंकारों का उपयोग करती है। उदाहरण के लिए, चूंकि योना समुद्र में एक मछली के भीतर था, इसलिए फँस जाना एक कैद से तुलनात्मक है। योना समुद्र की गहराई से अभिभूत है और इसे पहाड़ों की जड़ और गड्ढे में से कहकर व्यक्त करता है l (देखें: रूपक)
इस अध्याय में संभावित अनुवाद की अन्य कठिनाईयाँ
पश्चाताप
इस बात पर विद्वान अलग अलग सोच रखते हैं कि क्या योना की पश्चाताप वास्तविक थी या वह अपने जीवन को बचाने का प्रयास कर रहा था। अध्याय 4 में उनके दृष्टिकोण के प्रकाश में, यह अनिश्चित है कि क्या वह वास्तव में पश्चाताप कर रहा था l यदि संभव हो, तो अनुवादक ऐसे किसी भी निर्णायक दृष्टिकोण से दूर रहना चाहिए कि योना का पश्चाताप वास्तविक था या नहीं l (देखें: मन फिराना, (पश्चाताप),मन फिराव और बचाना, बचाया, सुरक्षित, उद्धार)
Jonah 2:1
יְהוָ֖ה אֱלֹהָ֑יו
इसका अर्थ है यहोवा, परमेश्वर की उसने उपासना कीl शब्द अपने का अर्थ यह नहीं है कि योना का परमेश्वर उसका निजी परमेश्वर था।
Jonah 2:2
וַיֹּ֗אמֶר
योना ने कहा
קָ֠רָאתִי מִצָּ֥רָה לִ֛י אֶל־יְהוָ֖ה וַֽיַּעֲנֵ֑נִי
यह पंक्ति मछली के पेट में योना के अनुभव और प्रार्थना का वर्णन करते हुए एक काव्य की शुरुआत करती है। काव्य उस सटीक शब्द को नहीं देता जो उस समय योना ने प्रार्थना की थी क्योंकि काव्य पाठ बाद में लिखा गया था, मछली में योना के अनुभव, उसकी प्रार्थना और परमेश्वर के उत्तर का वर्णन करते हुए जैसे कि वे पहले ही बीत चुका था l काव्य की इस पहली पंक्ति को दो तरीकों में से एक में समझा जा सकता है: या तो प्रार्थना के वर्णन के रूप में यहोवा को संबोधित किया जा रहा है; या प्रार्थना के वर्णन के परिचय के रूप में किसी अन्य व्यक्ति को संबोधित किया जा रहा है। ""मुक्ति यहोवा ही से होती है !"" वाक्यांश से संबंधित नोट [2:9] में (../02/09/jdrh) में भी देखें । (देखें: काव्य)
קָ֠רָאתִי מִצָּ֥רָה לִ֛י אֶל־יְהוָ֖ה
मैंने अपनी बड़ी मुसीबत के समय यहोवा से प्रार्थना की या यहोवा, मैंने अपने संकट के समय तुझे पुकारा
וַֽיַּעֲנֵ֑נִי
यहोवा ने मेरी सुनी या उसने मेरी मदद की या तूने मुझे उत्तर दिया
מִבֶּ֧טֶן שְׁא֛וֹל
अधोलोक में से या अधोलोक की गहराई में से। संभव अर्थों में सम्मिलित: 1) योना मछली के पेट में होने की बात इस तरह कह रहा है जैसे कि अधोलोक में है; या 2) योना ने माना कि वह मरने वाला है और अधोलोक में जाने वाला था; या 3) वह इस रीति से व्याख्यान कर रहा था जैसे कि वह मर चूका है और अधोलोक में चला गया हो l (देखें: रूपक)
שְׁא֛וֹל
पताल उस जगह का नाम था जहाँ लोग मरने के बाद जाते थे। इसे धरती के नीचे कहीं एक अँधेरे से भरा संसार माना जाता था । नए नियम के समकक्ष ""अधोलोक"" प्रतीत होता है, जहाँ मृतक न्याय की प्रतीक्षा करते हैं (देखें प्रकाशितवाक्य 20:13)। यदि आपकी भाषा में इस स्थान के लिए एक शब्द है, तो आप इसे यहाँ उपयोग करना चाहते हैं, या शब्द ""पताल"" को ले सकते हैं। (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
שָׁמַ֥עְתָּ קוֹלִֽי
इस वाक्यांश का संभव अर्थ शाब्दिक और प्रतीकात्मक है। वाक्यांश का शाब्दिक अर्थ है कि जब वह मछली के पेट में प्रार्थना कर रहा था तब यहोवा ने योना की सुनी। यद्यपि, पुराने नियम में ""किसी की आवाज़ सुनने के लिए"" वाक्यांश का अर्थ अक्सर ""सुनना और पालन करना"" होता है (अनुपालन)। इस संदर्भ में, योना व्यक्त कर रहा है कि यहोवा ने उसकी सुनी और उसे बचाने का उपाय किया। (देखें: मुहावरे)
Jonah 2:3
בִּלְבַ֣ב יַמִּ֔ים
यहाँ शब्द बीच में किसी के ""अंदर"" होने के लिए एक रूपक है। वाक्यांश ""के बीच में"" का अर्थ है ""मध्य में"" या ""पूरी तरह से समुद्र के पानी से घिरा हुआ""। वैकल्पिक अनुवाद: ""समुद्र के बीच में"" (देखें: रूपक)
וְנָהָ֖ר יְסֹבְבֵ֑נִי
समुद्र का पानी मेरे ऊपर से बह गया
מִשְׁבָּרֶ֥יךָ וְגַלֶּ֖יךָ
ये दोनों महासागर की सतह की खलल हैं। उन्हें एक शब्द में जोड़ा जा सकता है, जैसे ""लहरें"" (देखें: दोहरात्मक)
Jonah 2:4
וַאֲנִ֣י
इस अभिव्यक्ति से पता चलता है कि यहोवा की कार्यवाहियों के बीच एक विरोधाभास है, जिसके विषय योना ने बात की थी, और उसकी अपनी प्रतिक्रिया। वैकल्पिक अनुवाद: ""तब मैं ने"" (देखें: संयोजक - तुलनात्मक संबंध)
נִגְרַ֖שְׁתִּי
इसे सक्रिय रूप में कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""तूने मुझे सामने से निकाल दिया"" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)
מִנֶּ֣גֶד עֵינֶ֑יךָ
यहाँ आँखें एक रूपक है जिसका अर्थ देखना, और देखना, परमेश्वर के ध्यान, नोटिस और ध्यान का एक रूपक है। वैकल्पिक अनुवाद: ""तेरे सामने से"" या ""आपकी उपस्थिति से"" या ""जहाँ तू मुझ पर ध्यान नहीं करता"" (देखें: लक्षणालंकार)
אַ֚ךְ אוֹסִ֣יף לְהַבִּ֔יט אֶל־הֵיכַ֖ל קָדְשֶֽׁךָ
योना को अभी भी आशा है कि, सब कुछ होने के बाद भी, परमेश्वर उसे यरूशलेम में मन्दिर को फिर से देखने की अनुमति देगा।
Jonah 2:5
אֲפָפ֤וּנִי מַ֨יִם֙ עַד־נֶ֔פֶשׁ תְּה֖וֹם יְסֹבְבֵ֑נִי
योना अपनी स्थिति की गंभीरता और निराशा को व्यक्त करने के लिए दो समान वाक्यांशों का उपयोग करता है। (देखें: समरूपता)
מַ֨יִם֙
यहाँ जल समुद्र को दर्शाता है।
עַד־נֶ֔פֶשׁ
यहाँ इब्रानी शब्द प्राण का अर्थ संभव मेरा जीवन या मेरी गर्दन या मेरी आत्मा है। किसी भी परिस्थिति में, जल उसकी जीवनलीला को समाप्त करने के लिए भयसूचक था। वैकल्पिक अनुवाद: ""मेरी गर्दन तक"" या ""जहाँ तक मेरा प्राण है
תְּה֖וֹם יְסֹבְבֵ֑נִי
गहरा जल मेरे चारों ओर था
ס֖וּף
समुद्री सिवार समुद्र में उगने वाली घास है
Jonah 2:6
הָאָ֛רֶץ בְּרִחֶ֥יהָ בַעֲדִ֖י לְעוֹלָ֑ם
यहाँ योना पृथ्वी से कैद की तुलना करने के लिए अलंकार का उपयोग करता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""पृथ्वी एक कैद की तरह थी जो मुझे हमेशा के लिए बंद करने वाली थी"" (देखें: रूपक)
וַתַּ֧עַל מִשַּׁ֛חַת חַיַּ֖י
यहाँ * गड्ढा * शब्द के दो संभावित अर्थ हैं: 1) यह एक भूमि के नीचे बहुत गहरे स्थान या पानी के नीचे के स्थान का विवरण का तरीका हो सकता है या 2) यह एक अलंकार हो सकता है जिसका अर्थ है मृतकों का स्थान (देखें: रूपक) । किसी भी स्थिति में, यह शब्द संभवतः इस तथ्य को संदर्भित करता है कि योना को ऐसा लगा कि वह मर जाएगा। वैकल्पिक अनुवाद: ""लेकिन तूने मुझे एक गहरे स्थान में मरने से बचाया"" या ""लेकिन तूने मेरे प्राण को मृतकों की जगह से बचाया
יְהוָ֥ה אֱלֹהָֽי
कुछ भाषाओं में, वाक्य की शुरुआत में या शब्द * आप * के आगे इसे रखना अधिक स्वाभाविक हो सकता है।
Jonah 2:7
בְּהִתְעַטֵּ֤ף עָלַי֙ נַפְשִׁ֔י
यह वाक्यांश का अर्थ ऐसा हो सकता है: 1) योना ने यहोवा को स्मरण किया ठीक उसी समय जब वह मरने पर था, या 2) योना ने बचाए जाने की आशा छोड़ दी थी और स्वयं को इस तथ्य से संतुष्ट कर लिया था कि वह मर जाएगा। वैकल्पिक अनुवाद: ""जब मेरा प्राण निकलने पर था"" या ""जब मेरा प्राण मूर्छा में था"" (देखें:)
אֶת־יְהוָ֖ה זָכָ֑רְתִּי
चूंकि योना यहोवा से प्रार्थना कर रहा था, इसलिए यह कहने के लिए कुछ भाषाओं में अधिक स्पष्ट हो सकता है कि ""यहोवा, मैंने तेरे विषय में सोचा"" या ""मैंने यहोवा को स्मरण किया।
וַתָּב֤וֹא אֵלֶ֨יךָ֙ תְּפִלָּתִ֔י אֶל־הֵיכַ֖ל קָדְשֶֽׁךָ
योना बोलता है जैसे कि उसकी प्रार्थना परमेश्वर और उसके मन्दिर की यात्रा कर सकती है। इसका अर्थ है कि परमेश्वर ने उसकी प्रार्थना सुनी और उस पर प्रतिक्रिया दी। वैकल्पिक अनुवाद: ""फिर तू अपने पवित्र मन्दिर में मेरी प्रार्थना सुनें"" (देखें: रूपक)
הֵיכַ֖ל קָדְשֶֽׁךָ
यहाँ ""पवित्र मन्दिर"" शब्द का शाब्दिक अर्थ या अलंकारिक अर्थ हो सकता है, या शायद दोनों। योना यरूशलेम में शाब्दिक मन्दिर के बारे में बोल रहा होगा, या वह स्वर्ग में परमेश्वर के निवास स्थान के बारे में बोल रहा होगा। यूएसटी देखें। (देखें: लक्षणालंकार)
Jonah 2:8
נַפְשִׁ֔י
यहाँ इब्री शब्द मेरी आत्मा का अर्थ *मेरा जीवन * भी हो सकता है।
מְשַׁמְּרִ֖ים הַבְלֵי־שָׁ֑וְא
यहाँ ""व्यर्थ देवता"" शब्द संभवतः झूठे देवताओं की मूर्तियों को वर्णन करने के लिए एक मुहावरा है। वैकल्पिक अनुवाद: ""जो व्यर्थ मूर्तियों पर ध्यान देते हैं"" या ""जो व्यर्थ देवताओं पर ध्यान देते हैं"" (देखें: मुहावरे)
חַסְדָּ֖ם יַעֲזֹֽבוּ
यहाँ, वाचा की विश्वासयोग्यता 1) परमेश्वर की विश्वासयोग्यता या 2) लोगों की विश्वासयोग्यता को संदर्भित कर सकती है । इसलिए, इसका अर्थ यह 1) हो सकता है ""आपको अस्वीकार कर रहे हैं, वह उनके प्रति विश्वासयोग्य होगा"" या 2) ""आपके लिए अपनी प्रतिबद्धता को छोड़ रहे हैं
Jonah 2:9
וַאֲנִ֗י
इस अभिव्यक्ति से यह पता लगता है कि योना में और जिन लोगों के विषय उसने बात की थी, उनके बीच एक अन्तर है। उन्होंने व्यर्थ देवताओं पर ध्यान दिया, लेकिन योना यहोवा की आराधना करता था। वैकल्पिक अनुवाद: ""लेकिन मैं"" (देखें: संयोजक - तुलनात्मक संबंध)
בְּק֤וֹל תּוֹדָה֙ אֶזְבְּחָה־לָּ֔ךְ
इस वाक्यांश का शायद यह अर्थ है कि योना परमेश्वर का धन्यवाद करेगा जब उसने उसे एक बलिदान चढ़ाया। यह स्पष्ट नहीं है कि योना ने गीत के द्वारा या आनन्द से चिल्लाकर परमेश्वर को धन्यवाद देने की योजना बनाई।
יְשׁוּעָ֖תָה לַיהוָֽה
कविता की इस अंतिम पंक्ति को दो में से एक तरीके से समझा जा सकता है: या तो 1) यहोवा को प्रार्थना के वर्णन के हिस्से के रूप में संबोधित किया जा सकता है; या 2) प्रार्थना के वर्णन के निष्कर्ष के रूप में किसी अन्य व्यक्ति को संबोधित किया जा रहा है। 2:2.में वाक्यांश ""मैं अपने संकट में यहोवा को पुकारता हूँ"" के विषय में भी देखें।
יְשׁוּעָ֖תָה לַיהוָֽה
इसे पुन: प्रस्तुत किया जा सकता है ताकि भाववाचक संज्ञा उद्धार को क्रिया बचाने के रूप में व्यक्त किया जाता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""यह वही है जो लोगों को बचाता है"" (देखें: भाववाचक संज्ञा)
Jonah 2:10
אֶל־הַיַּבָּשָֽׁה
भूमि पर या किनारे पर
Jonah 3
योना 03 सामान्य टिप्पणी
संरचना और स्वरूप
यह अध्याय योना के जीवन की एक कहानी का विवरण देता है ।
इस अध्याय में विशेष धारणा
पशु
राजा की घोषणा के अनुसार, जानवरों को भी उपवास में सम्मिलित होना था l यह उनकी अधिकांश गैर यहूदी मानसिकता को दर्शाता है। मूसा की व्यवस्था में ऐसा कुछ भी नहीं था जो लोगों को ऐसा निर्देश दिया हो कि किसी भी धार्मिक रीति में जानवरों को सम्मिलित करें । (देखें: व्यवस्था, मूसा की व्यवस्था, परमेश्वर की व्यवस्था, यहोवा की व्यवस्था)
इस अध्याय में संभावित अनुवाद की अन्य कठिनाईयाँ
नीनवे का आकार
जब लेखक नीनवे के आकार के बारे में बात करता है, तो जो माप वह देता है वह अस्पष्ट है। वाक्यांश तीन दिन की यात्रा इब्रानी में अस्पष्ट है, जैसा कि कई विद्वानों ने टिप्पणी की है। योना के दिनों में, शहर आज के जितने बड़े नहीं थे। इसलिए यद्यपि नीनवे एक बड़ा शहर था, लेकिन यह अधिकांश आधुनिक शहरों जितना बड़ा नहीं था।
परमेश्वर का पछताना या नरम पड़ना
इस अध्याय का अंतिम वचन कहता है, तब परमेश्वर ने उस दण्ड के विषय में अपना मन बदल दिया जिसके बारे उसने कहा था, और उसने वैसा नहीं कियाl परमेश्वर के बदलने की यह अवधारणा इस तथ्य के साथ अनुचित लग सकती है कि परमेश्वर का चरित्र और उनकी योजनाएँ नहीं बदलती। लेकिन यह पूरी पुस्तक एक मानवीय दृष्टिकोण से लिखी गई है और इसलिए यह परमेश्वर के कार्यों को प्रस्तुत करती है जैसा योना ने उन्हें देखा l परमेश्वर ने योना से कहा था कि वह उनकी बुराई के लिए नीनवे वासियों को चेतावनी दे।
यहोवा न्यायी है, लेकिन वह दयालु भी है। क्योंकि नीनवे के वासियों ने पश्चाताप किया, इसलिए इस घटना में परमेश्वर ने न्याय के साथ व्यवहार नहीं किया, जिसे योना ने ""मानवीय रूप से"" अपने मन को बदलने के रूप में वर्णन किया । पाठक समझता है कि यह शुरू से ही परमेश्वर की योजना थी। (देखें: न्यायोचित, न्याय, अन्याय, न्यायसंगत सिद्ध करना, औचित्य, दया, दयालु और न्यायी, न्याय और बुराई, दुष्ट, दुष्टता)
Jonah 3:1
וַיְהִ֧י דְבַר־יְהוָ֛ה
यह वाक्यांश योना की कहानी के दूसरे आधे हिस्से का परिचय देता है। वही वाक्यांश कहानी के पहले भाग (1:1) का परिचय देता है। (देखें: नर्इ घटनाओं का परिचय)
וַיְהִ֧י דְבַר־יְהוָ֛ה
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि यहोवा ने किसी तरह से अपने संदेश को बोला या संवाद किया.. देखें कि आपने 1:1में इसका अनुवाद कैसे किया । वैकल्पिक अनुवाद: ""यहोवा ने अपना संदेश सुनाया"" (देखें: मुहावरे)
Jonah 3:2
ק֛וּם לֵ֥ךְ אֶל־נִֽינְוֵ֖ה הָעִ֣יר הַגְּדוֹלָ֑ה
बड़े और महत्वपूर्ण शहर नीनवे को जा
ק֛וּם
उठ कर एक मुहावरा है कि योना को इस से प्रेरित होकर अगले आदेश का पालन करना है जो इस प्रकार से है “जाl” देखें आपने 1:2 और 1:3 में इसका अनुवाद कैसे किया है l (देखें: मुहावरे)
וִּקְרָ֤א אֵלֶ֨יהָ֙ אֶת־הַקְּרִיאָ֔ה אֲשֶׁ֥ר אָנֹכִ֖י דֹּבֵ֥ר אֵלֶֽיךָ
जो मैंने तुझे उन्हें बताने को कहा है वहाँ के लोगों को बता
Jonah 3:3
וַיָּ֣קָם יוֹנָ֗ה וַיֵּ֛לֶךְ אֶל־נִֽינְוֶ֖ה כִּדְבַ֣ר יְהוָ֑ה
यहाँ शब्द गया का अर्थ है कि योना ने परमेश्वर की आज्ञा के उत्तर में कार्यवाही की, और इस बार उसने अवज्ञा करने के बजाय आज्ञा मानी। वैकल्पिक अनुवाद: इस बार योना ने यहोवा की बात मानी और नीनवे को चला गया या ""तो योना समुद्र किनारे से नीनवे को चला गया, जैसा यहोवा ने उसे आज्ञा दी थी"" (देखें: मुहावरे)
כִּדְבַ֣ר יְהוָ֑ה
यहोवा का संदेश या यहोवा की आज्ञा
וְנִֽינְוֵ֗ה הָיְתָ֤ה עִיר־גְּדוֹלָה֙ לֵֽאלֹהִ֔ים מַהֲלַ֖ךְ שְׁלֹ֥שֶׁת יָמִֽים
यह वाक्य नीनवे शहर के विषय में पृष्ठभूमि की जानकारी देता है। (देखें: पृष्ठभूमि की जानकारी)
עִיר־גְּדוֹלָה֙ לֵֽאלֹהִ֔ים
यह एक मुहावरे है जिसका अर्थ यह है कि यह शहर बहुत बड़ा है और संसार के सबसे बड़े शहरों में से एक है। (देखें: मुहावरे)
מַהֲלַ֖ךְ שְׁלֹ֥שֶׁת יָמִֽים
ऐसा प्रतीत होता है कि एक व्यक्ति को शहर के एक तरफ से पूरी तरह विपरीत दिशा में जाने के लिए तीन दिनों तक चलना पड़ता था। इसका अर्थ यह भी हो सकता है कि पूरा शहर घूमने में तीन दिन लग गए। वैकल्पिक अनुवाद: ""एक शहर इतना बड़ा था कि एक व्यक्ति को उसका भ्रमण करने में तीन दिन लगेंगे"" (देखें: मुहावरे)
Jonah 3:4
וַיָּ֤חֶל יוֹנָה֙ לָב֣וֹא בָעִ֔יר מַהֲלַ֖ךְ י֣וֹם אֶחָ֑ד וַיִּקְרָא֙
इस वाक्यांश के दो संभावित अर्थ हैं: 1) योना ने शहर में प्रवेश करके एक दिन की यात्रा पूरी की, तब उसने प्रचार करना शुरू किया; या 2) जब योना पहले दिन नगर से गुजर रहा था, तो उसने प्रचार करना शुरू कर दिया।
וַיִּקְרָא֙ וַיֹּאמַ֔ר
और उसने घोषणा की या और वह चिल्लाया
ע֚וֹד אַרְבָּעִ֣ים י֔וֹם
40 दिनों के बाद या 40 दिनों में 40 दिन शेष रह गए, और
אַרְבָּעִ֣ים י֔וֹם
चालीस दिन (देखें: संख्याएँ)
Jonah 3:5
וַיִּקְרְאוּ־צוֹם֙
लोगों ने परमेश्वर या दोनों को पछतावे या भक्ति प्रकट करने हेतु उपवास रखा l (देखें: प्रतीकात्मक कार्य)
וַיִּלְבְּשׁ֣וּ שַׂקִּ֔ים
लोगों द्वारा टाट ओढ़ने का कारण अधिक स्पष्ट रूप से बताया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""वे यह दिखाने के लिए मोटे कपड़े को ओढ़ते हैं कि उन्हें पाप करने का पछतावा है"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
מִגְּדוֹלָ֖ם וְעַד־קְטַנָּֽם
सबसे बड़े से लेकर छोटे तक सभों ने या सभी महत्वपूर्ण लोगों और सभी महत्वहीन लोगों सहित
Jonah 3:6
הַדָּבָר֙
योना का संदेश
וַיָּ֨קָם֙ מִכִּסְא֔וֹ
वह अपने सिंहासन से उठ गया या वह अपने सिंहासन से उठ खड़ा हुआ। राजा ने यह दिखाने के लिए अपना सिंहासन छोड़ दिया कि वह विनम्रतापूर्वक काम कर रहा है। (देखें: प्रतीकात्मक कार्य)
מִכִּסְא֔וֹ
एक सिंहासन एक विशेष कुर्सी होती है जिस पर एक राजा अपने आधिकारिक कर्तव्यों का पालन करते समय बैठता है। यह केवल राजा के लिए आरक्षित होती है।
וַיֵּ֖שֶׁב עַל־הָאֵֽפֶר
राख में बैठना विनम्रता और दुःख प्रकट करने का एक तरीका था। इस घटना में, यह दिखाना था कि उसे अपने पाप के लिए कितना अधिक पछतावा है। (देखें: प्रतीकात्मक कार्य)
Jonah 3:7
וַיַּזְעֵ֗ק וַיֹּ֨אמֶר֙…לֵאמֹ֑ר
उसने एक आधिकारिक घोषणा की, जिसमें कहा गया कि या उसने अपने प्रधानों को घोषणा करने के लिए भेजा
מִטַּ֧עַם הַמֶּ֛לֶךְ וּגְדֹלָ֖יו
राजा और उसके अधिकारियों के पूर्ण अधिकार के साथ एक आदेश
וּגְדֹלָ֖יו
शब्द * कुलीन * में महत्वपूर्ण पुरुषों का उल्लेख है जिन्होंने राजा को शहर पर शासन करने में सहायता दी।
הַבָּקָ֣ר וְהַצֹּ֗אן
यह दो प्रकार के जानवरों को संदर्भित करता है जिनकी लोग देखभाल करते हैं। एक 'झुण्ड' बड़े पशुधन (जैसे बैलों या मवेशियों) से मिलकर बना होता है और एक 'झुण्ड' छोटे पशुधन (जैसे भेड़ या बकरियों) से मिलकर बनता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""मवेशी या भेड़
אַ֨ל־יִרְע֔וּ וּמַ֖יִם אַל־יִשְׁתּֽוּ
उन्हें कुछ भी खाना पीना नहीं चाहिए। वह कारण कि वे कुछ भी नहीं खा रहे थे या पी रहे थे इसे बता कर स्पष्ट किया जा सकता है कि उन्हें अपने पापों के लिए पछतावा था. (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Jonah 3:8
וְהַבְּהֵמָ֔ה
यहाँ जानवर शब्द उन जानवरों को संदर्भित करता है जो लोग घरों में रखते हैं।
וְיִקְרְא֥וּ אֶל־אֱלֹהִ֖ים בְּחָזְקָ֑ה
और उन्हें गंभीरता के साथ परमेश्वर से प्रार्थना करनी चाहिए। लोगों को किस बात के लिए प्रार्थना करनी है इसे स्पष्ट किया जा सकता है l वैकल्पिक अनुवाद: ""और उन्हें चिल्ला चिल्लाकर परमेश्वर की दोहाई देनी चाहिए और परमेश्वर से दया माँगनी चाहिए"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
הֶחָמָ֖ס אֲשֶׁ֥ר בְּכַפֵּיהֶֽם
यहाँ * करते * एक रूपक है जो काम करने के लिए उपनाम है। यह उस हिंसा को संदर्भित करता है जिसे नीनवे के लोग कर रहे थे। वैकल्पिक अनुवाद: ""हिंसक चीजें जो उसने की हैं"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Jonah 3:9
מִֽי־יוֹדֵ֣עַ
राजा ने इस भाषणगत् प्रश्न का उपयोग लोगों को उस बात के बारे में सोचने के लिए किया जो संभव है, परन्तु अनिश्चित है कि यदि वे पाप करना बंद कर देंगे, तो हो सकता है कि परमेश्वर उन्हें घात न करे । इसे एक कथन के रूप में अनुवादित किया जा सकता है: ""हम नहीं जानते""। या इसे एक शब्द के रूप में कहा जा सकता है और अगले वाक्य का हिस्सा हो सकता है: ""शायद""। (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
יָשׁ֔וּב וְנִחַ֖ם הָאֱלֹהִ֑ים
यहाँ लेखक न्याय के विषय में परमेश्वर के द्वारा अपने मन को बदलने की बात इस तरह करता है जैसे कि मानो परमेश्वर अपने मार्ग को छोड़ विपरीत दिशा में चल रहा था l वैकल्पिक अनुवाद: ""इसके स्थान पर परमेश्वर ने करुणा को चुना"" या ""परमेश्वर ने जो कहा वह उसके विपरीत कर सकता है और दयावान हो सकता है"" (देखें: रूपक)
מֵחֲר֥וֹן אַפּ֖וֹ
यहाँ * भड़का हुआ कोप * एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि व्यक्ति गुस्से में है। वैकल्पिक अनुवाद: ""अपने क्रोध से"" (देखें: मुहावरे)
וְלֹ֥א נֹאבֵֽד
और हम नहीं मरेंगे
Jonah 3:10
וַיַּ֤רְא הָֽאֱלֹהִים֙ אֶֽת־מַ֣עֲשֵׂיהֶ֔ם כִּי־שָׁ֖בוּ מִדַּרְכָּ֣ם הָרָעָ֑ה
परमेश्वर ने देखा कि उन्होंने बुरे काम करना बंद कर दिया
שָׁ֖בוּ מִדַּרְכָּ֣ם הָרָעָ֑ה
यहाँ लेखक लोगों को अपने पाप से फिरने के बारे में बोलता है जैसे कि उन्होंने बुराई के रास्ते पर चलने से पलट कर और विपरीत दिशा में चलना शुरू कर दिया हो । (देखें: रूपक)
וַיִּנָּ֣חֶם הָאֱלֹהִ֗ים עַל־הָרָעָ֛ה
यहां ""कुमार्ग"" के रूप में अनुवादित शब्द बहुत व्यापक है, जिसमें नैतिक बुराई, शारीरिक बुराई और वह सब कुछ है जो बुरा है। यह एक ही शब्द है जिसका उपयोग पिछले वाक्य (और पद 8) में किया गया है ताकि नीनवे के लोगों के कामों का वर्णन किया जा सके। लेखक विवरण दे रहा है कि जब लोग नैतिक बुराई से पश्चाताप करते हैं, तो परमेश्वर शारीरिक दण्ड (सजा) देने में नरम हो जाता है। परमेश्वर कभी नैतिक बुराई नहीं करता। यदि यह आपकी भाषा में स्पष्ट है, तो आप दोनों वाक्यों में एक ही शब्द का उपयोग कर सकते हैं। यदि यह स्पष्ट नहीं है, तो आप विभिन्न शब्दों का उपयोग कर सकते हैं।
וְלֹ֥א עָשָֽׂה
परमेश्वर ने जो नहीं किया उसे स्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""और उसने उन्हें दण्डित नहीं किया"" या ""और उसने उन्हें नष्ट नहीं किया"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Jonah 4
योना 04 सामान्य टिप्पणी
संरचना और स्वरूप
योना कहानी का विवरण देते हुए पुस्तक को एक असामान्य समापन की ओर ले जाता प्रतीत होता है। यह इस बात पर जोर देती है कि पुस्तक वास्तव में योना के बारे में नहीं है। यह दिखाती है कि परमेश्वर की इच्छा सभी पर करुणा करना है, चाहे वह यहूदी हो या गैर-यहूदी l (देखें: दया, दयालु)
इस अध्याय में विशेष धारणाएं
भविष्यद्वाणी सही प्रतीत नहीं हो रही
भविष्यद्वक्ता और यहोवा के बीच के संबंध को देखना महत्वपूर्ण है। एक भविष्यद्वक्ता यहोवा के लिए भविष्यद्वाणी करने वाला होता था, और उसके वचनों को सत्य होना चाहिए। मूसा की व्यवस्था के अनुसार, यदि ऐसा नहीं हुआ, तो इसका दण्ड मृत्यु था, क्योंकि यह दर्शाता है कि वह एक वास्तविक भविष्यद्वक्ता नहीं था। लेकिन जब योना ने नीनवे शहर को बताया कि यह चालीस दिनों में नष्ट होने वाला है, उस समय ऐसा नहीं हुआ l ऐसा इसलिए है क्योंकि परमेश्वर दयालु होने का अधिकार रखता है। (देखें: भविष्यद्वक्ता, भविष्यद्वाणी, भविष्यद्वाणी करना, द्रष्टा, भविष्यद्वक्तिन और व्यवस्था, मूसा की व्यवस्था, परमेश्वर की व्यवस्था, यहोवा की व्यवस्था)
योना का गुस्सा
जब परमेश्वर ने नीनवे को नष्ट नहीं किया, तो योना परमेश्वर से क्रोधित हो गया क्योंकि योना नीनवे के लोगों से घृणा करता था। वे इस्राएल के दुश्मन थे। लेकिन परमेश्वर चाहता था कि योना और इस पुस्तक के पाठक इस बात को जाने कि परमेश्वर सभी लोगों से प्रेम करते हैं l
इस अध्याय में भाषा के महत्वपूर्ण अंग
भाषणगत् प्रश्न
अन्य स्थानों की तरह, योना भाषणगत् प्रश्नों को यह दिखाने के लिए पूछता है कि वह यहोवा से कितना अधिक क्रोधित था । (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
सीनै पर्वत के समानांतर
पद 2 में, योना परमेश्वर के गुणों की एक श्रृंखला देता है। इस पुस्तक का एक यहूदी पाठक इसे एक सूत्र के रूप में पहचानता है, जिसका उपयोग मूसा परमेश्वर के बारे में बोलने में करता था जब वह सीनै पर्वत पर परमेश्वर से मिल रहा था। (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
इस अध्याय में संभावित अनुवाद की अन्य कठिनाईयाँ
परमेश्वर का अनुग्रह
जब योना शहर के बाहर गया, तो उसे अत्याधिक गर्मी लगी और परमेश्वर ने एक पौधे के माध्यम से उसे कुछ आराम प्रदान किया। परमेश्वर एक वस्तु के सबक के माध्यम से योना को सिखाने का प्रयास कर रहा था। पाठक के लिए यह स्पष्ट रूप से देखना महत्वपूर्ण है। (देखें: अनुग्रह, अनुग्रहकारी)
Jonah 4:1
וַיֵּ֥רַע אֶל־יוֹנָ֖ה רָעָ֣ה גְדוֹלָ֑ה וַיִּ֖חַר לֽוֹ׃
यह वाक्य कहानी के अगले भाग का परिचय देता है जहाँ योना परमेश्वर को नीनवे शहर को बचाने के लिए प्रतिक्रिया देता है। (देखें: नर्इ घटनाओं का परिचय)
וַיִּ֖חַר לֽוֹ
यह एक मुहावरा है जो योना के क्रोध की बात करता है जैसे कि उसके अन्दर आग जल रही थी l वैकल्पिक अनुवाद: ""और वह बहुत क्रोधित था"" (देखें: मुहावरे)
Jonah 4:2
אָנָּ֤ה
इस संदर्भ में, शब्द आह! गहन निराशा को दर्शाता है। अपनी भाषा के लिए इस भावना का सबसे स्वाभाविक तरीके से प्रतिनिधित्व करें। (देखें: विस्मयादिबोधक)
יְהוָה֙ הֲלוֹא־זֶ֣ה דְבָרִ֗י עַד־הֱיוֹתִי֙ עַל־אַדְמָתִ֔י
योना ने परमेश्वर को यह बताने के लिए इस भाषणगत् प्रश्न का उपयोग किया कि वह कितना क्रोधित था। यदि यह अधिक स्पष्ट है, तो इसे एक कथन में प्रस्तुत किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""आह, यहोवा, जब मैं अपने देश में था तब मैंने यही तो कहा था !"" (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
יְהוָה֙ הֲלוֹא־זֶ֣ה דְבָרִ֗י עַד־הֱיוֹתִי֙ עַל־אַדְמָתִ֔י
जब योना अपने देश में था, तब जो बात उसने कही थी इसे स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""हे यहोवा, जब मैं अपने देश में ही था तो मुझे पता था कि यदि मैंने नीनवे के लोगों को चेतावनी दी, तो वे पश्चाताप करेंगे, और आप उन्हें नष्ट नहीं करेंगे।"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
אֶ֤רֶךְ אַפַּ֨יִם֙
यह एक मुहावरे का अर्थ है कि यहोवा शीघ्र क्रोध नहीं करता l वैकल्पिक अनुवाद: ""क्रोध में धीमा"" या ""धीरजवन्त"" (देखें: मुहावरे)
וְרַב־חֶ֔סֶד
और बहुत विश्वासयोग्य या और तू लोगों को बहुत प्रेम करता है
וְנִחָ֖ם עַל־הָרָעָֽה
यहाँ, दुख का तात्पर्य नीनवे शहर और उसके लोगों के भौतिक विनाश से है। इसमें नैतिक बुराई का वर्णन नहीं है। इस संदर्भ में, इस वाक्यांश का अर्थ है कि परमेश्वर पाप करने वाले लोगों के साथ बुरा व्यवहार करने में पछतावा महसूस करता है और जब पापी लोग अपने पाप के लिए पश्चाताप करते हैं तो वह अपना मन बदल लेता है। इस अस्पष्ट जानकारी को स्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""और तू पापियों के विनाश के बारे में दुःख महसूस करता है"" या ""और तू पश्चाताप करने वाले पापियों को दण्डित नहीं करने का निर्णय लेता है"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Jonah 4:3
קַח־נָ֥א אֶת־נַפְשִׁ֖י מִמֶּ֑נִּי
योना के मरने की इच्छा के कारण को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""चूँकि तूने जैसा कहा था कि नीनवे को नष्ट करूँगा वैसा नहीं किया इसलिए मुझे मरने दे"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
כִּ֛י ט֥וֹב מוֹתִ֖י מֵחַיָּֽי
मेरे लिए जीवित रहने से मरना भला है या क्योंकि मैं मरना चाहता हूँ। मैं जीना नही चाहता
Jonah 4:4
הַהֵיטֵ֖ב חָ֥רָה לָֽךְ
यह एक मुहावरा है जो योना के क्रोध की बात करता है जैसे कि वह उसके अन्दर आग जलाने वाला हो। देखें कि आपने 4:1 में इसका अनुवाद कैसे किया। वैकल्पिक अनुवाद: ""क्या तेरे लिए इस विषय में क्रोधित होना सही है?"" (देखें: मुहावरे)
הַהֵיטֵ֖ב חָ֥רָה לָֽךְ
योना के क्रोध का कारण स्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""क्या तेरे लिए क्रोधित होना सही है कि मैंने नीनवे को नष्ट नहीं किया?"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Jonah 4:5
וַיֵּצֵ֤א יוֹנָה֙ מִן־הָעִ֔יר
तब योना ने नीनवे के शहर को छोड़ दिया
מַה־יִּהְיֶ֖ה בָּעִֽיר
योना यह देखना चाहता था कि परमेश्वर शहर को नष्ट करेगा या नहीं। वैकल्पिक अनुवाद: ""शहर का क्या होगा"" या ""परमेश्वर शहर का क्या करेगा
Jonah 4:6
מֵעַ֣ל לְיוֹנָ֗ה לִֽהְי֥וֹת צֵל֙ עַל־רֹאשׁ֔וֹ
छाया के लिए योना के सिर पर
לְהַצִּ֥יל ל֖וֹ מֵרָֽעָת֑וֹ
यहाँ ""बुराई"" शब्द का अर्थ दो बातें (या एक ही समय में दोनों) हो सकता है: 1) ""बेचैनी"" या ""संकट"", जिसका अर्थ है, योना के सिर पर चमकते सूर्य की तीव्र गर्मी; या 2) ""गलत,"" जिसका अर्थ है कि परमेश्वर के नीनवे को नष्ट न करने के निर्णय के बारे में योना का गलत व्यवहार। यदि दोनों अर्थों को संरक्षित किया जा सकता है, तो यह बेहतर है। यदि नहीं, तो आप एक वैकल्पिक अनुवाद चुन सकते हैं: “योना को सूर्य की गर्मी से बचाने के लिए” या “योना को उसके गलत व्यवहार से बचाने के लिए”
Jonah 4:7
וַיְמַ֤ן הָֽאֱלֹהִים֙ תּוֹלַ֔עַת
तब परमेश्वर ने एक कीड़ा भेजा
וַתַּ֥ךְ אֶת־הַקִּֽיקָי֖וֹן
और कीड़ा पौधे को चबाता है
וַיִּיבָֽשׁ
पौधा सूख कर मर गया। वैकल्पिक अनुवाद: ""जिससे कि पौधा मर गया
Jonah 4:8
וַיְהִ֣י׀ כִּזְרֹ֣חַ הַשֶּׁ֗מֶשׁ
सूर्य का उगना पृष्ठभूमि की जानकारी है जो समय देती है जब पूर्व से गर्म हवा बहने लगती है। अपनी भाषा में इस संबंध को स्वाभाविक तरीके से व्यक्त करें। (देखें: संयोजक - पृष्ठभूमि की जानकारी)
וַיְמַ֨ן אֱלֹהִ֜ים ר֤וּחַ קָדִים֙ חֲרִישִׁ֔ית
परमेश्वर ने योना पर चलाने के लिए पूर्व से एक गर्म हवा को भेजा। यदि आपकी भाषा में ""हवा"" का अर्थ केवल ठण्डी या बर्फीली हवा हो सकता है, इसलिए आप इस वैकल्पिक अनुवाद को उपयोग कर सकते हैं: ""परमेश्वर ने पूर्व से योना के लिए बहुत गर्म हवा भेजी थी।"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
וַתַּ֥ךְ הַשֶּׁ֛מֶשׁ
सूर्य अत्याधिक तेज था
עַל־רֹ֥אשׁ יוֹנָ֖ה
इस वाक्यांश का शाब्दिक अर्थ या अलंकारिक अर्थ हो सकता है। शायद योना ने अपने सिर पर सबसे अधिक गर्मी महसूस की, या शायद वाक्यांश * योना का सिर * एक पर्याय है जो योना के पूरे शरीर का अर्थ है। वैकल्पिक अनुवाद: ""योना पर"" (देखें: उपलक्षण अलंकार)
וַיִּתְעַלָּ֑ף
और वह बहुत निर्बल हो गया या और उसने अपनी ताकत खो दी
וַיִּשְׁאַ֤ל אֶת־נַפְשׁוֹ֙ לָמ֔וּת
योना स्वयं से बात कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: ""वह चाहता था कि वह मर जाए"" या ""वह मरना चाहता था
ט֥וֹב מוֹתִ֖י מֵחַיָּֽי
मैं जीने से मरना पसंद करूँगा या मैं मरना चाहता हूँ। मैं जीना नहीं चाहता। देखें कि आपने इसका अनुवाद 4:3में कैसे किया।
Jonah 4:9
הַהֵיטֵ֥ב חָרָֽה־לְךָ֖ עַל־הַקִּֽיקָי֑וֹן
इस संदर्भ में, परमेश्वर के प्रश्न का उद्देश्य योना से उसके स्वार्थी व्यवहार के बारे में निष्कर्ष निकालना है। इस अस्पष्ट जानकारी को स्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""क्या तेरा उस पौधे के विषय में इतना क्रोधित होना उचित है जिसने तुझे मात्र छाया दी?"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
הֵיטֵ֥ב חָֽרָה־לִ֖י עַד־מָֽוֶת
मेरा क्रोध सही है। मैं इस क्रोध के कारण चाहे मर भी जाऊँ!
Jonah 4:10
וַיֹּ֣אמֶר יְהוָ֔ה
यहाँ यहोवा योना से बात कर रहा है। इस अस्पष्ट जानकारी को स्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""यहोवा ने योना से कहा"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
שֶׁבִּן־ לַ֥יְלָה הָיָ֖ה וּבִן־ לַ֥יְלָה אָבָֽד־ לַ֥יְלָה
इस मुहावरे का अर्थ है कि यह पौधा कुछ समय के लिए ही अस्तित्व में था। वैकल्पिक अनुवाद: ""यह एक रात में बढ़ गया और अगले दिन नाश हो गया"" या ""यह तुरन्त बढ़ गया और तुरन्त नाश हो गया"" (देखें: मुहावरे)
Jonah 4:11
וַֽאֲנִי֙
यह अभिव्यक्ति, जैसा कि आपके लिए पद 10 में के रूप में है, पौधे के प्रति योना के व्यवहार और नीनवे के लोगों के प्रति यहोवा के व्यवहार के बीच तुलना को दर्शाता है। अपनी भाषा में इस तुलना को स्वाभाविक रूप से व्यक्त करें। (देखें: शब्दों और वाक्यांशों को जोड़ना)
וַֽאֲנִי֙ לֹ֣א אָח֔וּס עַל־נִינְוֵ֖ה הָעִ֣יר הַגְּדוֹלָ֑ה אֲשֶׁ֣ר יֶשׁ־בָּ֡הּ הַרְבֵּה֩ מִֽשְׁתֵּים־עֶשְׂרֵ֨ה רִבּ֜וֹ אָדָ֗ם אֲשֶׁ֤ר לֹֽא־יָדַע֙ בֵּין־יְמִינ֣וֹ לִשְׂמֹאל֔וֹ וּבְהֵמָ֖ה רַבָּֽה
परमेश्वर ने अपने बयान पर जोर देने के लिए इस भाषणगत् प्रश्न का उपयोग किया कि उसे नीनवे पर दया करनी चाहिए। वैकल्पिक अनुवाद: ""मुझे नीनवे, उस बड़े शहर पर निश्चित रूप से दया करनी चाहिए, जिसमें 120,000 से अधिक लोग हैं जो अपने दाहिने हाथ और उनके बाएँ हाथ और कईं मवेशियों के बीच अंतर नहीं कर सकते हैं।"" (देखें: उत्तर की अपेक्ष किए बिना प्रभावोत्पादक प्रश्न)
אֲשֶׁ֣ר יֶשׁ־בָּ֡הּ הַרְבֵּה֩
इसे एक नए वाक्य की शुरुआत के रूप में भी अनुवादित किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: से अधिक हैं या इसमें अधिक हैं
מִֽשְׁתֵּים־עֶשְׂרֵ֨ה רִבּ֜וֹ אָדָ֗ם
एक लाख बीस हजार लोग (देखें: संख्याएँ)
אֲשֶׁ֤ר לֹֽא־יָדַע֙ בֵּין־יְמִינ֣וֹ לִשְׂמֹאל֔וֹ
इस मुहावरे का अर्थ है, जो सही और गलत के बीच अंतर नहीं जानते। (देखें: मुहावरे)