14-00
जंगल में भटक रहे थे
इस शीर्षक का अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “इस विषय में कि जब इस्राएली लोग जंगल में फिरते थे तब क्या घटित हुआ था” या “जब इस्राएली लोग जंगल में भटकते फिरते थे तब क्या घटित हुआ था?”
जंगल
यह एक सूखे, दूरस्थ स्थान को संदर्भित करता है जहाँ बहुत कम लोग रहते हैं।
14-01
सामान्य जानकारी
यह ढांचा पृष्ठभूमि की जानकारी है जो कहानी में बदलाव की तैयारी में पिछली दो कहानियों को सारांशित करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
बादल का खम्भा
देखें कि आपने इस वाक्यांश का अनुवाद 12:02 में कैसे किया है।
14-02
परमेश्वर ने अब्राहम, इसहाक, और याकूब से प्रतिज्ञा की थी कि वह उनके वंशजों को प्रतिज्ञा का देश देगा
यह पृष्ठभूमि की जानकारी है जो कहानी में बदलाव की तैयारी में उत्पत्ति की कहानियों को सारांशित करती है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
कनानी लोग
यह ढांचा इस बात की व्याख्या करता है कि कनानी लोग कौन थे और एक नए प्रमुख पात्र के परिचय की तैयारी में उनके साथ परमेश्वर का क्या सम्बन्ध था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-participants/01.md]])
14-03
तुम्हें वहाँ रहने वाले सब कनानी लोगों से छुटकारा पाना है
यह इस बात को कहने का एक विनम्र तरीका है कि उन लोगों को सब कनानियों को मार डालना था या प्रतिज्ञा किए हुए देश से बाहर निकाल देना था। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “सब कनानियों को उस देश से बाहर कर देना” या “सब कनानियों को जो वहाँ रह रहे हैं उस देश से बाहर निकाल देना।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-euphemism/01.md]])
उनके साथ शांति स्थापित मत करना
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उनके बीच या उनके साथ शांति से नहीं रहना” या “उनके साथ शांति से रहने का वादा न करना।”
उनसे विवाह मत करना
परमेश्वर नहीं चाहता था कि कोई इस्राएली व्यक्ति किसी कनानी व्यक्ति से विवाह करे।
यदि तुमने मेरी आज्ञाओं का पालन नहीं किया
यह जोड़ने वाला शब्द यदि एक काल्पनिक शर्त वाले सम्बन्ध का परिचय देता है। यदि इस्राएली लोग कनानियों को बाहर निकालने के द्वारा परमेश्वर की आज्ञा का पालन नहीं करते, तो समय आने पर वे कनानियों की मूर्तियों की पूजा करने के द्वारा भी परमेश्वर की अवज्ञा करेंगे। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-condition-hypothetical/01.md]])
तुम भी उनकी मूर्तियों की पूजा करने लग जाओगे
यदि इस्राएली लोग कनानियों के मित्र बन गए और मूर्तियों को नष्ट नहीं किया, तो वे परमेश्वर के स्थान पर उन मूर्तियों की पूजा करने की परीक्षा में पड़ जाएँगे।
14-04
सीमा
दो देशों को अलग करने वाली रेखा, अर्थात् सीमा (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-unknown/01.md]])
इस्राएल का गोत्र
यह याकूब के पुत्रों में से प्रत्येक के वंशजों को संदर्भित करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-unknown/01.md]])
जाकर भेद लो
इस्राएलियों को कनान देश में डेरा डाले हुए वहाँ से निकलकर कनान देश का भेद लेना था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-go/01.md]])
उस देश का भेद लो
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “गुप्त रूप से उस देश के विषय में जानकारी ली” या “गुप्त रूप से उस देश के विषय में मालूम किया।” भेदियों के काम का एक भाग यह पता लगाना भी था कि वह देश किस प्रकार का भोजन उत्पन्न कर सकता है।
कनानियों का भेद लेने
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “गुप्त रूप से कनानी लोगों के विषय में जानकारी ली” या “गुप्त रूप से कनानी लोगों के विषय में मालूम किया।”
यह देखने कि वे बलवंत हैं या कमजोर हैं
वे जानना चाहते थे कि क्या कनानी उनके विरुद्ध युद्ध करने के लिए तैयार हैं। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “यह पता लगाने कि कनानी सेनाएँ कितनी शक्तिशाली थीं।”
14-05
वे वापस लौट आए
वे वहाँ लौट आए जहाँ शेष इस्राएली लोग कनान की सीमा के बाहर प्रतीक्षा कर रहे थे। इसे स्पष्ट रूप से व्यक्त किया जा सकता है: “वे इस्राएलियों की छावनी में लौट आए।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-explicit/01.md]])
उन्होंने उन लोगों को बताया, “वह देश बहुत उपजाऊ है और उसकी फसलें प्रचुर मात्रा में हैं!”
यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है: “उन्होंने उन लोगों को बताया कि वह देश बहुत उपजाऊ था और उसकी फसलें प्रचुर मात्रा में थीं!” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])
वह देश बहुत उपजाऊ है और उसकी फसलें प्रचुर मात्रा में हैं!
यह एक दृढ़ कथन है जो इस बात पर जोर देता है कि वह देश बहुत अच्छा था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])
उसके नगर गढ़ वाले हैं और उसके लोग विशालकाय हैं!
यह एक दृढ़ कथन है जो इस बात पर जोर देता है कि उस देश के निवासी बहुत बड़े और शक्तिशाली सैनिक थे। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])
उसके नगर गढ़ वाले हैं
उसके नगरों के चारों ओर मजबूत शहरपनाह थी, इसलिए इस्राएलियों के लिए उन पर आक्रमण करना बहुत कठिन होगा।
उसके लोग विशालकाय हैं
यह केवल असामान्य रूप से लम्बे लोगों को संदर्भित नहीं कर रहा था, बल्कि यह लोगों की एक ऐसी विशेष जाति थी जो सबसे लम्बे सामान्य लोगों की तुलना में भी कहीं अधिक बड़ी थी। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “वे लोग हमारी तुलना में दानवों के समान हैं!” या “वे लोग हमसे कहीं अधिक लम्बे और मजबूत हैं!” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-unknown/01.md]])
यदि हमने उन पर आक्रमण किया, तो वे लोग निश्चय ही हमें पराजित कर देंगे और हमें मार डालेंगे!
यह एक दृढ़ कथन है जो इस बात पर जोर देता है कि इस्राएलियों को निश्चय था कि कनानी लोग उन्हें युद्ध में पराजित कर देंगे। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])
14-06
यह सच है कि कनान के लोग लम्बे और बलवंत हैं, परन्तु हम निश्चय ही उन्हें पराजित कर सकते हैं! परमेश्वर हमारे लिए लड़ेगा!
यह एक दृढ़ कथन है कि भले ही कनानी लोग बहुत बड़े थे, परन्तु परमेश्वर और भी बड़ा था और वह इस्राएलियों को उन्हें पराजित करने में सक्षम करेगा। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])
कनान के लोग
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “वे लोग जो कनान में वास करते हैं” या “कनानी लोग।”
परन्तु हम निश्चय ही कर सकते हैं
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु इस बात की ओर संकेत करता है कि एक ऐसा असाधारण कारण था जिससे इस्राएलियों के बजाए कनानियों को पराजित किया जाएगा। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-exceptions/01.md]])
हम निश्चय ही उन्हें पराजित कर सकते हैं! परमेश्वर हमारे लिए लड़ेगा!
इन दो कथनों के बीच के सम्बन्ध को प्रकट करने के लिए, यह कहना आवश्यक हो सकता है: “हम निश्चित रूप से उन्हें पराजित कर सकते हैं क्योंकि परमेश्वर हमारे लिए लड़ेगा!”
परमेश्वर हमारे लिए लड़ेगा!
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “परमेश्वर हमारे साथ लड़ेगा और उन्हें पराजित करने में हमारी सहायता करेगा!” इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि इस्राएली लोग भी कनानियों के विरुद्ध युद्ध कर रहे होंगे।
14-07
परन्तु उन लोगों ने नहीं सुना
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु इस बात की ओर संकेत करता है कि यहोशू और कालेब के तर्क के विपरीत, लोगों ने सुनने से इन्कार कर दिया। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
तुम हमें इस भयानक जगह पर क्यों लेकर आए?
लोग न तो मूसा से और न ही परमेश्वर से उत्तर की अपेक्षा कर रहे थे। वैकल्पिक अनुवाद: “तुम्हें हमें इस भयानक जगह पर नहीं लाना चाहिए था।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-rquestion/01.md]])
इस भयानक जगह
उन लोगों ने कनान को भयानक इसलिए माना क्योंकि उन्होंने सोचा था कि यह इतना खतरनाक देश है कि वे सब के सब मारे जाएँगे।
14-08
को वह आया
परमेश्वर किसी व्यक्ति के रूप में प्रकट नहीं हुआ, बल्कि किसी और रूप में आया जिसने उसकी महिमा और सामर्थ्य को प्रकट किया।
इसलिए तुम सब
यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए क्रिया या कारण को परिणाम से जोड़ता है। लोगों ने परमेश्वर के खिलाफ विद्रोह किया, और इस कारण से या इसके परिणामस्वरूप, उन्हें जंगल में भटकना पड़ा। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
जंगल में भटकने के लिए
परमेश्वर बिना किसी विशिष्ट गंतव्य के जंगल में लोगों की अगुवाई तब तक करेगा जब तक कि उसके खिलाफ विद्रोह करने वाले सभी वयस्क मर नहीं जाते।
14-09
जब उन लोगों ने परमेश्वर को यह कहते सुना
यह जोड़ने वाला शब्द जब क्रिया या कारण को परिणाम से जोड़ता है। परमेश्वर के न्याय को सुनने के परिणामस्वरूप, लोग पछताए कि उन्होंने पाप किया है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
उन्होंने पाप किया था
इसे जोड़ना आवश्यक हो सकता है: “उन्होंने कनान के लोगों को पराजित करने के लिए परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन करके पाप किया था।”
इसलिए उन्होंने निर्णय लिया
यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए क्रिया या कारण को परिणाम से जोड़ता है। इस्राएल के लोगों ने अपने पापों के लिए पछताने के परिणामस्वरूप कनान के लोगों पर आक्रमण किया। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
मूसा चाहता था कि वे लोग न जाएँ
इसका अर्थ यह है कि मूसा ने उनसे कहा कि वे कनानियों के खिलाफ युद्ध करने न जाएँ क्योंकि यदि वे ऐसा करेंगे तो वे खतरे में पड़ जाएँगे।
क्योंकि परमेश्वर उनके साथ नहीं जाएगा
यह जोड़ने वाला शब्द क्योंकि कार्य को (मूसा ने उन्हें चेतावनी दी) कारण से (परमेश्वर उनके साथ नहीं जा रहा है) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
परमेश्वर उनके साथ नहीं जाएगा
दूसरे शब्दों में, परमेश्वर उनकी सहायता करने के लिए उनके साथ नहीं होगा। इस्राएलियों की अनाज्ञाकारिता के कारण, परमेश्वर ने उनसे अपनी उपस्थिति, सुरक्षा और सामर्थ्य वापस ले ली।
परन्तु उन्होंने उसकी नहीं सुनी
उन्होंने मूसा की बात नहीं मानी। इसके बावजूद वे कनानियों पर आक्रमण करने गए। यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु एक अपवाद सम्बन्ध की ओर संकेत करता है। इस्राएलियों ने कनानियों पर आक्रमण करने का निश्चय किया, भले ही मूसा ने उन्हें ऐसा न करने की चेतावनी दी थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-exceptions/01.md]])
14-10
परमेश्वर इस लड़ाई में उनके साथ नहीं गया
दूसरे शब्दों में, परमेश्वर ने इस लड़ाई में उनकी सहायता नहीं की।
इसलिए कनानियों ने उन्हें पराजित कर दिया और उनमें से बहुतों को मार डाला
यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (परमेश्वर इस लड़ाई में उनके साथ नहीं गया), दो परिणामों से (कनानियों ने उन्हें पराजित कर दिया, और कनानी लोगों ने उनमें से कई को मार डाला) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
कनान से वापस लौट गए
वे कनान को छोड़कर जंगल में वापस चले गए जहाँ वे पहले थे।
जंगल में भटकते फिरे
वे जंगल में रहे, और स्वयं के लिए तथा अपने पशुओं के लिए भोजन और पानी की खोज में उस बड़े, सूखे देश में एक स्थान से दूसरे स्थान पर इकट्ठे घूमते रहे।
14-11
परमेश्वर ने उनके लिए प्रावधान किया
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “परमेश्वर ने उन्हें वह सब कुछ दिया जिसकी उन्हें भोजन, पानी और आश्रय के लिए आवश्यकता थी।”
स्वर्ग से रोटी दी, जिसे मन्ना कहा गया
रातभर में, यह पतला, रोटी जैसा भोजन आकाश से ओस के समान घास पर गिरा। उन्होंने इसे मन्ना कहा। लगभग हर दिन लोग इस मन्ना को इकट्ठा करते थे और इसे अपने भोजन के रूप में पकाते थे। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-unknown/01.md]])
उसने बटेरों के झुंड भी भेजे (जो कि मध्यम आकार के पक्षी थे)
इसे कहने का दूसरा तरीका होगा: “उसने उनके डेरों में बड़ी संख्या में बटेरें भी उड़ाईं।” यदि बटेरों के विषय में जानकारी नहीं है, तो एक अलग, समान प्रकार के पक्षी का उपयोग किया जा सकता है। या इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “बड़ी संख्या में मध्यम आकार के पक्षी।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-unknown/01.md]])
उनकी छावनी
जिस स्थान पर इस्राएली लोग सोने के लिए तम्बू लगाया करते थे, उसे छावनी कहा जाता था। यह इमारतों के बजाए तम्बू वाले नगर जैसा था, और इसे इधर-उधर ले जाया जा सकता था।
14-12
उनके लिए पीने का पानी उपलब्ध करवाने के लिए, परमेश्वर ने चमत्कारी रूप से चट्टान में से पानी निकाला।
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “कुछ ऐसा करके जो केवल परमेश्वर ही कर सकता है, उसने चट्टान में से पानी निकाला ताकि लोग और पशु पी सकें।”
परन्तु इन सब के बावजूद
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “परन्तु यद्यपि परमेश्वर ने उन्हें भोजन, पानी, वस्त्र और सब कुछ दिया जो उन्हें आवश्यक था।” यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु सूचीबद्ध किए गए परमेश्वर के कई वरदानों के साथ इस्राएल द्वारा परमेश्वर और उसके सेवक मूसा के खिलाफ शिकायत में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
फिर भी
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “यद्यपि इस्राएली उसके विरूद्ध शिकायत करने और कुड़कुड़ाने लगे।” ये जोड़ने वाले शब्द फिर भी इस्राएल के शिकायत करने के साथ परमेश्वर की विश्वासयोग्यता में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
परमेश्वर अब भी विश्वासयोग्य था। उसने वही किया जो अब्राहम, इसहाक, और याकूब के वंशजों के लिए करने की उसने प्रतिज्ञा की थी।
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “जैसा परमेश्वर ने अब्राहम, इसहाक, और याकूब से कहा था वह वैसा ही करता रहा। उसने उनके वंशजों को वह सब कुछ प्रदान किया जिसकी उन्हें आवश्यकता थी ताकि वे जीवित रह सकें और एक बड़ी जाति बन सकें और अंत में कनान देश के अधिकारी बन सकें।”
14-13
एक और बार जब उन लोगों के पास पीने के लिए पानी नहीं था
पिछली कहानी से निकलकर, यह एक दूसरी कहानी में परिवर्तित हो जाती है जब लोगों के पास पानी नहीं था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
परमेश्वर ने मूसा से कहा, “चट्टान से बातें कर, और उसमें से पानी निकलेगा।”
यह एक अनिवार्य और प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है: “परमेश्वर ने मूसा से कहा कि चट्टान से बातें कर, और उसमें से पानी निकलेगा।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])
इसके बजाए
यह जोड़ने वाला शब्द इसके बजाए असाधारण सम्बन्ध पर जोर देता है। मूसा ने चट्टान पर मारने के द्वारा आज्ञा का उल्लंघन किया, यहाँ तक कि स्वयं परमेश्वर ने उसे चट्टान से बात करने की आज्ञा दी थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-exceptions/01.md]])
उसने परमेश्वर का अपमान किया
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “मूसा ने परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन किया” या “मूसा ने परमेश्वर का अनादर किया।” परमेश्वर के पास एक विशेष तरीका था जिससे वह चाहता था कि मूसा लोगों के लिए प्रावधान करने के लिए परमेश्वर की सामर्थ्य प्रकट करे। जब मूसा ने इसे अलग तरीके से करने के द्वारा परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन किया, तो उसने परमेश्वर के लिए सम्मान की कमी का प्रदर्शन किया।
क्योंकि तूने ऐसा किया
ये जोड़ने वाले शब्द क्योंकि तूने ऐसा किया कारण को (मूसा की अवज्ञा) परिणाम से (परमेश्वर उसे प्रतिज्ञा के देश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी) जोड़ते हैं। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
14-14
इस्राएलियों के 40 वर्षों तक जंगल में भटकने के बाद
यह एक नयी घटना को आरम्भ करता है। यह भटकने के समय से, जो इस्राएल पर परमेश्वर का न्याय था, उनके वंशजों के लिए आगे आने वाले समय में परिवर्तित होता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
जिन लोगों ने परमेश्वर के विरुद्ध बलवा किया था
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “जब परमेश्वर ने उनसे प्रतिज्ञा किए गए देश में जाने के लिए कहा था तो जिन्होंने परमेश्वर की आज्ञा मानने से इन्कार कर दिया था।”
वे लोग
वे लोग उस पीढ़ी की संतानों को संदर्भित करता है जो मर चुकी है।
इसलिए परमेश्वर ने चुना
यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (मूसा की वृद्धावस्था) परिणाम से (परमेश्वर किसी और को इस्राएल का नेतृत्व करने के लिए चुनता है) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
एक दिन
इसका अर्थ है: ‘भविष्य के किसी समय में।’
मूसा के समान दूसरा भविष्यद्वक्ता
मूसा के समान ही, यह व्यक्ति एक इस्राएली होगा, जो लोगों को परमेश्वर के वचन सुनाएगा, और वही लोगों की अगुवाई भी करेगा।
14-15
परन्तु परमेश्वर ने उसे प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु इस तथ्य का परिचय देता है कि मूसा प्रतिज्ञा किए हुए देश को देखने में सक्षम था, भले ही परमेश्वर ने उसे उसमें प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-exceptions/01.md]])
30 दिनों तक विलाप करते रहे
30 दिन तक इस्राएल के सब लोग रोते रहे और इस बात को प्रकट करते रहे कि वे मूसा की मृत्यु से बहुत दुःखी हैं।
क्योंकि उसने परमेश्वर पर भरोसा करके उसकी आज्ञाओं का पालन किया था।
यह जोड़ने वाला शब्द क्योंकि यहोशू के परमेश्वर पर भरोसे और उसके प्रति आज्ञाकारिता को परिणाम से (वह एक अच्छा अगुवा था) जोड़ता है । (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
से ली गई बाइबल की कहानी
ये संदर्भ बाइबल के कुछ अनुवादों में थोड़े से अलग हो सकते हैं।