30-00
यीशु ने हजारों लोगों को खिलाया
इस शीर्षक का अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “इस विषय में कि यीशु ने हजारों लोगों को कैसे खिलाया” या “क्या घटित हुआ जब यीशु ने हजारों लोगों को खिलाया था?”
30-01
एक शांत जगह
यह थोड़े ही लोगों की आबादी वाली एक ऐसी जगह को संदर्भित करता है जहाँ वे अकेले होते हैं।
30-02
सामान्य जानकारी
यह इस बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी है कि कैसे भीड़ यीशु के साथ हो ली थी जब उसने 5,000 लोगों को भोजन खिलाकर एक चमत्कार किया था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
पहुँचे
इसका अर्थ हो सकता है ‘झील के दूसरी ओर पहुँच गए’ या ‘वहाँ पहुँच गए।’
30-03
5,000 पुरुष
इसे शब्दों में लिखा जा सकता है: “पाँच हजार पुरुष।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-numbers/01.md]])
स्त्रियों और बच्चों की गिनती नहीं की
इसका अर्थ हो सकता है ‘उन स्त्रियों और बच्चों की गिनती नहीं की जो उनके साथ था’ या ‘और वहाँ उन पुरुषों के अलावा स्त्रियाँ और बच्चे भी थे।’ इसका अनुवाद करने का दूसरा तरीका हो सकता है, “इसके अलावा, वहाँ बहुत सी स्त्रियाँ और बच्चे भी थे।”
यीशु को
इसका अर्थ हो सकता है ‘यीशु जानता था कि’ या ‘यीशु समझ गया था कि।’
बिना चरवाहे की भेड़ों के समान
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उन भेड़ों के समान कमजोर और खोए हुए हैं, जब उनकी देखभाल करने के लिए कोई चरवाहा नहीं होता है।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-simile/01.md]])
30-04
दिन ढलने के समय
इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “जब लगभग शाम हो चुकी थी।”
यीशु से कहा, “देर हो चुकी है और आसपास कोई कस्बा भी नहीं है। इन लोगों को विदा कर ताकि वे जाकर भोजन के लिए कुछ खरीद लें।”
यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में व्यक्त किया जा सकता है: “यीशु से कहा कि बहुत देर हो चुकी है और आसपास कोई कस्बा भी नहीं है। इसलिए उन्होंने उससे विनती की कि इन लोगों को विदा कर, ताकि वे जाकर भोजन के लिए कुछ खरीद लें।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])
इन लोगों को विदा कर
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “कृपया इन लोगों को नगर में जाने के लिए कह” या “क्या तुझे इन लोगों से कहीं चले जाने के लिए नहीं कहना चाहिए?” या “इन लोगों को नगर में जाने दे।” इस बात को सुनिश्चित करें कि यह एक विनम्र अनुरोध के समान सुनाई दे, न कि किसी आदेश के समान।
30-05
चेलों से कहा, “तुम ही इन्हें कुछ खाने के लिए दो!”
यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में व्यक्त किया जा सकता है: “चेलों से कहा कि वे उन्हें कुछ खाने के लिए दें।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])
तुम ही इन्हें कुछ खाने के लिए दो!
यीशु ने यह शब्द इस बात पर जोर देने के लिए कहे कि चेले स्वयं ही लोगों के लिए खाना ढूँढ़ें। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])
तुम ही
यह तुम शब्द बहुवचन है, जो चेलों को संदर्भित कर रहा है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-pronouns/01.md]])
उन्होंने प्रतिउत्तर दिया, “हम ऐसा कैसे कर सकते हैं? हमारे पास तो केवल पाँच रोटियाँ और दो छोटी मछलियाँ हैं।”
यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में व्यक्त किया जा सकता है: “उन्होंने पूछा कि वे ऐसा कैसे कर सकते हैं, क्योंकि उनके पास तो केवल पाँच रोटियाँ और दो छोटी मछलियाँ थीं।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])
हम ऐसा कैसे कर सकते हैं?
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “हम ऐसा नहीं कर सकते!” या “ऐसा करना तो असम्भव है!” चेले वास्तविक प्रश्न नहीं पूछ रहे थे। बल्कि, वे दृढ़ता से यह बता रहे थे कि उन्हें नहीं लगता कि ऐसा कर पाना सम्भव है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-rquestion/01.md]])
30-06
यीशु ने अपने चेलों से कहा कि वे भीड़ में से लोगों को घास पर 50-50 लोगों के समूह में बैठने को कहें।
यह अप्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे प्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में व्यक्त किया जा सकता है: “यीशु ने अपने चेलों से कहा, ‘भीड़ में से लोगों को घास पर 50-50 लोगों के समूह में बैठने को कहो।’” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])
50 लोग
इसे सांख्यिकी रूप में लिखा जा सकता है: “पचास लोग” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-numbers/01.md]])
30-07
यीशु ने वह पाँच रोटियाँ लीं
उसने वह रोटियाँ चुराई नहीं थीं। वैकल्पिक अनुवाद: “यीशु ने वह पाँच रोटियाँ अपने हाथों में लीं” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-idiom/01.md]])
स्वर्ग की ओर ऊपर देखा
यह आकाश की ओर, ऊपर देखने को संदर्भित करता है। यहूदियों का यह विश्वास था कि स्वर्ग आकाश के ऊपर स्थित है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-explicit/01.md]])
30-08
रोटी और मछलियों को तोड़ा
इसका अर्थ हो सकता है ‘रोटी और मछलियों को फाड़ दिया।’
वह कभी समाप्त नहीं हुईं!
इसे कहने का दूसरा तरीका होगा: “वहाँ हमेशा और भी बची हुई थीं!”
तृप्त हुए
इसका अर्थ हो सकता है ‘अब भूखे नहीं रहे’ या ‘फिर भूखे न रहे।’ (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-idiom/01.md]])
30-09
12 टोकरियाँ
इसे शब्दों में व्यक्त किया जा सकता है: “बारह टोकरियाँ” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-numbers/01.md]])
से ली गई बाइबल की कहानी
ये संदर्भ बाइबल के कुछ अनुवादों में थोड़े से अलग हो सकते हैं।