31-00
यीशु पानी पर चला
इस शीर्षक का अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “इस विषय में कि यीशु झील पर कैसे चला” या “क्या घटित हुआ जब यीशु झील पर चला था?”
31-01
जब यीशु भीड़ को खिला चुका, तो उसने अपने चेलों से नाव पर चढ़ जाने के लिए कहा।
यह एक नयी घटना को प्रस्तुत करता है। यीशु पानी पर चलता हुआ चेलों के पास आएगा। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
पहाड़ी
इसका अर्थ हो सकता है ‘एक पहाड़ की तरफ।’
31-02
इस समय के दौरान
इसका अर्थ हो सकता है ‘जिस समय यीशु उस पहाड़ी पर प्रार्थना कर रहा था।’
अपनी नाव खेते हुए
नाव में एक पाल था, परन्तु जब हवा उनके विरुद्ध होती तब यह काम नहीं करता था।
31-04
भूत
इसका अर्थ हो सकता है ‘आत्मा।’ उन्होंने सोचा कि यीशु कोई आत्मा है, क्योंकि आमतौर पर एक मनुष्य पानी पर नहीं चल सकता।
इसलिए उसने उन्हें पुकारकर कहा, “डरो मत, यह मैं हूँ!”
यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है: “इसलिए उसने उन्हें पुकारा और उनसे कहा कि डरो मत, क्योंकि यह वही है!” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])
डरो मत
कुछ भाषाओं के लिए, यहाँ यह कहना अधिक स्वाभाविक हो सकता है: “डरना बंद करो।”
यह मैं हूँ!
कुछ भाषाओं के लिए, इसका अनुवाद इस प्रकार से करना अधिक स्वाभाविक हो सकता है: “यह मैं, अर्थात् यीशु हूँ।”
31-05
यदि यह तू ही है
इसका अर्थ हो सकता है ‘यदि यह वास्तव में कोई भूत नहीं, परन्तु तू ही है।’
यीशु ने पतरस से कहा, “आ!”
यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है: “यीशु ने पतरस से अपने पास आने के लिए कहा!” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])
आ!
इसका अर्थ हो सकता है ‘यहाँ आ’ या ‘मेरे पास आ’ या ‘चलता हुआ मेरे पास आ।’
31-06
से अपनी आँखें हटा लीं
इस अभिव्यक्ति का अर्थ है कि ‘से कहीं और देखा।’ इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “को देखना बंद कर दिया।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-idiom/01.md]])
31-07
तेरा विश्वास बहुत कम है!
इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “तेरा विश्वास मुझ पर बहुत कम है!” या “तू मुझ पर बहुत अधिक भरोसा नहीं करता!”
तूने मुझ पर तुझे सुरक्षित रखने का भरोसा क्यों नहीं किया?
यीशु ने पतरस को यह बताने के लिए एक प्रश्न का उपयोग किया कि उसे संदेह नहीं करना चाहिए था। वैकल्पिक अनुवाद: “तुझे संदेह नहीं करना चाहिए था!” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-rquestion/01.md]])
तूने मुझ पर तुझे सुरक्षित रखने का भरोसा क्यों नहीं किया?
आप स्पष्ट कर सकते हैं कि पतरस को किस बात पर संदेह नहीं करना चाहिए था। वैकल्पिक अनुवाद: “तुझे संदेह नहीं करना चाहिए था कि मैं तुझे डूबने से बचा सकता हूँ!” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-explicit/01.md]])
31-08
चेले अचम्भित हो गए थे
यदि आपको अधिक विशिष्ट होने की आवश्यकता पड़े, तो इस बात को व्यक्त किया जा सकता है कि वे किस बात से अचम्भित थे। वैकल्पिक अनुवाद: “जो कुछ उसने किया था वे उससे अचम्भित हो गए थे” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-explicit/01.md]])
उन्होंने उसकी आराधना की और उससे कहा, “सच में, तू परमेश्वर का पुत्र है।”
यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है: “उन्होंने उसकी आराधना की और उससे कहा कि वह सच में परमेश्वर का पुत्र है।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])
सच में, तू परमेश्वर का पुत्र है।
इसे कहने के दूसरे तरीके होंगे: “तू वास्तव में परमेश्वर का पुत्र है” या “यह बात वास्तव में सच है कि तू परमेश्वर का पुत्र है।”
परमेश्वर का पुत्र
यह यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधि है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/guidelines-sonofgodprinciples/01.md]])
से ली गई बाइबल की कहानी
ये संदर्भ बाइबल के कुछ अनुवादों में थोड़े से अलग हो सकते हैं।