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योना का परिचय
भाग 1: सामान्य परिचय
योना की पुस्तक की रूपरेखा
- योना यहोवा से दूर भागने का प्रयास करता है (1:1-2:10)
- नीनवे जाने के लिए यहोवा की बुलाहट के प्रति योना अवज्ञा करता है (1:1–3)
- योना और गैर-यहूदी मल्लाह (1:4–16)
- यहोवा योना को निगलने के लिए एक बड़ी मछली का उपाय करता है, और वह प्रार्थना करता है और बचाया जाता है (1:17–2:10)
- योना नीनवे में (3:1-4:11)
- यहोवा नीनवे जाने के लिए फिर से योना को बुलाता है, और योना यहोवा के संदेश की घोषणा करता है(3:1-4)
- नीनवे के लोग पश्चाताप करते हैं (3:5-9)
- यहोवा नीनवे का नाश न करने का निर्णय लेता है (3:10)
- योना यहोवा से बहुत अधिक क्रोधित होता है (4:1-3)
- यहोवा योना को अनुग्रह और दया के बारे में सिखाता है (4:4–11)
योना की पुस्तक किस विषय के बारे में है ?
अमित्तै का पुत्र, योना गथेपेर से एक नबी था। यह पुस्तक बताती है कि योना के साथ क्या हुआ l यह बताती है कि यहोवा कैसे अन्यजातियों पर दया और कृपा को दिखाता हैl यह भी बताती है कि किस प्रकार नीनवे के लोगों ने पश्चाताप किया और दया के लिए यहोवा की दुहाई दी l (देखें: दया, दयालु, अनुग्रह, अनुग्रहकारी और मन फिराना, (पश्चाताप),मन फिराव)
यहोवा ने नीनवे के लोगों को चेतावनी देने के लिए योना को भेजा कि वह उन्हें दण्ड देने के लिए तैयार था। यहोवा ने कहा कि अगर वे पश्चाताप करेंगे तो वह उनका सत्यानाश नहीं करेगा l यद्यपि, योना एक इस्राएली था और वह नहीं चाहता था कि नीनवे के लोग पश्चाताप करें । इसलिए यहोवा ने उसे जो करने के लिए कहा, उसे करने के बजाय योना ने विपरीत दिशा में दूर जाने का प्रयास किया । लेकिन यहोवा ने एक तूफान और उसे निगलने के लिए एक बड़ी मछली भेजकर उसे रोक दिया ।
योना ने पश्चाताप किया और नीनवे के लोगों को चेतावनी दी। परिणाम स्वरूप, यहोवा ने उसे सिखाया कि वह सभी लोगों के विषय में चिंतित है, न कि केवल इस्राएलियों के विषय में ।
इस पुस्तक के शीर्षक का अनुवाद कैसे किया जाना चाहिए ?
पारंपरिक रूप से इस पुस्तक का शीर्षक योना की पुस्तक या केवल योना है l अनुवादक एक स्पष्ट शीर्षक जैसे योना के विषय में पुस्तक का उपयोग करने का निर्णय ले सकते हैं। (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
योना की पुस्तक किसने लिखी?
योना शायद इस पुस्तक के लेखन में सम्मिलित था l यद्यपि, विद्वानों को ज्ञात् नहीं है कि वास्तव में इसे किसने लिखा।
योना इस्राएल के उत्तरी राज्य में रहता था l उसने राजा यारोबाम के शासनकाल के समय 800 और 750 ईसा पूर्व के दौरान भविष्यवाणी की।
भाग 2: महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक विचार
अश्शूर का राष्ट्र क्या था? ?
योना के समय के दौरान, अश्शूर प्राचीन पूर्व के पास सबसे शक्तिशाली राज्य था। नीनवे अश्शूरी साम्राज्य की राजधानी थी।
अश्शूर अपने दुश्मनों के प्रति क्रूर था। आखिरकार, यहोवा ने अश्शूरियों को उनके दुष्ट कामों के लिए दंडित किया l
क्या अश्शूर यहूदी धर्म में परिवर्तित हुआ?
कुछ विद्वानों का मानना है कि अश्शूरियों ने मात्र यहोवा की आराधना करना शुरू कर दिया। यद्यपि, अधिकांश विद्वानों का मानना है कि वे अन्य झूठे देवताओं की पूजा करते रहे। (देखें: देवता, झूठे देवता, देवियाँ, मूर्ति, मूर्तिपूजक, मूर्ति पूजा)
Jonah 1
योना 01 साधारण टिप्पणी
संरचना और स्वरूप
इस अध्याय का वर्णन अचानक शुरू होता है। इससे अनुवादक के लिए कठिनाई हो सकती है। अनुवादक को इस परिचय को तब तक सुचारू बनाने का प्रयास नहीं करना चाहिए जब तक कि बिल्कुल आवश्यक न हो।
इस अध्याय में विशेष धारणाएँ
चमत्कार
वचन योना 17 में, एक विशाल मछली का उल्लेख है l एक ऐसे बड़े जीव की कल्पना करना कठिन हो सकता है जो एक व्यक्ति को पूरी तरह से निगल सकता है और फिर वह उसके भीतर तीन दिन और रात तक जीवित रहता है। अनुवादक को समझने के लिए आसान बनाने के प्रयास में चमत्कारी घटनाओं को समझाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। (देखें: चमत्कार, आश्चर्यकर्मों, चिन्ह)
इस अध्याय में बोलने वाले पात्र
स्थिति संबंधी विडंबना
इस अध्याय में एक विडंबनापूर्ण स्थिति पाई जाती है। इसका अर्थ यह है कि लोग उन चीजों को करते हैं या कहते हैं उसके बजाय जिनकी उनसे अपेक्षा की जाती है l योना परमेश्वर का नबी है और उसे परमेश्वर की इच्छा को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। इसके बजाय, वह परमेश्वर से दूर भाग रहा है। यद्यपि गैर यहूदी मल्लाह इस्राएली नहीं हैं, फिर भी वे यहोवा पर भरोसा रखते हुए और उसी का भय मानते हुए योना को एक निश्चित मृत्यु के लिए जहाज से बाहर फेंक देते हैं l (देखें: व्यंग्यात्मक, भविष्यद्वक्ता, भविष्यद्वाणी, भविष्यद्वाणी करना, द्रष्टा, भविष्यद्वक्तिन और परमेश्वर की इच्छा और विश्वास)
समुद्र
प्राचीन पूर्व के आस-पास के लोग भी समुद्र को अव्यवस्थित देखते थे और भरोसा नहीं करते थे l उनके द्वारा पूजे गए कुछ देवता समुद्र के देवता थे। योना के लोग, इब्री, समुद्र से बहुत डरते थे l यद्यपि, यहोवा के विषय में योना का डर उसे जहाज में जाने और यहोवा से दूर रहने के लिए पर्याप्त नहीं था। उसके कार्यों को गैर यहूदियों के कार्यों के विपरीत माना जाता है। (देखें: व्यंग्यात्मक और डर, भय, भयभीत, डरना)
इस अध्याय में संभावित अनुवाद की अन्य कठिनाईयाँ
अस्पष्ट जानकारी
भले ही कोई यह निश्चित तौर पर नहीं जानता कि तर्शीश कहाँ था, लेखक मानता है कि पाठक को पता है कि योना को नीनवे से वहाँ जाने के लिए दूर जाना होगा l (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
Jonah 1:1
וַֽיְהִי֙ דְּבַר־יְהוָ֔ה
यह वाक्यांश योना की कहानी के पहले भाग का परिचय देता है। वही वाक्यांश कहानी के दूसरे भाग (3:1) का परिचय देता है। यह एक भविष्यद्वक्ता के बारे में एक ऐतिहासिक कहानी की शुरुआत करने का यह एक सामान्य तरीका है। (देखें: नर्इ घटनाओं का परिचय)
וַֽיְהִי֙ דְּבַר־יְהוָ֔ה
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि यहोवा ने किसी तरह से अपने संदेश को बोला या संवाद किया। वैकल्पिक अनुवाद: ""यहोवा ने अपना संदेश बोला"" (देखें: मुहावरे)
דְּבַר־יְהוָ֔ה
यहोवा का संदेश
יְהוָ֔ה
यह परमेश्वर का नाम है जो उसने पुराने नियम में अपनी प्रजा पर प्रकट किया l
אֲמִתַּ֖י
यह योना के पिता का नाम है l (देखें :नामों का अनुवाद कैसे करें)
Jonah 1:2
ק֠וּם לֵ֧ךְ אֶל־נִֽינְוֵ֛ה הָעִ֥יר הַגְּדוֹלָ֖ה
बड़े और महत्वपूर्ण शहर नीनवे को जा
ק֠וּם
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है कि योना को इसे कार्य में लाना और जाना चाहिए। इसका अर्थ यह नहीं है कि जब परमेश्वर ने उससे बात की तब वह लेटा एवं बैठा हुआ था l कई भाषाएँ केवल एक क्रिया का उपयोग करती हैं, जैसे ""जा""। (देखें: मुहावरे)
וּקְרָ֣א עָלֶ֑יהָ
यहाँ शब्द उसकी का अर्थ है नीनवे शहर, शहर के भीतर और इसके आसपास रहने वाले लोगों के लिए रूपक है। वैकल्पिक अनुवाद: ""लोगों को चेतावनी दें"" (देखें: लक्षणालंकार)
עָלְתָ֥ה רָעָתָ֖ם לְפָנָֽי
मुझे पता है कि वे लगातार पाप कर रहे हैं या मुझे पता है कि उनकी बुराई निरंतर बढ़ती जा रही है
לְפָנָֽ
यह एक अभिव्यक्ति है जो यहोवा के सम्मुख उसकी उपस्थिति का प्रतिनिधित्व करने के लिए संदर्भित करती है। यहोवा के सम्मुख विचार में उसका ज्ञान, ध्यान, विशेष देख- रेख या न्याय भी सम्मिलित है। यहोवा कह रहा है कि उसने देखा है कि नीनवे के लोग कितने दुष्ट हो गए हैं। (देखें: लक्षणालंकार)
Jonah 1:3
וַיָּ֤קָם יוֹנָה֙ לִבְרֹ֣חַ
यहाँ शब्द उठ का अर्थ है कि योना ने परमेश्वर की आज्ञा की प्रतिक्रिया में कार्यवाही की, लेकिन उसकी कार्यवाही आज्ञा मानने के बजाय अवज्ञा करना था। देखें कि आपने 1:2 में इस मुहावरे का अनुवाद कैसे किया। वैकल्पिक अनुवाद: ""लेकिन योना भाग गया"" (देखें: मुहावरे)
מִלִּפְנֵ֖י יְהוָ֑ה
यह एक अभिव्यक्ति है जो यहोवा के सम्मुख उसकी उपस्थिति का प्रतिनिधित्व करने के लिए संदर्भित करती है। यहोवा के सम्मुख के विचार में उसका ज्ञान, ध्यान, खास देख-रेख या न्याय भी सम्मिलित है। दूर भागने से, योना आशा कर रहा है कि यहोवा इस बात पर ध्यान नहीं देगा कि वह अवज्ञा कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: ""यहोवा की उपस्थिति से"" या ""यहोवा से"" (देखें: रूपक)
לִבְרֹ֣חַ תַּרְשִׁ֔ישָׁה
तर्शीश को भाग जाना। तर्शीश नाम का यह शहर नीनवे से विपरीत दिशा में था। इसे स्पष्ट किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""और विपरीत दिशा में चला गया, दूर तर्शीश की ओर"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
וַיֵּ֨רֶד יָפ֜וֹ
योना याफा नगर को गया
אָנִיָּ֣ה
एक जहाज एक विशाल नाव है जो समुद्र में यात्रा कर सकती है और कई यात्रियों या भारी माल को ले जा सकती है।
וַיִּתֵּ֨ן שְׂכָרָ֜הּ
योना ने यात्रा के लिए भाड़ा दिया
וַיֵּ֤רֶד בָּהּ֙
जहाज पर चढ़ गया
עִמָּהֶם֙
शब्द उन्हें दूसरों को संदर्भित करता है जो जहाज पर जा रहे थे।
מִלִּפְנֵ֖י יְהוָֽה
यह एक अभिव्यक्ति है जो यहोवा के सम्मुख उसकी उपस्थिति का प्रतिनिधित्व करने के लिए संदर्भित करती है। यहोवा के सम्मुख विचार में उसका ज्ञान, ध्यान, खास देख-रेख या न्याय भी सम्मिलित है। दूर भागने से, योना आशा कर रहा है कि यहोवा इस बात पर ध्यान नहीं देगा कि वह अवज्ञा कर रहा है। वैकल्पिक अनुवाद: ""यहोवा की उपस्थिति से"" या ""यहोवा से"" (देखें: रूपक)