हिन्दी, हिंदी (Hindi): translationNotes

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Jude

Jude front

यहूदा: प्रस्तावना 

भाग 1: सामान्य विषय परिचय

यहूदा की पुस्तक की रूपरेखा

1। परिचय (1:1-2)  2. झूठे शिक्षकों से सावधानी की चेतावनी (1:3-4) 3. पुराने नियम के उदाहरणों के साथ झूठे शिकक्षों की तुलना (1:5-16) 4. प्रतिक्रया में ईश्वरभक्ति का जीवन जीना (1:17-23) 5. परमेश्वर का महिमान्वन (1:24-25)

यहूदा की पुस्तक किसने लिखी?

लेखक ने अपनी पहचान में स्वयं को याकूब का भाई यहूदा कहा है। यहूदा और याकूब दोनों यीशु के सौतेले भाई थे। यह ज्ञात नहीं है कि यह पत्री किसी कलीसिया विशेष को लिखी गई थी

यहूदा की पुस्तक का विषय क्या है?

यहूदा ने यह पत्री विश्वासियों को झूठे शिक्षकों से सावधान रहने के लिए लिखी थी। यहूदा ने अधिकतर पुराने नियम को संदर्भित किया है। इससे यह सुझाव मिलता है कि यहूदा यहूदी मसीही श्रोताओं को लिख रहा था। 2 पतरस और इस पत्री की विषय वस्तु एक समान है। दोनो ही स्वर्गदूतों, सदोम और अमोरा, झूठे शिक्षकों के बारे में चर्चा करते है।

इस पुस्तक के शीर्षक का अनुवाद किस प्रकार किया जाना चाहिए?

अनुवादक इस पुस्तक को इसके परंपरागत शीर्षक "यहूदा" से संबोधित किये जाने का चुनाव कर सकते हैं। या वे “यहूदा की पत्री” या “पत्री जो यहूदा ने लिखी” जैसे स्पष्ट शीर्षक चुन सकते है (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)

भाग 2: महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक विचार

वे लोग कौन थे जिनके विरूद्ध यहूदा चर्चा करता है?

यह संभव है कि वे लोग ज्ञानवादी (यीशु को आदि परमेश्वर न मानने वाले) होंगे जिनके विरूद्ध यहूदा वाद प्रस्तुत करता है । इन शिक्षकों ने अपने लाभ के लिए पवित्र शास्त्र की शिक्षा को विकृत कर दिया था। वे अनैतिक जीवन जीते थे और अन्य लोगों को भी वैसा ही करना सिखाते थें।

भाग 3: अनुवाद की महत्वपूर्ण समस्याएँ

"तू" का एकवचन और बहुवचन 

इस पुस्तक में "मैं" शब्द यहूदा के सन्दर्भ में है| "तुम" शब्द सदैव बहुवचम में है और यहूदा के श्रोताओं के सन्दर्भ में प्रयुक्त है|(देखें: विशिष्ट एवं संयुक्त ‘‘हम’’ और तुम के प्रारूप)

2 पतरस की पुस्तक में प्रमुख विचार विषय क्या हैं?

निम्नलिखित पद के बारे में कुछ प्राचीन हस्तलिपियों में भेद है| ULT में उस पाठ को रखा गया है जिसे अधिकाँश विद्वान मौलिक मानते हैं| अन्य पाठों को उसमें पाद टिप्पणी में रखा है| यदि आपकी भाषा में कोई व्यापक बाईबल अनुवाद उपलब्ध है तो अनुवादक उस संस्करण के पाठ को काम में लेने पर विचार करें| यदि नहीं है तो अनुवादकों से अनुरोध है कि वे ULT के अनुवाद का पालन करें|

"कि यीशु ने एक कुल को मिस्र देश से छुड़ाने के बाद" (पद 5) कुछ प्राचीन हस्तलेखों में है, "कि प्रभु ने एक कुल को मिस्र देश से छुडाने के बाद"(देखें: लेखों के भेद)

Jude 1

Jude 1:1

Ἰούδας

उस संस्कृति में पत्र के लेखक पहले अपना नाम लिखते थे और अपने लिए तृतीय पुरुष का प्रयोग करते थे| यदि आपकी भाषा में यह उलझन का कारण हो तो आप प्रथम पुरुष का उपयोग कर सकते हैं| यदि आपकी भाषा में पत्र के लेखक के परिचय का  अपना ही विशिष्ट रूप हो तो आप उस शैली का उपयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मैं, यहूदा इस पत्र को लिख रहा हूँ" या "यहूदा की और से" (देखें: तुम के प्रारूप )

Ἰούδας

यहूदा एक पुरुष का नाम है जो याकूब का भाई था। यहूदा: प्रस्तावना, भाग 1 में उसके बारे में जानकारी देखें | (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)

ἀδελφὸς…Ἰακώβου

याकूब और यहूदा यीशु के सौतेले भाई थे। उनका शारीरिक पिता यूसुफ़ था परन्तु वह यीशु का पिता नहीं था| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका सविस्तार वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "याकूब का भाई, ये दोनों यीशु के सहोदर भाई थे| (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)

Ἰησοῦ Χριστοῦ δοῦλος, ἀδελφὸς δὲ Ἰακώβου

ये वाक्यांश यहूदा के बारे में अतिरिक्त जानकारी देते हैं| वह स्वयं को यीशु मसीह का दास और याकूब का भाई दोनों कहता है| इससे वह नए नियम में चर्चित यहूदा नामक दो पुरुषों से पृथक होता हा| उनके नामों का अनुवाद अंग्रेज़ी भाषा में "जुडस" करके यहूदा से भिन्न दर्शाया गया है|
(देखें: सूचना देने बनाम याद दिलाने वाले शब्दों में अंतर करना)

τοῖς…κλητοῖς

उस संस्कृति में अपना नाम प्राकट करने के उपरान्त पत्र के लेखक पत्र के प्राप्तिकर्ताओं का उल्लेख करते थे जिनकी नामों को तृतीय पुरुष में रखा जाता था| यदि आपकी भाषा में इससे उलझन उत्पन्न हो तो आप द्वितीय पुरुष का उपयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "तुको जो ...कहलाते हो" (देखें: प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरुष)

τοῖς…κλητοῖς

उनको बुलाए हुओं कहा गया है जिसका अभिप्रेत अर्थ है, परमेश्वर ने उनको बुलाया और उनका उद्धार किया है| वैकल्पिक अनुवाद: "उनको जिनको परमेश्वर ने बुलाया और उद्धार किया है" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)

ἐν Θεῷ Πατρὶ ἠγαπημένοις

यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक आनुवाद: "जिनको पिता परमेश्वर प्रेम कारता है" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)

Θεῷ Πατρὶ

पिता परमेश्वर के लिए एक महत्वपूर्ण उपनाम है| (देखें: पुत्र और पिता का अनुवाद करना)

Ἰησοῦ Χριστῷ τετηρημένοις

यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका अनुवाद कर्तृवाच्य में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "जिनकी रक्षा मसीह यीशु करता है" (देखें: कर्तृवाच्य एवं कर्मवाच्य)

Jude 1:2

ἔλεος ὑμῖν, καὶ εἰρήνη, καὶ ἀγάπη πληθυνθείη

यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो तो आप इन भाववाचक शब्दों, दया और शान्ति और प्रेम की व्याख्या समानार्थाक अभिव्यक्तियों में कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर तुम पर अपनी दया के करम बरसाए और तुम्हें और अधिक शान्ति की आत्मा दे तथा अधिकाधिक प्रेम करे" (देखें: भाववाचक संज्ञा )

ἔλεος ὑμῖν, καὶ εἰρήνη, καὶ ἀγάπη πληθυνθείη.

उस संस्कृति में पत्र के लेखक अपने मुख्य विषय पर आने से पहले पत्र के प्राप्तिकर्ताओं के लिए शुभ कामनाएं भेजते थे| अपनी भाषा में आप उस शैली का प्रयोग करें जिससे प्रकट हो कि यह आभिवादन और आशीर्वाद है| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर अपनी दया और शान्ति और अपना प्रेम तुम पर बढाता रहे" (देखें: INVALID translate/translate-blessing)

ἔλεος…καὶ εἰρήνη, καὶ ἀγάπη πληθυνθείη.

यहूदा दया और शांति और प्रेम का उल्लेख करता है जैसे कि वे इसी वस्तुएं हैं जो आकर और संख्या में वृद्धिमान हो सकती हैं| यदि आपकी भाषा में यह उलझन उत्पन्न करे तो आप एक भिन्न रूपक के प्रयोग द्वारा दर्शा सकते है कि ये वृद्धिमान हैं या साधारण भाषा का उपयोग कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "परमेश्वर अपनी दया और शांति और अपना प्रेम बढाता जाए" (देखें: रूपक)

ὑμῖν

तुम्हें शाब्द उन मसीही विश्वासियों के सन्दर्भ में है जिनको यहूदा पत्र लिख रहा है और यह सदा बहुवचन में है| (देखें: तुम के प्रारूप)

Jude 1:3

ἡμῶν

यह शब्द हमारा इस पत्री में यहूदा और विश्वासियों दोनों के सन्दर्भ में है। (देखें: समावेशी और अनन्य ‘‘हम’’ )

πᾶσαν σπουδὴν ποιούμενος γράφειν ὑμῖν

इस उप वाक्य का सन्दर्भ हो सकता है: (1) उस तथ्य से हो सकता है जिसके विषय यहूदा ने लिखने का विचार किया था जो इस पत्र की विषयवस्तु से सर्वथा भिन्न था| वैकल्पिक अनुवाद: "यद्यपि तुम्हें लिखने का भरसक प्रयास कर रहा था" (2) वह समय जब यहूदा पत्र लिख रहा था| वैकल्पिक अनुवाद: "जब तुम्हें पत्र लिखने का भरसक प्रयास कर रहा था"

περὶ τῆς κοινῆς ἡμῶν σωτηρίας

वैकल्पिक अनुवाद: "उस उद्धार के बारे में जिसमें हम सहभागी हैं"

ἀνάγκην ἔσχον γράψαι

यदि आपकी भाषा में सुस्पष्ट हो सके तो आप इस भाववाचक शब्द, आवश्यक में निहित विचार का अनुवाद एक समानार्थक शब्द से कर स्दाकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "मुझे लिखने की आवश्यकता हुई" (देखें: INVALID translate/figs-abstractnouns)

παρακαλῶν ἐπαγωνίζεσθαι τῇ…πίστει

यह एक उद्देश्यगर्भित उपवाक्य है| यहूदा उस उद्देश्य का उल्लेख कर रहा है जिसके निमित्त उसने यह पत्र लिखा था| अपने अनुवाद में आप आपकी भाषा के उद्देश्य उपवाक्य की परिपाटी को काम में लें| वैकल्पिक अनुवाद: (पूर्वगामी अर्ध विराम से रहित): "विश्वास के लिए संघर्षरत रहने के लिए उपदेश के निमित्त" (देखें: संयोजक - लक्ष्य (उद्देश्य) संबंध)

ἅπαξ

यहाँ, एक ही बार के द्वारा उस बात के विचार को व्यक्त किया गया है जो एक ही बार हुई थी और फिर कभी नहीं हुई| एक ही बार का अर्थ है, "सदा के लिए," इसका अर्थ यह नहीं कि "सब लोगों के लिए"

ἀγαπητοί

हे प्रियों उन लोगों के सन्दर्भ में है जिनको याहूदा पत्र लिख रहा हियो परन्तु इसमें सब विश्वासी समाहित हो सकते हैं| यदि आपकी भाषा में स्पष्ट हो सके तो आप इसका सुस्पष्ट वर्णन कर सकते हैं| वैकल्पिक अनुवाद: "प्रिय साथी विश्वासियों"(देखें: विशिष्ट एवं संयुक्त ‘‘हम’’)