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रूत का परिचय
भाग 1: सामान्य परिचय
रूत की पुस्तक की रूपरेखा
- रूत नाओमी के साथ बैतलहम में कैसे आई (1:1–22)
- जब रूत खेत में बीनना शुरू करती है तब बोअज उसकी मदद करता है (2:1–23)
- बोअज और रूत खेत में (3:1–18)
- रूत कैसे बोअज की पत्नी बनी (4:1–16)
- रूत और बोअज से ओबेद उत्पन्न हुआ; दाऊद की वंशावली (4:13–22)
रूत की पुस्तक किस विषय में है ?
यह पुस्तक रूत नामक एक गैर-इस्राएली स्त्री के विषय में है। यह बतलाती है कि वह यहोवा के लोगों में कैसे शामिल हुई। पुस्तक यह भी व्याख्या करती है कि रूत राजा दाऊद की पूर्वज कैसे बनी।
इस पुस्तक के शीर्षक का अनुवाद कैसे किया जाना चाहिए?
पारंपरिक रूप से इस पुस्तक का शीर्षक रूत है क्योंकि वह इसमें मुख्य पात्र है। अनुवादक रूत की पुस्तक जैसे शीर्षक का उपयोग कर सकते हैं। (देखें: नामों का अनुवाद कैसे करें)
रूत की पुस्तक में यह घटनाएँ कब घटी?
रूत की कहानी उस समय की है जब इस्राएल में * न्यायी * थे। यह सब तब हुआ जब इस्राएली कनान देश में दाखिल हो चुके थे, लेकिन इससे पहले उनके पास एक राजा था। ""न्यायी"" वे पुरुष और स्त्री थे जिनको परमेश्वर ने इस्राएलियों के दुश्मनों को हराने में मदद करने के लिए चुना था। ये अगुवे आमतौर पर आपसी विवादों का फैसला करके लोगों की मदद करते थे। वे महत्वपूर्ण निर्णय लेने में भी उनकी मदद करते थे। इनमें से कई अगुवों ने समस्त इस्राएली प्रजा की मदद की, लेकिन उनमें से कुछ ने कुछ कबीलों की सेवा की हो सकती है।
भाग 2: महत्वपूर्ण धार्मिक और सांस्कृतिक धारणाएँ
पवित्रशास्त्र एक अन्यजाति मोआबिन महिला की एक पुस्तक को क्यों शामिल करता है।
उस समय जब इस्राएली बारबार यहोवा के प्रति विश्वासघात करते थे, उस समय एक मोआबिन महिला उस पर बहुत विश्वास दिखाती है। इस्राएलियों की यहोवा प्रति निष्ठां की कमी, इस अन्यजाति की महिला के विश्वास के साथ विषम है। (देखें: विश्वासयोग्य, विश्वासयोग्यता)
रूत की पुस्तक में कोन सी महत्वपूर्ण विवाह प्रथा पाई जाती है?
इसे नियोग विवाह कहा जाता है जिसे इस्राएली व्यवहार में लाए। इस प्रथा में, किसी भी बिना संतान के मरने वाले पुरुष के करीबी पुरुष रिश्तेदार को उसकी विधवा से शादी करने और उस के लिए प्रदान करने हेतु बाध्य किया गया था। आमतौर पर यह पुरुष के भाइयों में से एक होगा। उनसे पैदा होने वाली संतान को मृत व्यक्ति के बच्चों के रूप में माना जाता था। उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि मृतक व्यक्ति के वंश को आगे चलाया जा सके। यदि करीबी रिश्तेदार महिला से शादी नहीं करता तो एक अन्य रिश्तेदार इस कर्तव्य को पूरा कर सकता था।
* एक छुड़ानेवाला बन्धु * क्या था?
एक व्यक्ति के करीबी रिश्तेदार या रिश्तेदारों से उम्मीद की जाती थी कि वे उसके या उसके लिए छुड़ानेवाले बन्धु के रूप में भूमिका अदा करे (2:20 ULT)l वे जरूरत के समय में एक रिश्तेदार के लिए मुहैया करने, नियोग विवाह के कर्तव्य को पूरा करने के लिए जिम्मेदार थे, और उस जमीन को मोल देकर परिवार में वापिस लाने के लिए जो परिवार से बाहर किसी को बेचीं गई हो। रूत की पुस्तक में, बोअज एक ऐसा ही छुड़ानेवाला बन्धु है।
रूत की पुस्तक में क्या बीना जा रहा था?
इस्राएल में, जिन्होंने अपने खेत में कटाई की थी, गरीब लोगों को उन के पीछे चलते हुए बीनने की अनुमति दी गई थी ? ये बीनने वाले अनाज के डंठल को उठाते थे जो कटनी करते हुए मजदूरों से छूट जाते थे या गिर जाते थे। इस तरह, गरीब लोगों को कुछ भोजन मिल जाता था। रूत बोअज के खलियान में एक बीनने वाली थी।
वाचा प्रति विश्वसनीयता या वाचा प्रति निष्ठां क्या है?
एक वाचा दो पक्षों के बीच एक औपचारिक, समझौता होता है जिसे एक या दोनों पक्षों को पूरा करना होता है। वाचा प्रति विश्वसनीयता या निष्ठां इस प्रकार से है जब कोई व्यक्ति अपने दिए हुए वचन/वाचा के अनुसार जो उन्होंने कहा है ठीक उसी तरह करते है। परमेश्वर ने इस्राएल के साथ एक वाचा बाँधी, जिसमें उसने वादा किया था कि वह इस्राएलियों से प्रेम रखेगा और उनके प्रति विश्वासयोग्य रहेगा। इस्राएलियों को परमेश्वर और एक दूसरे के प्रति वैसा ही करना था।
रूत की पुस्तक से पता चलता है कि छुड़ानेवाले बन्धु अपने रिश्तेदारों के लिए जो करते हैं, परमेश्वर की उन के साथ वाचा में यह इस्राएलियों के कर्तव्यों का एक हिस्सा है। बोअज, रूत और नाओमी की कहानी इस्राएलियों के लिए वाचा प्रति विश्वसनीयता के अच्छे प्रभावों का नमूना देती है। (देखें: वाचा की विश्वासयोग्यता, निष्ठावान वाचा, वाचा का प्रेम)
प्राचीन पूर्व निकट में शहर के फाटकों का काम क्या हुआ करता था?
बोअज के समय शहर के फाटक बुजुर्गों के लिए बैठने का स्थान थे। बुजुर्गों सम्मानित पुरुष थे, जिन्होंने मिलकर व्यावसायिक और कानूनी मामलों का फैसला करना होता था। शहर की दीवारें चौड़ी थीं, खासकर प्रवेश मार्गों पर, और फाटकों के पास और उनके ऊपर सुरक्षा बुर्ज हुआ करते थे। इसलिए प्रवेश फाटकों से सार्वजनिक सभा को एक बड़ी छाया मिलती थी, और वहीं अहम लोगों के बैठने के लिए जगह थी। इस कारण, बोअज और अन्य बुजुर्ग फाटक में बैठे थे।
कुछ अंग्रेजी बाइबल संस्करण बोअज के शहर के फाटक पर बैठे होने की बात करते हैं, लेकिन अनुवादकों के लिए सबसे अच्छा हो सकता है कि वे स्पष्ट करें कि बोअज शहर के फाटक में बैठा।
भाग 3: महत्वपूर्ण अनुवाद के मुद्दे
रूत की पुस्तक एक विषय से दूसरे विषय में कैसे बदलती है?
रूत की पुस्तक अक्सर नए विषयों में या कहानी के नए भाग में बदलाव करती है। ULT इन परिवर्तनों को इंगित करने के लिए विभिन्न शब्दों का उपयोग करता है, जैसे कि अत:, तब, और, अब,l इन परिवर्तनों को इंगित करने के लिए अनुवादकों को अपनी भाषाओं में सबसे स्वाभाविक तरीकों का उपयोग करना चाहिए।
Ruth 1
रूत 01 साधारण टिप्पणी
संरचना और स्वरूप
यह उन दिनों में हुआ जब न्यायी लोग न्याय करते थे
इस पुस्तक की घटनाएं न्यायियों के समय के दौरान घटी। रूत की पुस्तक न्यायियों की पुस्तक के साथ समरूपी है। पुस्तक के ऐतिहासिक संदर्भ को समझने के लिए, अनुवादक न्यायियों की पुस्तक की समीक्षा कर सकता है।
इस अध्याय की विशेष धारणाएं
बिना पति या बच्चों वाली महिलाएं
प्राचीन पूर्व में, यदि एक स्त्री बिना पति या संतान थी, उसे एक भयानक दशा में माना जाता था। वह अपनी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम नहीं होती थी। इसी कारण से नाओमी ने अपनी बेटियों को पुनर्विवाह के लिए कहा।
इस अध्याय में अन्य संभावित अनुवाद सबंधी मतभेद
विपरीत
मोआबिन रूत का यहूदिन नाओमी के विपरीत काम करने का इरादा है। रूत नाओमी के परमेश्वर में बहुत विश्वास दिखाती है, जबकि नाओमी यहोवा पर भरोसा नहीं करती। (देखें: विश्वास और विश्वास,विश्वास किया, विश्वासयोग्य, विश्वासयोग्यता)
Ruth 1:1
וַיְהִ֗י
यह था या यह वही हुआl यह एक ऐतिहासिक कहानी की शुरुआत का एक सामान्य तरीका हैl (देखें: नर्इ घटनाओं का परिचय)
בִּימֵי֙ שְׁפֹ֣ט הַשֹּׁפְטִ֔ים
उस समय जब न्यायियों ने इस्राएल की अगुवाई की और उन पर राज्य किया (देखें: संयोजक - समकालीन समय संबंध)
בָּאָ֑רֶץ
यह इस्राएल देश की ओर संकेत करता है। वैकल्पिक अनुवाद: ""इस्राएल की भूमि में"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
אִ֜ישׁ
एक पुरुष। यह कहानी में एक किरदार पेश करने का एक सामान्य तरीका है। (देखें: नए एवं पुराने सहभागियों का परिचय)
Ruth 1:2
אֶפְרָתִ֔ים מִבֵּ֥ית לֶ֖חֶם יְהוּדָ֑ה
नाम एप्राती एप्रात के कबीले के लोगों की ओर संकेत करता है, जो बैतलहम के आसपास के क्षेत्र में रहते थे। वैकल्पिक अनुवाद: ""एप्रात के कबीले से, यहूदा के बैतलहम सेl
Ruth 1:3
הִ֖יא וּשְׁנֵ֥י בָנֶֽיהָ׃
नाओमी के पास केवल दो पुत्र ही रह गए
Ruth 1:4
וַיִּשְׂא֣וּ לָהֶ֗ם נָשִׁים֙
स्त्री से विवाह। यह महिलाओं से शादी करने का एक मुहावरा है। वे उन महिलाओं से विवाह नहीं करते थे जो पहले से शादीशुदा थीं। (देखें: मुहावरे)
מֹֽאֲבִיּ֔וֹת
नाओमी के पुत्रों ने उन महिलाओं से शादी की जो मोआब के गोत्र से थी। मोआबियों ने अन्य देवताओं की पूजा की।
שֵׁ֤ם הָֽאַחַת֙…וְשֵׁ֥ם הַשֵּׁנִ֖י
एक महिला का नाम था ... दूसरी महिला का नाम था
כְּעֶ֥שֶׂר שָׁנִֽים
दस साल के बाद जब एलीमेलेक और नाओमी मोआब देश में आए, उनके दोनों पुत्र महलोन और किल्योन मर गए।
Ruth 1:5
וַתִּשָּׁאֵר֙ הָֽאִשָּׁ֔ה מִשְּׁנֵ֥י יְלָדֶ֖יהָ וּמֵאִישָֽׁהּ
नाओमी विधवा थी और उसके दोनों पुत्र मर गए।
Ruth 1:6
וְכַלֹּתֶ֔יהָ
जिन महिलाओं ने नाओमी के पुत्रों से शादी की
שָֽׁמְעָה֙ בִּשְׂדֵ֣ה מוֹאָ֔ב
जब वह मोआब के देश में ही थी उसने सुना थाl यह अस्पष्ट है कि यह खबर इस्राएल से आई थी। वैकल्पिक अनुवाद: ""उसने मोआब में रहते हुए इस्राएल से आए किसी व्यक्ति से सुना था"" (देखें: अनुमानित ज्ञान एवं अंतर्निहित सूचना)
יְהוָה֙
यह परमेश्वर का नाम है जो उस ने पुराने नियम में अपनी प्रजा पर प्रकट किया।
פָקַ֤ד…אֶת־עַמּ֔וֹ
परमेश्वर ने उनकी जरूरत को देखा और उनके लिए अच्छी फसल दी। वैकल्पिक अनुवाद: ""इस्राएलियों की मदद की
לָתֵ֥ת לָהֶ֖ם לָֽחֶם׃
भोजनवस्तु यहाँ सामान्य रूप से भोजन का संकेत करता है। वैकल्पिक अनुवाद: "" उन्हें भरपूर फसल दी, ताकि उनके पास भरपूर भोजनवस्तु हो।"" (देखें: उपलक्षण अलंकार)
Ruth 1:7
וַתֵּלַ֣כְנָה בַדֶּ֔רֶךְ
और वे मार्ग से चले गए। मार्ग से हो लेने का अर्थ है मार्ग से पैदल हो लेना।
Ruth 1:8
לִשְׁתֵּ֣י כַלֹּתֶ֔יהָ
उसके दो पुत्रों की पत्नियाँ या उसके दो पुत्रों की विधवाएँ
אִשָּׁ֖ה
नाओमी दो लोगों से बात कर रही थी, इसलिए जिन भाषाओं में तुम का दोहरा रूप होता है, उसकी सारी बातचीत में इसका इस्तेमाल करेंगे। (देखें: तुम के प्रारूप)