13-00
इस्राएल के साथ परमेश्वर की वाचा
इस शीर्षक का अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “इस विषय में कि परमेश्वर ने इस्राएल के साथ वाचा कैसे बांधी” या “कैसे परमेश्वर ने इस्राएल के साथ वाचा को तैयार किया?”
13-01
परमेश्वर द्वारा इस्राएलियों की लाल समुद्र के माध्यम से अगुवाई करने के बाद
यह एक नयी घटना को आरम्भ करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
यह वही पर्वत था जहाँ मूसा ने जलती हुई झाड़ी को देखा था
यह उस पर्वत के बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी है जिस पर इस्राएलियों ने यात्रा की थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
जलती हुई झाड़ी
मूसा के मिस्र लौटने से पहले, परमेश्वर ने उस झाड़ी में से उससे बातें की, जिसमें आग लगी हुई थी परन्तु वह आग से भस्म नहीं हो रही थी (देखें: 09:12)।
अपने तम्बुओं को लगाया
इस्राएलियों को मिस्र से प्रतिज्ञा किए गए देश तक एक लम्बी दूरी तय करनी थी। इसलिए वे अपने साथ तम्बू ले गए, कि वे बसेरे बनाकर मार्ग के किनारे उनमें सो सकें। कुछ भाषाएँ इसका अनुवाद इस प्रकार से कर सकती हैं: “अपने तम्बुओं को तान दिया।”
पहाड़ के तली में
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “पहाड़ के नीचे।” यह भूमि के उस क्षेत्र को संदर्भित करती है जो उस स्थान के बगल में स्थित होता है जहाँ से पर्वत के निर्माण के लिए भूमि ऊपर की ओर तिरछी होने लगती है।
13-02
तुम्हें सर्वदा मेरी आज्ञाओं को मानना है और जो वाचा मैं तुम्हारे साथ बांधता हूँ उसका पालन करना है।
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक सीधी आज्ञा थी।
जो वाचा मैं तुम्हारे साथ बांधता हूँ उसका पालन करना है
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “वही करो जिसे करने की मेरी वाचा तुमसे माँग करती है।” वाचा का पालन करना और उसे मानना दो अलग-अलग बातें नहीं हैं। इसे स्पष्ट करने का एक तरीका यह कहना होगा: “जो वाचा मैं तुम्हारे साथ बांधता हूँ उसका पालन करके मेरी आज्ञा मानो।” परमेश्वर शीघ्र ही उन्हें बता देगा कि उसकी वाचा की क्या माँग है।
यदि तुम ऐसा करो
यह जोड़ने वाला शब्द यदि एक शर्त वाले कथन का परिचय देता है। वे आशीषें परमेश्वर द्वारा दी गई उन आज्ञाओं का इस्राएलियों द्वारा पालन किए जाने पर निर्भर करती हैं। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-condition-hypothetical/01.md]])
मेरी पुरस्कार की सम्पत्ति
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “तुम मेरी वह सम्पत्ति होगे जिसे मैं सबसे अधिक महत्व देता हूँ” या “तुम ऐसे लोग होगे जिन्हें मैं किसी भी अन्य लोगों के समूह से अधिक संजोकर रखता हूँ” या “तुम मेरे अपने अनमोल लोग होगे।”
याजकों का राज्य
परमेश्वर अपने लोगों के बारे में ऐसे बात करता है जैसे कि वे याजक हों। वैकल्पिक अनुवाद: “उन लोगों का राज्य जो याजकों के समान हैं” या “उन लोगों का राज्य जो याजकों द्वारा किए जाने वाले काम करते हैं” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-metaphor/01.md]])
याजकों का राज्य, और पवित्र जाति
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “मैं तुम्हारा राजा होऊँगा और तुम याजकों के समान होगे।” इस्राएलियों से अपेक्षा की गई थी कि वे अन्य राष्ट्रों को परमेश्वर के बारे में शिक्षा दें और परमेश्वर एवं उन राष्ट्रों के बीच एक मध्यस्थ बनें, ठीक वैसे ही जैसे इस्राएल देश में परमेश्वर और इस्राएलियों के बीच जाने के लिए याजक हुआ करते थे।
13-03
तीन दिनों के लिए
दूसरे शब्दों में, जब वे सीनै पर्वत पर पहुँच गए, तो उसके तीन दिन बाद सबसे पहले परमेश्वर ने उनसे बात की।
अपने आप को परमेश्वर के लिए तैयार किया ताकि वह उनके निकट आए
यह परमेश्वर से मिलने की तैयारी में संस्कारिक शुद्धिकरण को संदर्भित करता है। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “परमेश्वर से मिलने के लिए तैयार हुए” या “परमेश्वर से मिलने के लिए अपने आप को तैयार किया।”
तुरहियों की तेज आवाजें
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “नरसिंगों की तेज आवाजें आ रही थीं” या “नरसिंगे बजाए गए और उन्होंने बहुत तेज आवाजें कीं” या “उन्होंने फूँके जा रहे नरसिंगों की तेज आवाजें सुनीं।” इन तुरहियों को मनुष्यों के द्वारा नहीं, परन्तु परमेश्वर या उसके स्वर्गदूतों के द्वारा बजाया गया था।
मूसा अकेले ही चला गया
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “परमेश्वर ने मूसा को ऊपर चढ़ने की अनुमति दी, परन्तु उसने किसी और को चढ़ने की अनुमति नहीं दी।”
13-04
तब परमेश्वर ने उन लोगों के साथ एक वाचा बांधी। उसने कहा,
आगे परमेश्वर जो कहता है वह वाचा की विषय-वस्तु है, अर्थात्, वह लोगों को वे बातें बताता है जिनका उन्हें पालन करना चाहिए। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “तब परमेश्वर ने उनके साथ यह वाचा बांधी:”
तुम्हारा परमेश्वर, यहोवा
कुछ भाषाओं में क्रम को बदलकर “तुम्हारा परमेश्वर यहोवा” कहना अधिक स्वाभाविक हो सकता है। सुनिश्चित करें कि ऐसा न लगे कि इस्राएलियों के पास एक से अधिक परमेश्वर थे। यह स्पष्ट होना चाहिए कि यहोवा ही एकमात्र परमेश्वर है। इसे अनुवाद करने का दूसरा तरीका होगा: “यहोवा, जो तुम्हारा परमेश्वर है” या “तुम्हारा परमेश्वर, जिसका नाम यहोवा है।”
जिसने तुम्हें दास होने से बचाया है
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “मैंने तुम्हें दासत्व से छुड़ाया है।”
किसी दूसरे देवता की उपासना मत करना।
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक आज्ञा थी।
13-05
जोड़ने वाला कथन
परमेश्वर ने मूसा से बातें करना जारी रखा।
मूर्तियाँ मत बनाना
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक आज्ञा थी।
उनकी उपासना मत करना
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक आज्ञा थी।
क्योंकि
यह जोड़ने वाला शब्द क्योंकि इस बात की ओर संकेत करता है कि क्यों इस्राएलियों को मूर्तियाँ नहीं बनानी थीं या उनकी पूजा नहीं करनी थी (अन्य देवताओं के विपरीत जो इस बात की परवाह नहीं करते थे कि लोग कई अन्य देवताओं की भी पूजा करते हैं, इसलिए यहोवा उनकी पूजा से ईर्ष्या करता था)। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
अनादर भरे तरीके से मेरे नाम का उपयोग मत करना
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक आज्ञा थी। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “मेरे विषय में उस तरीके से बात मत करो जिससे आदर और सम्मान प्रकट नहीं होता” या “मेरे विषय में उस तरीके से बात करो जिससे मुझे सही आदर और सम्मान मिले।”
सुनिश्चित करो कि सब्त के दिन को पवित्र करके मानो
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक आज्ञा थी।
छह दिनों में अपने सारे काम करना
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक आज्ञा थी।
सातवें दिन
इसका अनुवाद करने के लिए, सप्ताह के किसी विशेष दिन का नाम देने के बजाए संख्या (सातवें) का उपयोग करना सबसे अच्छा है।
मुझे स्मरण करना
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “मुझ पर ध्यान लगाए रहना” या “मेरा सम्मान करना।”
13-06
जोड़ने वाला कथन
परमेश्वर ने मूसा से बातें करना जारी रखा।
अपने पिता और अपनी माता का सम्मान करना
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक आज्ञा थी।
हत्या न करना
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक आज्ञा थी।
व्यभिचार न करना
परमेश्वर की ओर से यह सब इस्राएलियों के लिए एक आज्ञा थी। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “किसी और के जीवनसाथी के साथ यौन सम्बन्ध न बनाना” या “किसी दूसरे पुरुष की पत्नी या किसी दूसरी स्त्री के पति के साथ वैवाहिक सम्बन्ध न रखना।” इसका अनुवाद इस प्रकार से करना सुनिश्चित करें जिससे लोगों को ठेस न पहुंचे या उन्हें लज्जित न होना पड़े। भाषाओं में अक्सर इसे कहने का एक अप्रत्यक्ष, विनम्र तरीका होता है, जैसे कि: “उसके साथ मत सोना।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-euphemism/01.md]])
झूठ मत बोलना
इसका अर्थ है: ‘दूसरे लोगों के विषय में झूठी बातें मत कहना।’
13-07
उन्हें दे दिया
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उन्हें आज्ञापालन करने के लिए बोल दिया।”
केवल परमेश्वर का होने के लिए
सब जातियों के बीच में से, परमेश्वर ने इस्राएलियों का चुनाव अपने विशेष उद्देश्य के लिए किया था। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उसकी विशेष जाति बनने के लिए” या “उसके अपने लोग बनने के लिए” या “ऐसी जाति बनने के लिए जिसे उसने अपने लोग होने के लिए चुन लिया है।”
13-08
एक बड़ा तम्बू बनाओ
यह उस तम्बू के बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी है जिसे इस्राएलियों को परमेश्वर की आराधना करने के स्थान के रूप में बनाना था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
पर्दे के पीछे वाला कमरा
यह कमरा पर्दे से छिपा हुआ था। कुछ भाषाएँ इस कमरे को ‘पर्दे के सामने वाला कमरा’ कहती हैं।
जहाँ परमेश्वर था
यदि यह वाक्यांश लोगों को यह सोचने के लिए प्रेरित करता है कि परमेश्वर केवल तम्बू में रहने तक ही सीमित है, इसलिए इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “जहाँ परमेश्वर ने मनुष्यों पर अपने आप को प्रकट किया था।”
13-09
परमेश्वर की व्यवस्था
यह उन सभी आज्ञाओं और निर्देशों को संदर्भित करता है जिनका पालन करने के लिए परमेश्वर ने इस्राएलियों से कहा था।
उस व्यक्ति के पाप को ढाँप लेगी
जब लोग पशुओं को बलिदान चढ़ाने के लिए लाए, तो परमेश्वर ने उन पशुओं के लहू को उन लोगों के पापों के ऊपर एक आवरण के रूप में देखने का चुनाव किया। यह किसी कुरूप या गंदी वस्तु को ढांप कर छिपा देने के समान ही है।
परमेश्वर की दृष्टि में शुद्ध
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “जैसे कि उसका पाप परमेश्वर के अनुरूप नहीं था” या “परमेश्वर की व्यवस्था को तोड़ने के दंड से स्वतंत्र था।”
13-10
ये दस आज्ञाएँ
यह उन आज्ञाओं को संदर्भित करता है जो परमेश्वर ने इस्राएलियों के द्वारा पालन किए जाने के लिए मूसा को दी थीं। उन्हें 13:05 और 13:06 के ढांचों में सूचीबद्ध किया गया है।
दो पत्थर की पटियाएँ
यह पटिया पत्थर का एक सपाट टुकड़ा या प्राचीन समय में लिखने के लिए उपयोग की जाने वाली एक अन्य कठोर सामग्री होती थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-unknown/01.md]])
भी परमेश्वर ने दीं
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “परमेश्वर ने उनसे यह भी कहा।”
अनुसरण करने के लिए
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “कि उन्हें आज्ञा का पालन करना चाहिए” या “कि उन्हें बात माननी चाहिए।”
यदि उन्होंने आज्ञा का पालन किया
यह जोड़ने वाला शब्द यदि एक काल्पनिक शर्त वाले सम्बन्ध की ओर संकेत करता है। परमेश्वर की आशीष इस्राएलियों द्वारा व्यवस्था का पालन किए जाने पर निर्भर करती थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-condition-hypothetical/01.md]])
परन्तु उसने कहा कि वह दंड देगा
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु इस बात में विरोध प्रकट करता है कि यदि इस्राएली लोग परमेश्वर की आज्ञा का पालन करते हैं तो वह उन्हें कैसे आशीष देगा और यदि वे उसकी आज्ञा का पालन नहीं करते तो वह उन्हें कैसे दंड देगा। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
यदि उन्होंने आज्ञा का पालन नहीं किया
यह जोड़ने वाला शब्द यदि एक काल्पनिक शर्त वाले सम्बन्ध की ओर संकेत करता है। यदि इस्राएलियों ने व्यवस्था का पालन नहीं किया तो परमेश्वर उन्हें दंड देगा। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-condition-hypothetical/01.md]])
13-11
वे लोग प्रतीक्षा करते-करते थक गए
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “वे लोग अधीर हो गए क्योंकि वह जल्दी नहीं लौटा” या “उन लोगों ने उसके लौटने की और प्रतीक्षा नहीं करना चाहा।”
वे लोग
इसका अर्थ सब इस्राएली लोगों से नहीं है, ये केवल वे लोग ही हैं जो मूसा की प्रतीक्षा करते-करते थक गए थे। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-synecdoche/01.md]])
सोना लेकर आए
ये सोने से बनी वस्तुएँ और आभूषण थे, जिन्हें पिघलाकर अन्य वस्तुएँ बनाई जा सकती थीं।
उन्होंने भयंकर रूप से परमेश्वर के विरुद्ध पाप किया
उन्होंने इस प्रकार से पाप किया जो परमेश्वर के सम्मुख विशेष रूप से घृणित था। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उन्होंने बुरे तरीके से पाप किया,” या “उन्होंने कुछ ऐसा किया जो बहुत बुरा था” या “उन्होंने कुछ ऐसा बुरा काम किया जिससे परमेश्वर बहुत क्रोधित हुआ।”
13-12
एक सोने की मूर्ति बनाए
हारून ने सोने की उन वस्तुओं को ले लिया जो लोग उसके पास लाए थे, और उन्हें पिघलाकर एक बछड़े के आकार में गढ़ दिया।
वे लोग बेतहाशा उस मूर्ति की पूजा करने लगे और उसके लिए बलि चढ़ाने लगे!
यह एक दृढ़ कथन है जो इस बात को व्यक्त करता है कि यह कितनी चकित करने वाली बात थी कि जब लोगों ने यह देखा हुआ था कि परमेश्वर ने उनके लिए क्या किया है, तब भी वे इस मूर्ति की पूजा करेंगे। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])
बेतहाशा पूजा करने लगे
वे लोग उस मूर्ति की पूजा करके पाप कर रहे थे और उसकी पूजा करते समय पापमय कार्य भी कर रहे थे।
क्योंकि
परमेश्वर ने अभी-अभी इस्राएलियों से कहा था कि वे केवल उसी की आराधना करें क्योंकि वह एक जलन रखने वाला परमेश्वर है, और यदि उन्होंने आज्ञा नहीं मानी तो उन्हें दंड दिया जाएगा। इन कारणों से परमेश्वर इस्राएलियों के पाप के कारण उन पर बहुत क्रोधित हुआ। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
उसकी प्रार्थना को सुना
परमेश्वर हमेशा प्रार्थना सुनता है। इस स्थिति में, सुनने का अर्थ है कि मूसा ने जो कहा, परमेश्वर उसे करने के लिए सहमत हो गया।
13-13
उन पटियाओं को तोड़ दिया
उसने उन पत्थर की पटियाओं को भूमि पर पटक दिया और वे पटियाएँ छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट गईं।
13-14
उस मूर्ति को जला दिया और उसे पीसकर बुरादा बना दिया
मूसा ने मूर्ति को कूट-कूटकर बारीक कणों में पूरी तरह से नष्ट कर दिया।
महामारी
हो सकता है यह महामारी कोई गम्भीर बीमारी हो। वैकल्पिक अनुवाद: “यहोवा ने उन लोगों को बहुत बीमार कर दिया।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-unknown/01.md]])
13-15
मूसा ने बनाई
मूसा ने हथौड़े और छेनी जैसे औजारों से पत्थर की पटियाओं को तराशा।
को सुना
देखें कि आपने इस वाक्यांश का अनुवाद 13:12 में कैसे किया है।
से ली गई बाइबल की कहानी
ये संदर्भ बाइबल के कुछ अनुवादों में थोड़े से अलग हो सकते हैं।