हिन्दी, हिंदी (Hindi): Open Bible Stories Translation Notes

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36-00

रूपांतरण

इस शीर्षक का अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “इस विषय में जब चेलों ने यीशु को अपने सामने रूपांतरित होते देखा” या “क्या घटित हुआ जब चेलों ने यीशु को अपने सामने रूपांतरित होते देखा था?”

36-01

एक दिन

यह वाक्यांश अतीत में घटी एक घटना का परिचय देता है, परन्तु विशिष्ट समय नहीं बताता है। कई भाषाओं में सच्ची कहानी कहने का तरीका एक जैसा होता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])

याकूब

यह उससे भिन्न याकूब है जिसने बाइबल में पाई जाने वाली याकूब की पुस्तक लिखी थी। इस बात को स्पष्ट करने के लिए, कुछ भाषाओं में दो अलग-अलग नामों का उपयोग करने या उन्हें अलग-अलग वर्तनी देने की आवश्यकता पड़ सकती है।

36-02

उसका मुख सूर्य के समान उज्ज्वल हो गया

यह उपमा इस बात पर जोर देती है कि यीशु का रूप कितना उज्ज्वल हो गया था।(देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-simile/01.md]])

उसके वस्त्र उजियाले के समान सफेद हो गए

यह उपमा इस बात पर जोर देती है कि यीशु के वस्त्र कितने सफेद हो गए थे। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-simile/01.md]])

बहुत सफेद

इसका अर्थ हो सकता है ‘अत्यधिक सफेद’

36-03

प्रकट हुए

इसे ऐसे कहना भी सम्भव है: “कहीं से प्रकट हुए।” वे अचानक से वहाँ आए।

यरूशलेम में

कुछ भाषाएँ यह कहना पसंद कर सकती हैं: “यरूशलेम नगर में।”

36-04

हमारे लिए यहीं रहना अच्छा है

यह बात स्पष्ट नहीं है कि हमारे केवल पतरस, याकूब और यूहन्ना को ही संदर्भित करता है, या फिर यह यीशु, एलिय्याह, और मूसा सहित वहाँ उपस्थित सब लोगों को संदर्भित करता है। यदि आप इस प्रकार से अनुवाद कर सकते हैं जिससे कि दोनों विकल्प सम्भव हो पाएँ, तो ऐसा ही करें। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclusive/01.md]])

मंडप

इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “आश्रय” या “वाटिका की झोपड़ियाँ” या “तम्बू।” यह पेड़ की शाखाओं से बने छोटे-छोटे, व्यक्तिगत, अस्थायी मंडपों को संदर्भित करता है, जैसे वार्षिक यहूदी अवकाश के दौरान यहूदी लोग बनाया करते थे।

नहीं जानता था कि वह क्या कह रहा था

इसका अर्थ हो सकता है ‘जो घटित हो रहा था उसे समझे बिना बोल रहा था’ या ‘क्योंकि वह बहुत उत्साहित था इसलिए बिना सोचे-समझे बोल दिया।’ यह इस बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी है कि पतरस ने जो कुछ कहा वह उसने क्यों कहा। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])

36-05

बादल में से एक आवाज आई। उसने कहा

एक आवाज यहाँ एक समानार्थी शब्द है जो किसी बोलने वाले को संदर्भित करता है। इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “बादल में से एक वाणी यह कहते हुए बोली” या “परमेश्वर ने बादल में से बोला और कहा।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-metonymy/01.md]])

मेरा पुत्र

यह यीशु के लिए एक महत्वपूर्ण उपाधि है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/guidelines-sonofgodprinciples/01.md]])

उसकी सुनो

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “यही वह व्यक्ति है जिसकी बात तुम्हें सुननी चाहिए।”

भयभीत हो गए

इसका अर्थ हो सकता है ‘अत्यन्त डर गए।’

भूमि पर गिर पड़े

इसका अर्थ हो सकता है ‘तुरन्त भूमि की ओर झुक गए’ या ‘झट से भूमि पर बैठ गए।’ इस बात को सुनिश्चित करें कि गिर पड़े का अनुवाद दुर्घटना के समान न लगे। सम्भवतः उन्होंने जानबूझकर खौफ और डर के मारे ऐसा किया था।

36-06

उन्हें छुआ

इसका अर्थ हो सकता है ‘उन पर अपना हाथ रखा।’ कुछ भाषाएँ इस बात का उल्लेख करना पसंद कर सकती हैं कि उसने उन्हें कहाँ छुआ था। यदि ऐसा है, तो इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उसने उन्हें काँधे पर छुआ” या “उसने उनमें से प्रत्येक के काँधे पर अपना हाथ रखा।”

कहा, “डरो मत। उठो।”

यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है: “उनसे न डरने, और उठने के लिए बोला।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])

डरो मत

इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “डरना बंद करो।”

उठो

इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “खड़े हो जाओ” या “कृपया उठो।” इस बात को सुनिश्चित करें कि यह ऐसा सुनाई दे कि यीशु ने यह बात दयाभाव से कही थी।

केवल यीशु ही एकमात्र था जो अब भी वहाँ था

इसे जोड़ना भी सम्भव है: “मूसा और एलिय्याह चले गए थे।”

36-07

से ली गई बाइबल की कहानी

ये संदर्भ बाइबल के कुछ अनुवादों में थोड़े से अलग हो सकते हैं।