47-00
फिलिप्पी में पौलुस और सीलास
इस शीर्षक का अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “इस विषय में कि फिलिप्पी में पौलुस और सीलास के साथ क्या घटित हुआ था” या “पौलुस और सीलास के साथ फिलिप्पी में क्या घटित हुआ?”
47-01
जब शाऊल ने सम्पूर्ण रोमी साम्राज्य की यात्रा की, तो उसने अपने रोमी नाम, ‘पौलुस’ के उपयोग करना आरम्भ कर दिया।
यह इस बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी है कि शाऊल को अब पौलुस क्यों कहा जाता था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
एक दिन
यह एक नयी घटना को प्रस्तुत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
घोषणा की
इसका अर्थ हो सकता है ‘शिक्षा दी’ या ‘प्रचार किया।’
उनकी मुलाकात लुदिया नाम की एक स्त्री से हुई
यह लुदिया को कहानी में एक नये चरित्र के रूप में प्रस्तुत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-participants/01.md]])
वह एक व्यापारी थी। वह परमेश्वर से प्रेम करती थी और उसकी आराधना करती थी।
यह इस बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी है कि लुदिया कौन थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
व्यापारी
इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “बेचने वाली” या “व्यापार की मालकिन।”
47-02
उसने पौलुस और सीलास को अपने घर में ठहरने के लिए आमंत्रित किया
यह उन दिनों की सामान्य प्रथा थी कि लोग अपने घरों में आगंतुकों का आतिथ्य करते थे। इस व्यवस्था में कोई अनैतिक मंशा नहीं थी।
47-03
दासी
यह अनाम दासी को कहानी में एक नये चरित्र के रूप में प्रस्तुत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-participants/01.md]])
अपने स्वामियों
इस मामले में, इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “अपने मालिकों।”
भविष्य बताने वाली
इसका अर्थ हो सकता है ‘एक ऐसी जन जिसने लोगों को बताया कि भविष्य में उनके साथ क्या घटित होगा।’ एक भविष्य बताने वाला अलौकिक संसार की आत्माओं से जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया करता था। ऐसा करने वाले व्यक्ति को कभी-कभी ‘ज्योतिषी’ या ‘दैवज्ञ’ कहा जाता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-unknown/01.md]])
47-04
उद्धार का मार्ग
किसी व्यक्ति का उद्धार कैसे हो सकता है, इसके बारे में यहाँ ऐसे बताया गया है कि मानो यह एक ऐसा मार्ग या पथ है जिस पर कोई व्यक्ति चलता है। वैकल्पिक अनुवाद: “तुम उद्धार कैसे पा सकते हो” या “परमेश्वर लोगों का उद्धार कैसे करता है” या “लोगों का उद्धार करने की परमेश्वर की योजना” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-metaphor/01.md]])
47-05
एक दिन
यह वाक्यांश अतीत में घटी एक घटना का परिचय देता है, परन्तु विशिष्ट समय नहीं बताता है। कई भाषाओं में सच्ची कहानी कहने का तरीका एक जैसा होता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
उसकी ओर मुड़कर
इसका अर्थ हो सकता है ‘पीछे मुड़कर और उस पर दृष्टि करके।’
यीशु के नाम से
इसका अर्थ हो सकता है ‘यीशु के अधिकार से।’ यहाँ नाम का अर्थ अधिकार के साथ या यीशु मसीह के प्रतिनिधि के रूप में बोलना है। यीशु के अधिकार के कारण ही, पौलुस उस दुष्टात्मा को निकल जाने की आज्ञा दे सका। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-metonymy/01.md]])
उसमें से निकल जा
इसका अर्थ हो सकता है ‘उसे छोड़ दे’ या ‘उससे दूर हो जा।’
उसी घड़ी उस दुष्टात्मा ने उसे छोड़ दिया
‘तुरन्त ही वह दुष्टात्मा निकल गई’ (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-time-sequential/01.md]])
47-06
जो पुरुष उस दासी के स्वामी थे वे बहुत क्रोधित हुए!
यह विस्मयकारी बोध इस बात पर जोर देता है कि जो पुरुष उस दासी के स्वामी थे वे पौलुस और सीलास से कितने क्रोधित हुए। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])
दुष्टात्मा के बिना
इसका अर्थ हो सकता है ‘दुष्टात्मा की ओर से शक्ति के बिना’ या ‘अब जबकि उसके पास दुष्टात्मा नहीं थी।’
भविष्य
इसका अर्थ हो सकता है ‘भविष्य में उनके साथ क्या घटित होगा।’
इसका अर्थ था कि
इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “इस कारण” या “इसी कारण से।”
47-07
इसलिए उस दासी के स्वामी
यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण और परिणाम के सम्बन्ध को प्रस्तुत करता है। कारण यह था कि मालिक अब पैसे नहीं कमा सकते थे। और परिणाम यह हुआ कि वे पौलुस और सीलास को रोमी अधिकारियों के पास ले गए। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
जिन्होंने पीटा
जिन्होंने रोमी अधिकारियों को संदर्भित करता है, न कि उस दासी के स्वामियों को। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-pronouns/01.md]])
उन्हें डाल दिया
इसका अर्थ हो सकता है ‘उन्हें रख दिया।’
47-08
परन्तु आधी रात में
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु विपरीत सम्बन्ध को प्रस्तुत करता है। पौलुस और सीलास को पीटा गया था, और उनके पाँव लकड़ी में ठोंक कर उन्हें बंदीगृह में डाल दिया गया था। आप अपेक्षा करेंगे कि वे रो रहे होंगे या विरोध कर रहे होंगे, परन्तु ऐसा करने के बजाए, वे परमेश्वर की स्तुति के गीत गा रहे थे। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
आधी रात में
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “बहुत रात में” या “सुबह में बड़ी भोर में।” यह वह समय था जब बाहर पूर्ण रीति से अंधेरा था और लोग सामान्य रूप से सो रहे होंगे।
परमेश्वर की स्तुति के गीत गा रहे थे
इसका अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “गाकर परमेश्वर की स्तुति कर रहे थे” या “परमेश्वर की बड़ाई के लिए गीत गा रहे थे” या “ऐसे गीत गा रहे थे जिनसे परमेश्वर की बड़ाई हो।”
47-09
अचानक
यह एक नयी घटना को प्रस्तुत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
सब बंदियों की जंजीरें
ये अधिकार सम्बन्धी सब बंदियों की यहाँ उन जंजीरों को संदर्भित करता है जो उन बंदियों को उनकी जगह पर जकड़े हुए थीं। वे जंजीरें बंदियों की नहीं थीं — वे रोमी सरकार की थीं। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-possession/01.md]])
गिर पड़ीं
इसका अर्थ हो सकता है ‘अचानक से खुल गईं’ या ‘अचानक से अलग हो गईं ताकि बंदी स्वतंत्र हो जाएँ।’
47-10
दरोगा
इसका अर्थ हो सकता है ‘बंदीगृह का प्रभारी अधिकारी।’
इसलिए वह अपने आप को मार डालने के लिए तैयार हो गया
यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण और परिणाम के सम्बन्ध को प्रस्तुत करता है। इसका कारण यह था कि दारोगा रोमी अधिकारियों से डरता था क्योंकि उसने सोचा था कि बंदी भाग निकले हैं। परिणाम यह हुआ कि उसने अपने आप को मार डालने की मंशा की थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
परन्तु पौलुस उसे देखकर चिल्लाया
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु विपरीत सम्बन्ध को प्रस्तुत करता है। आप अपेक्षा करेंगे कि बंदी निकलकर भाग गए हैं और दरोगा अपने आप को मार डालेगा। बजाए इसके पौलुस उसे अपने आप को मार डालने से रोकता है, और उसे बताता है कि सारे बंदी अभी भी बंदीगृह में ही हैं। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
हम
कुछ भाषाओं में हम शब्द का एक विशेष रूप होता है जिसमें वह व्यक्ति शामिल नहीं होता जिससे बात की जा रही है। यहाँ हम में दरोगा शामिल नहीं है, केवल पौलुस और बाकी बंदी शामिल हैं। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclusive/01.md]])
47-11
उद्धार पाने के लिए मैं क्या करूँ?
यह प्रश्न भूकम्प भेजने वाले परमेश्वर की ओर से दंड दिए जाने से उद्धार मिलने को संदर्भित करता है। इसे सक्रिय रूप में व्यक्त किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “मैं परमेश्वर के लिए क्या करूँ ताकि अपने पापों से उद्धार पाऊँ?” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-activepassive/01.md]])
यीशु, प्रभु पर विश्वास कर
यह दरोगा और उसके परिवार दोनों को सम्बोधित किया गया था, जिन्होंने उसी समय विश्वास करके बपतिस्मा लिया था। कुछ भाषाएँ क्रिया के व्याकरण सम्बन्धी रूप विश्वास कर का उपयोग इस बात की ओर संकेत करने के लिए कर सकती हैं कि पौलुस उस समूह से बात कर रहा है।
तू और तेरा घराना उद्धार पाएगा
इसे सक्रिय रूप में व्यक्त किया जा सकता है। वैकल्पिक अनुवाद: “परमेश्वर तुझे और तेरे परिवार को उद्धार देगा” या “परमेश्वर तुझे और तेरे को तुम्हारे पापों के लिए अनंत दंड से बचाएगा।” इस बात को सुनिश्चित करें कि यह स्पष्ट हो जाए कि यहाँ पर संदर्भित किया गया उद्धार शारीरिक नहीं, बल्कि आत्मिक है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-activepassive/01.md]])
47-12
अतः पौलुस और सीलास ने उन्हें बपतिस्मा दिया
यह जोड़ने वाला शब्द अतः कारण और परिणाम के सम्बन्ध को प्रस्तुत करता है। कारण यह था कि दरोगा और उसके पूरे परिवार ने यीशु पर विश्वास किया था। इसका परिणाम यह हुआ कि पौलुस और सीलास ने उन सब को बपतिस्मा दिया। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
47-13
नगर के अगुवे
यह उस नगर के अधिकारियों या हाकिमों को संदर्भित करता है।
और तब वे नगर से चले गए
यह इस कहानी के अंत की ओर संकेत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-endofstory/01.md]])
यीशु के बारे में शुभ संदेश लगातार फैलता रहा
इसका अर्थ हो सकता है ‘अधिक से अधिक स्थानों पर लोग यीशु के बारे में शुभ संदेश सुन रहे थे।’
कलीसिया भी लगातार उन्नति करती रही
इसका अर्थ हो सकता है ‘अधिक से अधिक लोग कलीसिया का भाग बन रहे थे’ या ‘अधिक से अधिक लोग यीशु पर विश्वास कर रहे थे।’
47-14
से ली गई बाइबल की कहानी
ये संदर्भ बाइबल के कुछ अनुवादों में थोड़े से अलग हो सकते हैं।