17-00
दाऊद के साथ परमेश्वर की वाचा
इस शीर्षक का अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “इस विषय में जब परमेश्वर ने दाऊद के साथ एक वाचा बांधी थी” या “परमेश्वर ने दाऊद के साथ क्या वाचा बांधी थी?”
17-01
शाऊल इस्राएल का पहला राजा था
यह शाऊल को एक नये चरित्र के रूप में प्रस्तुत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-participants/01.md]])
इस्राएल का पहला राजा
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “इस्राएल पर शासन करने वाला पहला राजा।”
वह लम्बा और सुंदर था, जिस प्रकार का व्यक्ति वे लोग चाहते थे
यह शाऊल के विषय में पृष्ठभूमि की जानकारी है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
एक दिन
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “भविष्य के किसी समय में” या “वर्षों बाद।”
उसके स्थान पर राजा बने
यह एक मुहावरा है जिसका अर्थ है ‘उसे राजा के रूप में प्रतिस्थापित करे।’ इसे कहने के दूसरे तरीके हैं: “इस्राएल के ऊपर राजा के रूप में उसकी जगह ले ले” या “उसके स्थान पर राजा के रूप में शासन करे।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-idiom/01.md]])
17-02
परमेश्वर ने दाऊद नाम के एक जवान इस्राएली को चुना
यह दाऊद को एक नये चरित्र के रूप में प्रस्तुत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-participants/01.md]])
दाऊद एक चरवाहा था जो बैतलहम में रहता था
यह दाऊद के विषय में पृष्ठभूमि की जानकारी है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
पिता की भेड़ें
यह स्वामित्व को संदर्भित करता है। यह भेड़ें दाऊद के पिता की थीं। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-possession/01.md]])
पहरेदारी करना
इसका अर्थ ‘देखभाल करना’ या ‘सुरक्षा करना’ या ‘निगरानी करना’ हो सकता है।
17-03
गोलियत नामक विशालकाय पुरुष
विशालकाय शब्द यहाँ एक ऐसे व्यक्ति का वर्णन करता है जो असामान्य रूप से लम्बा और शक्तिशाली है। गोलियत उस सेना का एक बहुत बड़ा सैनिक था जो इस्राएल के विरुद्ध लड़ रही थी।
लगभग तीन मीटर लम्बा!
यह एक दृढ़ कथन है कि गोलियत बहुत ही लम्बा था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])
उसके बाद
ये जोड़ने वाले शब्द उसके बाद घटनाओं के क्रम की ओर संकेत करते हैं। इस्राएल का पहला शत्रु जिसे दाऊद ने हराया, वह गोलियत था, परन्तु गोलियत को हराने के बाद, दाऊद ने इस्राएल के अन्य कई शत्रुओं को भी पराजित किया था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-time-sequential/01.md]])
17-04
अंततः
लोगों ने दाऊद की बहुत प्रशंसा की जिससे राजा शाऊल को जलन होने लगी। अब कहानी शाऊल को न केवल जलन महसूस करने बल्कि उस जलन पर कार्य करने के लिए प्रेरित करने की ओर आगे बढ़ती है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
अंततः
अंततः शाऊल की जलन के कारण (लोग दाऊद से प्रेम करते थे) को शाऊल की जलन के परिणाम (शाऊल दाऊद को मारना चाहता था) से जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-words-phrases/01.md]])
एक दिन
एक विशिष्ट कहानी (शाऊल द्वारा दाऊद को मारने के प्रयास के विषय) की सामान्य कहानी (दाऊद को मार डालने की शाऊल की इच्छा) की व्याख्या करने से यह कहानी आगे बढ़ती है। यह घटना अतीत में घटित हुई थी, परन्तु यह विशिष्ट समय नहीं बताती है। कई भाषाओं में सच्ची कहानी कहने का तरीका एक जैसा होता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
इस रीति से
ये जोड़ने वाले शब्द इस रीति से कारण को (शाऊल ने देखा कि दाऊद के पास उसके वस्त्र का एक टुकड़ा था) परिणाम से (शाऊल जान गया था कि दाऊद उसे मार कर राजा बनने का प्रयास नहीं करेगा) जोड़ते हैं। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
राजा बनने के लिए
दाऊद उस व्यक्ति की हत्या करके परमेश्वर का अनादर नहीं करेगा जिसे परमेश्वर ने इस्राएल पर राजा के रूप में नियुक्त किया था।
17-05
कुछ समय बाद
यह कहानी शाऊल के राजा बनने से दाऊद के राजा बनने की ओर आगे बढ़ती है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
उसे सफलता प्रदान की
इसका अर्थ यह हो सकता है ‘उन अच्छे कामों को पूरा करने में उसकी सहायता की जिनको वह करना चाहता था।’
और पराजित करने में परमेश्वर ने सहायता की
यह जोड़ने वाला शब्द और एक साधारण संयोजन की तुलना में अधिक कार्य कर रहा है। यह इस बात की ओर संकेत करता है कि दाऊद पर परमेश्वर की आशीष में उसके सैन्य प्रयास शामिल थे। दाऊद ने बहुत सी लड़ाइयाँ इसलिए नहीं जीतीं क्योंकि वह एक महान सैनिक था, हालाँकि वह एक महान सैनिक भी था, परन्तु यह इसलिए हुआ क्योंकि परमेश्वर ने इस्राएल के शत्रुओं को हराने में उसकी सहायता की थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-words-phrases/01.md]])
राजधानी
इसका अर्थ ‘उसके राज्य की राजधानी’ हो सकता है। दाऊद यरूशलेम में रहता था और वहीं से शासन करता था। पूरा नगर तो दाऊद का नहीं था, परन्तु क्योंकि दाऊद सर्वोच्च सरकारी अगुवा था और क्योंकि दाऊद ने यरूशलेम पर कब्जा करके इसे राजधानी बनाया था, इसलिए इसका वर्णन अक्सर ऐसे ही किया गया है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-possession/01.md]])
राजधानी
यह इस्राएल देश का सरकारी केंद्र था और इसे इस्राएल के अन्य सभी नगरों के ऊपर प्राथमिक दर्जा प्राप्त था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-unknown/01.md]])
17-06
एक मंदिर बनाने की
दाऊद परमेश्वर की आराधना के लिए एक स्थायी भवन का निर्माण करना चाहता था जो यहाँ-वहाँ ले जा सकने वाले मिलापवाले तम्बू की जगह ले सके।
400
इसे शब्दों में भी लिखा जा सकता है: “चार सौ।” (देखें:: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-numbers/01.md]])
17-07
परन्तु वहाँ नातान नाम का एक भविष्यद्वक्ता था
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु परमेश्वर के लिए एक मंदिर बनाने की दाऊद की इच्छा से, परमेश्वर दाऊद के पास एक संदेश के साथ एक भविष्यद्वक्ता के भेजने में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
इसलिए तू नहीं बना पाएगा
यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (दाऊद ने कई युद्ध लड़े थे), परिणाम से (परमेश्वर नहीं चाहता था कि दाऊद मंदिर का निर्माण करे) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
यह मंदिर
इसका अर्थ ‘आराधना करने का यह भवन’ या ‘आराधना करने का यह स्थान’ हो सकता है।
परन्तु फिर भी
ये जोड़ने वाले शब्द परन्तु फिर भी परमेश्वर के यह कहने कि दाऊद एक मंदिर का निर्माण नहीं कर पाएगा से, दाऊद को आशीष देने की परमेश्वर की प्रतिज्ञा में विरोध प्रकट करता है। यदि परमेश्वर ने ऐसा नहीं कहा होता, तो सम्भवतः दाऊद ने सोचा होता कि परमेश्वर किसी कारण से उससे क्रोधित है या उसने कुछ गलत किया है और इसलिए परमेश्वर उसे आराधना के इस कार्य को करने की अनुमति नहीं देगा। यह विपरीत सम्बन्ध इस बात को प्रकट करता है कि दाऊद और परमेश्वर के बीच कुछ भी गलत नहीं था। परमेश्वर ने दाऊद से अपनी प्रतिज्ञा के द्वारा दाऊद पर अपना प्रेम प्रकट किया कि मसीह उसका वंशज होगा। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
तेरे वंशजों में से एक मेरे लोगों पर सदाकाल तक राजा के रूप में शासन करता रहेगा!
यह एक चकित करने वाला कथन इसलिए है, क्योंकि मनुष्य सदाकाल तक जीवित नहीं रहते। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])
परमेश्वर का चुना हुआ जन
इसे एक मौखिक वाक्यांश द्वारा प्रदर्शित किया जा सकता है: “वह जन जिसे परमेश्वर ने चुना है।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-possession/01.md]])
उनके पाप से
इसका अर्थ ‘उनके पाप के भयंकर परिणामों से’ हो सकता है।
17-08
जब दाऊद ने नातान का संदेश सुना
यह जोड़ने वाला शब्द जब कारण को (नातान का संदेश) परिणाम से (दाऊद ने परमेश्वर का धन्यवाद दिया और उसकी स्तुति की) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
नातान का संदेश
इसका अनुवाद “जो संदेश नातान ने दिया” भी किया जा सकता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-possession/01.md]])
निःसंदेह
ये जोड़ने वाले शब्द निःसंदेह इस बात की ओर संकेत करते हैं कि दाऊद नहीं जानता था कि परमेश्वर इन कामों को कब करेगा, क्योंकि परमेश्वर ने उसे यह नहीं बताया कि वे कब घटित होंगे। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-words-phrases/01.md]])
1,000
इसे शब्दों में भी लिखा जा सकता है: “एक हजार।” (देखें:: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-numbers/01.md]])
17-09
हालाँकि, उसके बाद के वर्षों में
यह जोड़ने वाला शब्द हालाँकि दाऊद के बाद के वर्षों में परमेश्वर के विरुद्ध पाप करने से, दाऊद के कई वर्षों तक परमेश्वर की आज्ञा मानने में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
उसके बाद के वर्षों में
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “जब दाऊद बूढ़ा हो गया” या “बाद में दाऊद के जीवन में।”
बहुत बड़ा पाप किया
इसका अर्थ यह हो सकता है कि ‘बहुत बुरे तरीके से पाप किया।’ दाऊद का पाप विशेष रूप से दुष्ट था।
17-10
एक दिन, दाऊद
हमारे पास दाऊद द्वारा परमेश्वर की आज्ञा मानने की कई कहानियाँ हैं। अब एक ऐसी नई कहानी प्रस्तुत की जा रही है जब दाऊद ने पाप किया था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
एक दिन
यह वाक्यांश एक ऐसी घटना को प्रस्तुत करता है जो अतीत में घटी थी, परन्तु विशिष्ट समय नहीं बताता है। कई भाषाओं में सच्ची कहानी कहने का तरीका एक जैसा होता है।
देखा
भले ही बतशेबा अपने घर में नहा रही हो, परन्तु दाऊद का महल बहुत ऊँचा था और वह नीचे की दीवारों के पार भी देखने में सक्षम था।
एक सुंदर स्त्री और उसका नाम बतशेबा था।
यह बतशेबा को एक नये चरित्र के रूप में प्रस्तुत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-participants/01.md]])
नहा रही थी
इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “स्नान कर रही थी” या “स्वयं को धो रही थी।”
परन्तु उसने मालूम किया
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु दाऊद के उस स्त्री को नहीं जानने से, उसके यह पता लगाने में कि वह कौन थी विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
17-11
कहीं और देखने के बजाए
यह जोड़ने वाला शब्द बजाए दाऊद को क्या करना चाहिए था (कहीं और देखने) से, दाऊद ने जो किया (किसी को उसे उसके पास लाने के लिए भेजा) में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
वह उसके साथ सोया
इस बात को कहने में विनम्र होने के लिए कि दाऊद ने बतशेबा के साथ यौन सम्बन्ध बनाए थे, एक प्रेयोक्ति का प्रयोग किया जाता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-euphemism/01.md]])
17-12
उरिय्याह नामक एक पुरुष बतशेबा का पति था।
यह बतशेबा के पति, उरिय्याह को एक नये चरित्र के रूप में प्रस्तुत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-participants/01.md]])
वह दाऊद के सबसे अच्छे सैनिकों में से एक था। इस समय पर वह युद्ध में लड़ने को दूर गया हुआ था।
यह इस विषय में पृष्ठभूमि की जानकारी है कि उरिय्याह कौन था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-background/01.md]])
जाकर अपनी पत्नी के साथ रहे
इसका अर्थ यह हो सकता है कि ‘घर जाकर अपनी पत्नी से अंतरंत हो।’ दाऊद चाहता था कि सब लोग, विशेष करके ऊरिय्याह, यह विश्वास करें कि बतशेबा ऊरिय्याह के बच्चे से गर्भवती थी।
इसलिए दाऊद ने उरिय्याह को भेज दिया
यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (उरिय्याह ने अपनी पत्नी के साथ सोने से इन्कार कर दिया), परिणाम से (दाऊद ने उसे बड़े खतरे में भेज दिया) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
जहाँ शत्रु सबसे अधिक प्रबल था
यह युद्ध के उस स्थान को संदर्भित करता है जहाँ सबसे अधिक लड़ाई चल रही थी।
जिससे कि वह मारा जाए
यह जोड़ने वाले शब्द जिससे कि कारण को (दाऊद उरिय्याह को मारना चाहता था), परिणाम से (दाऊद ने सेनापति से कहा कि उरिय्याह को वहाँ रखे जहाँ शत्रु सबसे मजबूत था और उसे वहाँ अकेला छोड़ दें) जोड़ते हैं। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
17-13
उरिय्याह के मरने के बाद
यह जोड़ने वाला शब्द बाद एक क्रमबद्ध उपवाक्य प्रस्तुत करता है। ऊरिय्याह मर गया, और फिर दाऊद ने बतशेबा से विवाह किया। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-time-sequential/01.md]])
दाऊद ने जो किया था
यह दाऊद के बतशेबा के साथ व्यभिचार करने, और उसके पति उरिय्याह की हत्या करने को संदर्भित करता है।
इसलिए उसने भेजा
यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (परमेश्वर दाऊद से बहुत क्रोधित था), परिणाम से (परमेश्वर ने एक भविष्यद्वक्ता को दाऊद को यह बताने के लिए भेजा कि उसने एक बुरा काम किया है) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])
17-14
परन्तु दाऊद का लड़का मर गया
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु दाऊद और बतशेबा के बच्चे के मरने की परमेश्वर की सजा से, दाऊद के पश्चाताप और परमेश्वर की क्षमा में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
उसके परिवार ही के कुछ लोगों ने उसके विरुद्ध बलवा कर दिया
यह लड़ाई बहुत गम्भीर थी। अन्य बातों के अलावा, उसके पुत्रों में से एक ने दूसरे पुत्र की हत्या कर दी और दाऊद के शासन के दौरान राजा के रूप में दाऊद का स्थान लेने का प्रयास किया। यदि सम्भव हो तो ऐसे शब्द का प्रयोग करें जिससे परिवार के भीतर के इस संघर्ष की गहनता का पता चले।
परन्तु परमेश्वर विश्वासयोग्य था
यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु दाऊद के पाप और विश्वासघात से,परमेश्वर की विश्वासयोग्यता में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])
बाद में
यह एक दूसरे पुत्र के जन्म का परिचय देता है जिसकी मृत्यु नहीं हुई थी। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])
से ली गई बाइबल की कहानी
ये संदर्भ बाइबल के कुछ अनुवादों में थोड़े से अलग हो सकते हैं।