हिन्दी, हिंदी (Hindi): Open Bible Stories Translation Notes

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16-00

छुड़ाने वाले

इस शीर्षक का अनुवाद इस प्रकार से भी किया जा सकता है: “इस विषय में कि परमेश्वर ने इस्राएलियों को उनके शत्रुओं से कैसे बचाया” या “परमेश्वर को इस्राएलियों को उनके शत्रुओं से बचाने की आवश्यकता क्यों पड़ी?”

छुड़ाने वाले

यह उन न्यायियों, या योद्धाओं को संदर्भित करता है, जिन्हें परमेश्वर इस्राएलियों को उनके शत्रुओं को पराजित करने में सहायता करने और उन्हें उनके संकटों से छुड़ाने के लिए भेजता है।

16-01

यहोशू के मरने के बाद

यह एक नयी घटना को आरम्भ करता है। पिछली कहानी में, यहोशू ने इस्राएलियों को परमेश्वर की आज्ञा मानने की उनकी प्रतिज्ञा याद दिलाई थी। यहोशू के मरने के बाद वास्तव में इस्राएलियों ने जो किया, यह कहानी उससे आगे बढ़ती है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])

और उन्होंने बाहर नहीं निकाला

यह बताता है कि कैसे उन्होंने परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन किया, इसलिए कुछ भाषाओं में इसे नये वाक्य के रूप में आरम्भ करना बेहतर हो सकता है: “...उन्होंने नहीं किया।”

बचे हुए कनानियों को प्रतिज्ञा किए हुए देश से बाहर ... निकाला

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “बाकी बचे हुए कनानियों को प्रतिज्ञा किए गए देश से निकलने को विवश करने के लिए उनसे लड़ो।”

सच्चा परमेश्वर

इसका अर्थ ‘एकमात्र सच्चा परमेश्वर’ हो सकता है। वह केवल यहोवा ही है जिसकी लोगों को आराधना करनी चाहिए।

इसलिए सब लोगों ने वही किया जो उन्होंने सोचा

यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (इस्राएल का कोई राजा नहीं था), परिणाम से (परमेश्वर ने जो कहा उसके बजाए सब लोगों ने वही किया जो उनकी दृष्टि में सही था) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

जो उन्होंने सोचा कि उनके लिए सही था

इसका अर्थ है कि उन सब लोगों ने वही किया जो वे करना चाहते थे, जिसमें बहुत से दुष्ट कार्य भी सम्मिलित थे।

16-02

तब इस्राएलियों के शत्रुओं के उन पर अत्याचार करने लगे उसके बाद

यह जोड़ने वाला शब्द तब कारण को (इस्राएल के शत्रु उन पर अत्याचार करेंगे), परिणाम से (इस्राएल पश्चाताप करके परमेश्वर से उन्हें बचाने के लिए विनती करेगा) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

परमेश्वर से उन्हें बचाने की विनती की

अर्थात्, उन्होंने परमेश्वर से उनकी सहायता करने और उन्हें उनके शत्रुओं से छुटकारा दिलाने के लिए विनती की।

16-03

प्रावधान करने के द्वारा

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “चुनने के द्वारा” या “नियुक्त करने के द्वारा।”

वहाँ शांति होगी

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उन लोगों ने बिना भय के जीवन व्यतीत किया” या “उनके शत्रुओं ने उन पर आक्रमण करना बंद कर दिया।”

देश

यह कनान, अर्थात् उस प्रतिज्ञा किए हुए देश को संदर्भित करता है जिसे परमेश्वर ने अब्राहम को दिया था।

16-04

फसलें

यह उन खाने योग्य पौधों को संदर्भित करता है जिन्हें इस्राएली लोग अपने बगीचों या खेतों में उगा रहे थे।

बहुत डरे हुए थे, इसलिए वे छिप गए

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “वे मिद्यानियों से बहुत डरे हुए थे, इसलिए वे छिप गए।”

अंत में

यह एक नयी घटना को आरम्भ करता है। यह मिद्यानियों के अत्याचार और इस्राएल की पीड़ा से इस्राएल के पश्चाताप और परमेश्वर के छुटकारे में बदलाव की ओर संकेत करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/writing-newevent/01.md]])

वे चिल्ला उठे

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उन्होंने पुकारा” या “उन्होंने हताश होकर प्रार्थना की।”

उन्हें बचाने के लिए

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “कि उन लोगों को स्वतंत्र करे” या “कि उन लोगों को इन शत्रुओं से बचाए।”

16-05

एक दिन

यह वाक्यांश अतीत में घटी एक घटना का परिचय देता है, परन्तु उस विशिष्ट समय को नहीं बताता। कई भाषाओं में सच्ची कहानी कहने का तरीका एक जैसा होता है।

गेहूँ की दाँवनी कर रहा था

वह अनाज गेहूँ था, जिसके सिरे पर एक पतली डंडी के ऊपर कई छोटे-छोटे दाने या बीज लगे होते हैं। अनाज के सिरों को पीटकर पौधे के बीजों को डंठलों से अलग करने को दाँवना कहते हैं। बीज भोजन हैं, डंठल नहीं।

परमेश्वर तेरे साथ है

इसका अर्थ है: ‘एक विशेष तरीके से परमेश्वर तेरे साथ उपस्थित है’ या ‘परमेश्वर के पास तुझे एक विशेष तरीके से उपयोग करने की योजनाएँ हैं।’

16-06

ध्वस्त करना

इसका अर्थ है: ‘हिंसक रूप से गिरा देना’ या ‘ढा कर नाश कर देना।’

परन्तु गिदोन उन लोगों से डरता था

यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु गिदोन की आज्ञाकारिता में देरी के कारण (वह डर गया था) से परमेश्वर की आज्ञा (वेदी को ढा देना) में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])

उन लोगों से डरता था

गिदोन को डर था कि उसके साथी इस्राएली जो उसी मूर्ति की पूजा करते हैं, उससे क्रोधित हो जाएँगे।

इसलिए उसने रात होने तक प्रतीक्षा की

यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (गिदोन लोगों से डरता था), परिणाम से (वह आज्ञा मानने के लिए रात तक प्रतीक्षा करता था) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

रात होने तक प्रतीक्षा की

इसे कहने का दूसरा तरीका होगा: “अंधेरा होने तक प्रतीक्षा की।” गिदोन ने रात में वेदी को तोड़ डाला, जब सब सो रहे थे, कि कोई उसे ऐसा करते हुए न देख ले।

16-07

गिदोन के पिता ने कहा, “तुम अपने ईश्वर की सहायता करने का प्रयास क्यों कर रहे हो? यदि वह ईश्वर है, तो उसे अपनी सुरक्षा स्वयं ही करने दो!”

यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है: “गिदोन के पिता ने पूछा कि वे अपने ईश्वर की सहायता करने का प्रयास क्यों कर रहे हैं। यदि वह ईश्वर है, तो उसे अपनी रक्षा करने में सक्षम होना चाहिए!” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])

तुम अपने ईश्वर की सहायता करने का प्रयास क्यों कर रहे हो?

यह एक वास्तविक प्रश्न नहीं है जो जानकारी की मांग करता है। इसे कहने का दूसरा तरीका होगा: “तुम्हें अपने ईश्वर की सहायता करने का प्रयास नहीं करना चाहिए” या “तुम्हें अपने ईश्वर की सहायता करने की आवश्यकता नहीं है।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-rquestion/01.md]])

यदि वह ईश्वर है, तो उसे अपनी सुरक्षा स्वयं ही करने दो

यह एक दृढ़ कथन है कि यदि वह मूर्ति सच में ईश्वर होती, तो वह अपनी रक्षा करने में भी सक्षम होती। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])

क्योंकि उसने ऐसा कहा

यह जोड़ने वाला शब्द क्योंकि कारण को (गिदोन के पिता के बचाव में) परिणाम से (लोगों ने गिदोन को नहीं मारा) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

16-08

तब मिद्यानी लोग फिर से आए

यह जोड़ने वाला शब्द तब क्रमबद्ध क्रिया की ओर संकेत करता है। परमेश्वर ने गिदोन को बुलाया, और तब मिद्यानी लोग लौट आए। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-time-sequential/01.md]])

इस्राएलियों का सामान चुराने के लिए फिर से आए

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “फिर से इस्राएलियों के देश में आए कि उनका सामान चुरा लें।”

उनकी गिनती नहीं की जा सकी

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “मिद्यानियों की संख्या गिनती करने के लिए बहुत बड़ी थी” या “सारे मिद्यानियों की गिनती कर पाना बहुत कठिन होगा।”

दो चिन्हों के लिए

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “कि दो चमत्कार करे” या “कि दो असम्भव बातों को घटित करे।”

इस्राएल को बचाने के लिए

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “कि इस्राएलियों को मिद्यानियों से बचाए।”

16-09

चिन्ह

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “चमत्कार” या “असम्भव काम।”

भेड़ की खाल

यह भेड़ की खाल है जिस पर ऊन ही ऊन होती है। ऊन बहुत मोटे और घुंघराले बाल होते हैं जो बहुत अधिक पानी को धारण कर लेते हैं। इसका अनुवाद ऐसे करें ताकि यह स्पष्ट हो जाए कि यह खाल घने, मुलायम बालों से ढकी हुई है।

सुबह की ओस गिरने देना

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “सुबह की ओस को प्रकट कर” या “सुबह की ओस को ऊपर ला।” ओस पानी की उन बूँदों को संदर्भित करती है जो रात में ठंडी सतहों पर बनती हैं। ओस स्वाभाविक रूप से सब वस्तुओं को समान रूप से ढांप लेती है।

परमेश्वर ने वैसा ही किया

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “गिदोन ने परमेश्वर से जो करने के लिए कहा था उसने वह किया।”

इन दो चिन्हों के कारण

यह जोड़ने वाला शब्द कारण कारण को (दो चिन्ह) परिणाम से (गिदोन का मानना था कि परमेश्वर उसके द्वारा इस्राएल को छुड़ाना चाहता है) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

16-10

तब गिदोन ने सैनिकों को अपने पास बुलाया, और 32,000 पुरुष चले आए।

कुछ भाषाओं में यह कहने की आवश्यकता हो सकती है कि उसने सैनिकों को क्यों बुलाया: “जब गिदोन ने इस्राएलियों को मिद्यानियों से लड़ने के लिए बुलाया, तब 32,000 सैनिक उसके पास आए” (देखें: 16:08)।

32,000

इसे शब्दों में भी लिखा जा सकता है: “बत्तीस हजार पुरुष।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-numbers/01.md]])

परन्तु परमेश्वर ने उससे कहा

यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु जो लड़ने के लिए आए थे उन पुरुषों की संख्या की तुलना में परमेश्वर की इच्छित संख्या के बारे में उसके दृष्टिकोण में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])

22,000

इसे शब्दों में भी लिखा जा सकता है: “बाइस हजार।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-numbers/01.md]])

बहुत अधिक पुरुष हैं

यह इस लड़ाई के लिए परमेश्वर की इच्छा से अधिक सैनिक थे। यदि इस सैनिकों ने लड़कर विजय प्राप्त कर ली, तो वे सोचेंगे कि उन्होंने अपनी शक्ति से लड़ाई जीती है, और उन्हें नहीं पता होगा कि यह परमेश्वर ने किया है।

इसलिए गिदोन ने 22,000 पुरुषों को घर भेज दिया

यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (परमेश्वर ने गिदोन को बताया कि वहाँ बहुत अधिक पुरुष हैं), परिणाम से (गिदोन ने 22,000 पुरुषों को घर भेज दिया) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

300 सैनिकों को छोड़कर

इस वाक्य का अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “इसलिए गिदोन ने केवल 300 पुरुषों को रुकने की अनुमति प्रदान की, और बाकी पुरुष घर चले गए।”

300

इसे शब्दों में भी लिखा जा सकता है: “तीन सौ।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-numbers/01.md]])

16-11

परमेश्वर ने गिदोन से कहा, “मिद्यानियों की छावनी में नीचे जाकर उनकी बातें सुन। जब तू उनकी बातें सुनेगा, तो उन पर आक्रमण करने से नहीं डरेगा।”

यह प्रत्यक्ष उद्धरण है। इसे अप्रत्यक्ष उद्धरण के रूप में भी व्यक्त किया जा सकता है: “परमेश्वर ने गिदोन से कहा कि वह मिद्यानियों की छावनी में नीचे जाकर उनकी बातें सुने। जब वह उनकी बातें सुनेगा, तो वह उन पर आक्रमण करने से नहीं डरेगा।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-quotations/01.md]])

मिद्यानियों की छावनी में नीचे जाकर उनकी बातें सुन।

परमेश्वर गिदोन को एक आदेश देता है जिसमें यह निर्देश शामिल है कि उसे क्या करना है।

नीचे जाकर

मिद्यानी सैनिक एक घाटी में छावनी डाले हुए थे और वे इस्राएली सैनिकों की तुलना में कम ऊँचाई पर थे।

तो तू नहीं डरेगा

इसका अर्थ ‘तू डरना छोड़ देगा’ हो सकता है।

कोई ऐसी बात जो उसने स्वप्न में देखी थी

इसका अर्थ ‘कोई ऐसी बात जो उसने स्वप्न में देखी थी’ या ‘एक स्वप्न जो उसने देखा था’ हो सकता है।

इस स्वप्न का अर्थ है कि गिदोन की सेना हमें, अर्थात् मिद्यानी सेना को पराजित कर देगी!

यह शत्रु सैनिक की ओर से एक दृढ़ कथन है कि गिदोन उनको पराजित कर देगा। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])

जब गिदोन ने यह सुना

यह जोड़ने वाला शब्द जब क्रिया या कारण को परिणाम से जोड़ता है। सैनिक के स्वप्न की व्याख्या सुनने के परिणामस्वरूप गिदोन ने परमेश्वर की आराधना की। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

16-12

तब गिदोन अपने सैनिकों के पास लौट आया

यह जोड़ने वाला शब्द तब एक क्रमबद्ध उपवाक्य प्रस्तुत करता है जो गिदोन के स्वप्न सुनने और परमेश्वर की आराधना करने से मिद्यानियों से लड़ने के लिए 300 इस्राएलियों को एकजुट करने को जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-time-sequential/01.md]])

नरसिंगा

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “तुरही” या “मेढ़े के सींग की तुरही।” ये सींग मेढ़ों, या नर भेड़ों से मिलते थे, और इनका उपयोग अक्सर लोगों को युद्ध के लिए बुलाने हेतु किया जाता था।

जलती हुई मशाल

यह शायद लकड़ी का एक टुकड़ा था जिसे कपड़े से लपेटकर तेल में इसलिए भिगोया गया था ताकि यह अच्छी तरह से जल सके। (यह बैटरी से चलने वाली आधुनिक मशाल (टार्च) नहीं थी।)

इसलिए कि मिद्यानी लोग देख न सकें

यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (मशालें बर्तनों में थीं) परिणाम से (मिद्यानी लोग मशालों का उजियाला नहीं देख पाए) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

16-13

तब, गिदोन के सब सैनिकों ने अपने-अपने बर्तनों को तोड़ दिया

यह जोड़ने वाला शब्द तब एक क्रमबद्ध उपवाक्य प्रस्तुत करता है। गिदोन के लोगों ने मिद्यानियों की छावनी को घेर लिया, और तब उन्होंने उसी क्षण अपने बर्तनों को तोड़ दिया। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-time-sequential/01.md]])

पुकार उठे

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “ऊँचे स्वर में चिल्लाए” या “बहुत ऊँची आवाज में कहा।”

तलवार

तलवार एक ऐसा हथियार होता है जिसमें एक लम्बा धारदार फलचाकू होता है और एक सिरे पर एक हत्था लगा होता है। लोग हत्थे को पकड़कर धारदार फलचाकू से शत्रु को मारते हैं या वार करते हैं। यदि आपके लोगों के पास इस प्रकार का हथियार नहीं होता, तो आप इसका अनुवाद इस प्रकार से कर सकते हैं: “एक लम्बा चाकू” या “कुल्हाड़ा” या “हंसिया।”

तलवार

यहाँ तलवार एक समानार्थी शब्द है जो उनकी लड़ाई को संदर्भित करता है। वैकल्पिक अनुवाद: “हम यहोवा के लिए और गिदोन के लिए लड़ते हैं।” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-metonymy/01.md]])

यहोवा की तलवार और गिदोन की तलवार!

यह एक दृढ़ कथन है कि गिदोन अपनी विजय के लिए तलवार पर नहीं, यहोवा पर निर्भर था। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/figs-exclamations/01.md]])

16-14

परमेश्वर ने मिद्यानियों को भ्रम में डाल दिया

परमेश्वर ने मिद्यानियों को भ्रम में डाल दिया। वे इस्राएलियों पर आक्रमण करना चाहते थे, परन्तु इसके बजाए उन्होंने एक दूसरे पर ही आक्रमण कर दिया।

इसलिए उन्होंने एक दूसरे पर आक्रमण करना और एक दूसरे को मारना आरम्भ कर दिया

यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (परमेश्वर ने मिद्यानियों को भ्रमित कर दिया), परिणाम से (उन्होंने एक दूसरे पर आक्रमण करना और एक दूसरे को मारना आरम्भ कर दिया) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

कई दूसरे इस्राएली लोग

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “बहुत से इस्राएली पुरुष।” यह उन सैनिकों को संदर्भित करता है जिन्हें 16:10 में पहले ही घर भेज दिया गया था।

1,20,000

इसे शब्दों में भी लिखा जा सकता है: “एक लाख बीस हजार।” (देखें:: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/translate-numbers/01.md]])

16-15

उन्हें ऐसा करने की अनुमति नहीं दी

गिदोन जानता था कि इस्राएलियों के लिए यह बेहतर है कि परमेश्वर ही उनके राजा के रूप में रहे।

परन्तु उसने उनसे माँगा

यह वाक्यांश परन्तु से इसलिए आरम्भ होता है क्योंकि उसने आगे जो किया वह बुद्धिमानी का काम नहीं था।

16-16

गिदोन ने उस सोने का उपयोग एक विशेष वस्त्र बनाने में किया

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “गिदोन ने उन सोने की वस्तुओं को पिघलाया जो लोगों ने उसे दी थीं और उस सोने से एक विशेष वस्त्र बनाया।”

परन्तु लोगों ने उसी की उपासना करना आरम्भ कर दिया

यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु उनके द्वारा सोने के उस वस्त्र की पूजा करने से, परमेश्वर द्वारा मिद्यानियों से इस्राएल के छुटकारे में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])

इसलिए परमेश्वर ने इस्राएल को फिर से दंड दिया

यह जोड़ने वाला शब्द इसलिए कारण को (इस्राएल ने एक मूर्ति के रूप में उस वस्त्र की पूजा करना आरम्भ कर दिया), परिणाम से (परमेश्वर ने उन्हें फिर से दंडित किया) जोड़ता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-result/01.md]])

16-18

अंततः

यह जोड़ने वाला शब्द अंततः परमेश्वर द्वारा भेजे गए छुड़ाने वालों के समय से उस समय के बदलाव की ओर संकेत करता है जब इस्राएल ने परमेश्वर से एक राजा की माँग की थी। इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उनके शत्रुओं द्वारा उन पर कई बार आक्रमण करने के बाद” या “कई वर्षों तक कई अलग-अलग राष्ट्रों द्वारा आक्रमण किए जाने के बाद...” (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-time-sequential/01.md]])

परमेश्वर से एक राजा माँगा

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “यह माँग की कि परमेश्वर उन्हें एक राजा दे” या “परमेश्वर से एक राजा की माँग करते रहे।”

जैसे कि दूसरे सब देशों के पास थे

दूसरे देशों के पास राजा था। इस्राएल उनके समान बनना और एक राजा भी रखना चाहता था।

परमेश्वर को यह अनुरोध पसंद नहीं आया

इसका अनुवाद इस प्रकार से किया जा सकता है: “उन्होंने परमेश्वर से जो माँगा था उस पर वह सहमत नहीं हुआ।” परमेश्वर जानता था कि वे उसे अपने शासक के रूप में अस्वीकार कर रहे थे और इसके बजाए एक मानवीय अगुवे का अनुसरण करने का चुनाव कर रहे थे।

परन्तु उसने उन्हें एक राजा दे दिया

यह जोड़ने वाला शब्द परन्तु परमेश्वर द्वारा इस्राएल को एक राजा देने से, परमेश्वर से किए गए अनुरोध को उसके द्वारा पसंद नहीं किए जाने में विरोध प्रकट करता है। (देखें: [[https://git.door43.org/Door43-Catalog/*_ta/src/branch/master/translate/grammar-connect-logic-contrast/01.md]])

से ली गई बाइबल की कहानी

ये संदर्भ बाइबल के कुछ अनुवादों में थोड़े से अलग हो सकते हैं।