13-01
लाल समुन्दर को पार करने के बाद ख़ुदा ने बनी इस्राईल की किस तरफ़ रहनुमाई की ?
उस ने सीना पहाड़ कि तरफ़ रहनुमाई की -
13-02
ख़ुदा ने बनी इस्राईल से क्या वायदा किया कि अगर वह उसका हुक्म बजा लाएंगे तो वह किस के हक़दार बन जाएंगे ?
उन्हें जाएदाद बख़्शी जाएगी , उन्हें मिलकियत सौंपी जाएगी , उन्हें काहिनों की बादशाही दी जाएगी और वह एक मुक़द्दस क़ौम कहलाएगी
13-03
जब ख़ुदा सीना पहाड़ पर उतर आया था तो कौन से निशानात ज़ाहिर हुए थे ?
गरजनें , बिजलियाँ , धुंआ और क़रना कि ऊँची आवाज़ -
13-07
अगर बनी इस्राईल ख़ुदा के अहकाम नहीं बजा लाएंगे तो ख़ुदा उन के साथ क्या करेगा ?
वह उन्हें सज़ा देगा -
13-08
ख़ुदा ने बनी इस्राईल से क्या कहा कि वह उस के लिए क्या बनाएं ?
उसने उनसे कहा कि वह उसके लिए एक ख़ेमा -ए- इज्तिमा बनाएं -
परदे के पीछे जहाँ ख़ुदा सुकूनत करता था , उस कमरे में कौन दाखिल हो सकता था ?
सिर्फ़ सरदार काहिन
13-09
लोग किस तरह अपने गुनाह ढांक सकते थे ?
वह क़ुर्बानी के लिए काहिनों के पास एक जानवर को ला सकते थे -और उस जानवर का खून उन के गुनाहों को ढांक सकता था -
उसके काहिन बनने के लिये ख़ुदा ने किसको चुना ?
हारून और उसकी औलाद को चुना गया था -
13-11
सीना के पहाड़ से जब मूसा के लौटने में देरी हुई और इंतज़ार करते करते थक गए तो उन्होंने क्या किया ?
उन्हों हारुन को मजबूर किया कि वह उन के लिए एक सोने की मूरत बनादें ताकि वह उसकी इबादत करें और उसके लिए क़ुर्बानियां चढ़ाएं -
13-12
सीना के पहाड़ से जब मूसा के लौटने में देरी हुई और इंतज़ार करते करते थक गए तो उन्हों ने क्या किया ?
उन्हों हारुन को मजबूर किया कि वह उन के लिए एक सोने की मूरत बनादे ताकि वह उसकी इबादत करें और उसके लिए क़ुर्बानियां चढ़ाएं -
ख़ुदा ने बनी इस्राईल को जब उन्हों ने उस की नाफ़रमानी की तो उनको बर्बाद क्यूँ नहीं किया ?
क्यूंकि मूसा ने उनकी शिफ़ाअत की थी -
13-13
उन पत्थर की लौहों का क्या हाल हुआ जिन पर ख़ुदा ने अपने हाथ से दस अहकाम लिखकर दिए थे ?
मूसा ने ग़ुस्से में आकर उन्हें ज़मीन पर पटक दिया था और वह तेहस नेहस होगई थीं -
13-14
मूसा ने उस सोने के बुत का क्या किया ?
उसने उस मूरत को कूट कूट कर उसका चूर बनाया और पानी में घोल कर लोगों को पिलाया -
13-15
दस अहकाम की पत्थर की लौहों का बदल कैसे किया ?
मूसा ने खुद ही नई पत्थर की लौहें बनाकर उसमें दस अहकाम लिखे -
सीना पहाड़ के बाद बनी इस्राईल कहां के लिए रवाना हुए ?
ख़ुदा ने बनी इस्राईल को वायदे के मुल्क की तरफ़ रहनुमाई की -