16-01
यशौ के मरने के बाद बनी इस्राईल ने किस तरह से ख़ुदा की नाफ़रमानी की ?
उन्होंने कनानियों को अपने मुल्क से बाहर नहीं किया और यह वह जो सच्चा ख़ुदा है उस के बदले कनानियों के झूटे देवताओं की परस्तिश की -
16-02
ख़ुदा ने बनी इस्राईल को उनकी नाफ़रमानी के लिए किस तरह से सज़ा दी ?
ख़ुदा ने उनके दुश्मनों को उनपर ग़ालिब होने दिया -
16-03
जब बनी इस्राईल ने मदद के लिए ख़ुदा को पुकारा तो ख़ुदा ने किस तरह उनको जवाब दिया ?
उसने एक छुटकारा देने वाले को खड़ा किया कि वह उन्हें छुटकारा दिलाए और मुल्क में अम्न - ओ व सुकून बहाल हो -
16-05
जिदौन क्या कर रहा था जब यह वह का फ़रिश्ता उस के पास आया ?
जिदौन पोशीदा तौर से ग़ल्ला निकालने वाली मशीन से ग़ल्ला निकाल रहा था ताकि मिद्यानी उन्हें चुरा न ले जाएँ
16-08
ख़ुदा ने वह कौन से दो निशान जिदौन को दिए यह साबित करने के लिए कि उसके ज़रिये से बनी इस्राईल को बचाएगा ?
ख़ुदा ने ऐसा होने दिया कि सुबह की शबनम की बूंदें कपड़े पर गिरें न कि ज़मीन पर और फिर ज़मीन पर गिरें न कि कपड़े पर -
16-09
ख़ुदा ने वह कौन से दो निशान जिदौन को दिए यह साबित करने के लिए कि उसके ज़रिये से बनी इस्राईल को बचाएगा ?
ख़ुदा ने ऐसा होने दिया कि सुबह की शबनम की बूंदें कपड़े पर गिरें न कि ज़मीन पर और फिर ज़मीन पर गिरें न कि कपड़े पर -
16-10
जिदौन ने सिर्फ़ 300 सिपाहियों को छोड़ बाकी सिपाहियों को क्यूँ घर भेज दिया ?
क्यूंकि ख़ुदा ने कहा था कि लड़ाई के लिए आदमी ज़ियादा हैं -
16-11
ख़ुदा ने मज़ीद कौनसी निशानी जिदौन को दी ताकि वह न डरे ?
जिदौन ने एक मिद्यानी सिपाही से उसके ख़्वाब को सुना जो कह रहा था कि जिदौन की फ़ौज मिद्यानी फ़ौज को शिकस्त देदेगी -
मिद्यानी सिपाही के ख़्वाब को सुनकर जिदौन ने क्या किया ?
उसने ख़ुदा को सिजदा किया -
16-13
जिदौन और उसके लोगों ने मिद्यानियों पर किस तरह हमला किया ?
उन्होंने मिद्यानियों की छावनी का मुहासरा किया , मटकों को फोड़ा , मशालें निकालीं , अपनी क़रनें बजाईं और चिल्लाए “यह वह की तलवार और जिदौन की तलवार -
16-14
मिद्यानियों को शिकस्त देने के लिए ख़ुदा ने जिदौन की कैसे मदद की ?
ख़ुदा ने मिद्यानियों को उलझन में डाल दिया कि वह आपस में ही एक दुसरे को हलाक करने लगे -
16-16
जंग की कामयाबी के बाद जिदौन ने ऐसा क्या किया कि लोग वापस बुत परस्ती की तरफ़ लौट आए ?
उसने सोने की पोशाक बनवाईं जिनकी लोगों ने पूजा करनी शुरू कर दी -
16-17
वह कौनसी मिसाल थी जो बनी इस्राईल में कई बार दुहराई गई थी ?
बनी इस्राईल गुनाह करते , ख़ुदा उनको सज़ा देता , फिर वह तौबा करते और ख़ुदा उन्हें बचाने के लिए एक छुडाने वाला भेज देता था -
16-18
लोगों ने ख़ुदा से एक बादशाह की मांग क्यूँ की ?
दीगर तमाम क़ौमों के पास बादशाह थे और वह चाहते थे कि कोई हो जो उनको जंग में रहनुमाई करे -
ख़ुदा ने किस तरह उनकी दरख़ास्त का जवाब दिया ?
जिस तरह से उन्होंने माँगा था वैसे ही उन के लिए उसने एक बादशाह दे दिया -