18-01
सुलेमान ने ख़ुदा से किस चीज़ कि मांग कि थी कि वह उसको दे ?
हिकमत , अक़्ल , दानाई
18-02
मंदिर का क्या मक़सद था जिसे सुलेमान ने बनवाया ?
यह एक मक़ाम था जहाँ लोग इबादत करते थे और क़ुर्बानियाँ गुज़रानते थे -
18-03
वह कौनसा संजीदा गुनाह था जो सुलेमान ने अंजाम दिया ?
उसने कसीर तादाद में ग़ैर मुल्की औरतों से शादी की और बुज़ुर्गी के अय्याम में उनके ग़ैर माबूदों की परस्तिश की --
18-04
ख़ुदा ने सुलेमान के गुनाहों की सज़ा कैसे दी ?
ख़ुदा ने आगाह किया था कि सुलेमान के मरने के बाद बनी इस्राईल क़ौम की सल्तनत दो हिस्सों में बट कर रह जाएगी -
18-06
कैसा अहमक़ाना जवाब रेहुबोआम ने लोगों को दिया ?
मैं तुमको और ज़ियादा मशक़्क़त का काम दूंगा और मैं अपने बाप सुलेमान से ज़ियादा तुमको सज़ा दूंगा -
18-07
रेहुबोआम के साथ जो दो क़बीले इस्राईल के जुनूब में पाए गए थे उस सल्तनत का क्या नाम था ?
यहूदा की सल्तनत
18-08
कितने क़बीलों ने रेहुबोआम के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाई , ग़द्दारी की और शिमाली सल्तनत क़ायम की ?
पूरे दस क़बीले मिलकर शिमाली इस्राएल की सल्तनत बनी -
18-09
येरुबोआम ने अपने लोगों को यहूदा के मंदिर में इबादत के लिए जाने से रोकने के लिए क्या किया ?
उस ने लोगों को परस्तिश के लिए दो बुत (मूर्तियाँ) बनवा दी -
18-11
बनी इस्राईल के कितने बादशाह ख़ुदा के वफ़ादार रहे ?
कोई नहीं -
18-12
मूर्ती पूजा में जो अक्सर दस्तूर के मुवाफ़िक़ बुरी बातें शामिल की जाती थी वह क्या थीं ?
जिन्सी बद इखलाक़ी और बच्चों की क़ुर्बानी -
18-13
यहूदा के बादशाहों का अज्दाद् कौन था ?
दाऊद बादशाह -
क्या यहूदा के बादशाहों में से कोई ख़ुदा का वफ़ादार था ?
जी हां - कुछ थे जो वफ़ादार थे मगर अक्सर बुरे थे -