26-01
शैतान की आज़माइशों पर ग़ालिब आने के बाद येसु कहां गया ?
येसु गलील के इलाक़े में गया जहां वह रहता था -
26-02
उस शहर का क्या नाम था जहां येसु बचपन से रहता था ?
नासरत
सबत के दिन येसु कहाँ गया ?
वह एक इबादतख़ाने में गया -
इबादतख़ाने में लोगों ने येसु के हाथ में यसायाह का नुस्खा क्यूँ पकड़ाया ?
वह चाहते थे कि येसु उस में से पढ़े -
26-04
नविश्ता में से जो इबारत येसु ने पढ़ी वह कौन सी शख़्सियत की तरफ़ इशारा करता था ?
मसीहा की तरफ़ -
उस नविश्ते की बाबत जो येसू ने अभी पढ़ा था येसु ने क्या कहा ?
उस ने कहा कि जो यहाँ लिखा है वह आज पूरा हुआ -
उसके वतन के लोगों ने उसके मनादी के कलाम का किस तरह रद्देअमल पेश किया ?
वह बहुत ताज्जुब करके पूछने लगे , क्या यह यूसुफ़ का बेटा नहीं है ?
26-05
दूसरी क़ौमों में ख़ुदा के नबियों ने जो लोगों की मदद की थीं उन में से येसु ने किस की मिसाल पेश की ?
एलियाह के दिनों में ख़ुदा ने क़हत के दौरान एक बेवा की मदद की और एलिशा के दिनों में उस ने नामान की मदद की जो बनी इस्राईल के दुश्मनों की फ़ौज का सिपहसालार था -
26-06
दूसरी क़ौमों में ख़ुदा के नबियों ने जो लोगों की मदद की थीं उन में से येसु ने किस की मिसाल पेश की ?
एलियाह के दिनों में ख़ुदा ने क़हत के दौरान एक बेवा की मदद की और एलिशा के दिनों में उस ने नामान की मदद की जो बनी इस्राईल के दुश्मनों की फ़ौज का सिपहसालार था -
जब येसु ने इन कहानियों को बताया तो लोगों ने इसका कैसे रद्दे अमल पेश किया ?
वह भड़क गए थे और येसु को हलाक करना चाहते थे -
26-07
जब येसु ने इन कहानियों को बताया तो लोगों ने इसका कैसे रद्दे अमल पेश किया ?
वह भड़क गए थे और येसु को हलाक करना चाहते थे -
येसु भीड़ से किस तरह बच गया ?
येसु भीड़ में से निकल गया और अपने वतन को छोड़ दिया -
26-08
गलील में भीड़ के लोगों ने येसु के कामों का किस तरह रद्दे अमल पेश किया ?
कई एक वह लोगों को जो बीमार थे , माज़ूर और लाचार थे ले आए ताकि वह उन्हें शिफ़ा दे सके -
26-09
येसु जब बदरूहों को लोगों में से बाहर निकलने को हुक्म देता था तो बदरूहें येसु को क्या कहकर पह्चानती थीं ?
वह कहती थीं कि येसु ख़ुदा का बेटा है -
26-10
येसु ने कितने लोगों को अपना रसूल होने के लिए चुना ?
उसने बारह रसूलों को चुना -