19-01
नबी लोग कहाँ से पैग़ाम हासिल करते थे जब वह लोगों से बोलते थे ?
वह ख़ुदा से पैग़ामात सुनते थे -
19-02
वह कौनसी नबुव्वत थी जो एलियाह ने अख़िअब बादशाह से कही ?
जब तक मैं न कहूँ इस्राईल कि सल्तनत में ना तो बारिश होगी न शबनम कि बूंदें -
19-03
बयाबान में एलियाह के लिए ख़ुदा ने कौनसी चीज़ मुहय्या की जहां वह छिपा हुआ था ?
ख़ुदा ने हर सुबह और शाम कव्वों के ज़रिये से गोश्त और रोटी खिलाई -
19-04
ख़ुदा ने एलियाह के लिए कैसा इंतज़ाम किया जब वह बेवा और उसके बेटे के साथ रहता था ?
ख़ुदा ने उनके आटे के बर्तन और तेल की बोतल को कभी खाली नहीं होने दिया -
19-05
कौनसी ऐसी बुरी बात थी जो एलियाह ने अख़िअब से कहा कि तूने इसे अंजाम दिया है ?
अख़िअब ने यह वह को जो सच्चा ख़ुदा है छोड़ दिया था और बाल कि परस्तिश करने लगा था -
19-06
एलियाह ने कौनसा चुनाव लोगों के सामने रखा कि तुम्हें इसे करना है ?
अगर यह वह ख़ुदा है तो तुम उसकी ख़िदमत करो ,पर अगर बाल तुम्हारा देवता है तो तुम उसकी ख़िदमत करो -
19-11
ख़ुदा ने किस तरह अपना मज़ाहिरा किया कि वह हकीकी ख़ुदा है ?
ख़ुदा ने आसमान से आग नाज़िल की कि मज़बह पर रखी सारी चीज़ें : गोश्त , लकड़ी , पत्थर , गंदगी और पानी सब को जलाकर राख कर दिया -
ख़ुदा के इस मज़ाहिरे की क़ुव्वत को देखकर लोगों ने क्या रद्देअमल पेश किया ?
वह ज़मीन पर गिरे और कहा ,” यह वह ख़ुदा है ! यह वह ख़ुदा है !”
19-12
बाल के नबियों का क्या हाल हुआ ?
उनको शहर के बाहर लेजाकर क़त्ल किया गया -
19-14
अपनी खाल कि बिमारी से शिफ़ा देने के लिए एलिशा ने नामान से क्या कहा ?
यर्दन नदी में जाकर सात बार ग़ोता लगाए -
19-15
एलिशा कि हिदायत को सुनकर नामान ने क्या किया ?
पहले तो वह नाराज़ था वह इसे नहीं करेगा क्यूंकि वह उसको बेवक़ूफ़ी लगती थी , मगर बाद में उस ने अपना ख़याल बदल दिया , उसपर अमल किया और वह पूरी तरह से शिफ़ायाब हो गया -
19-16
नबियों का पैग़ाम लोगों के लिए आम तौर पर क्या होता था ?
बुत परस्ती मत करो , दूसरों के साथ इंसाफ़ और रहम का बर्ताव करो , नहीं तो ख़ुदा तुमको सज़ा देगा -
19-17
आम तौर पर लोगों ने नबियों के साथ किस तरह का बर्ताव किया ?
आम तोर पर लोगों ने नबियों के साथ बुरा सुलूक किया और यहाँ तक कि उन्हें क़त्ल भी किया -
लोगों ने यिर्मयाह नबी के साथ कैसा बुरा बर्ताव किया ?
यिर्मयाह को लोगों ने एक सूखे कुएं में डाल दिया और वहीँ पर उन्होंने उसको मरने के लिए छोड़ दिया -
क्या यिर्मयाह उसी कुएं में मरगया था ?
नहीं – बादशाह ने उसपर तरस खाया और अपने नौकरों को हुक्म दिया कि “यिर्मयाह को कुएं से बाहर निकालो”-
19-18
नबियों ने लोगों को याद दिलाया कि ख़ुदा एक ख़ास शख़्स को उनके लिए भेजेगा -वह शख़्स कौन था ?
वह शख़्स जिस को ख़ुदा भेजने वाला था वह मसीहा था -