34-01
राई के दाने का दूसरे बीजों से किस तरह मुवाज़िना किया जा सकता है ?
यह सब बीजों में छोटा होता है -
हर वह शख़्स जो घमंडी हैं उनको ख़ुदा क्या करेगा ?
वह उन्हें हलीम करेगा -
34-02
जब एक राई का दाना उगता है तो क्या होता है ?
वह बाग के तमाम पौदों से बड़ा हो जाता है -
34-03
थोड़ा सा ख़मीर जब आटे में मिलाया जाता है तो क्या होता है ?
वह सारे आटे को ख़मीर कर देता है -
34-04
खेत में जो ख़ज़ाना छिपा हुआ था उसको पाकर उस शख़्स ने क्या किया ?
उसने अपनी सारी चीजे़ं बेच दीं और उस खेत को ख़रीद लिया -
34-05
मोतियों के सौदागर को जब एक नायाब मोती मिल गया तो उस ने क्या किया ?
जो कुछ उस के पास था वह सब कुछ बेचकर उस मोती को ख़रीद लिया -
34-06
जो दो शख़्स मंदिर में खड़े होकर दुआ कर रहे थे उस कहानी को येसु ने किसको सुनाया था ?
उन लोगों को जो अपने नेक कामों पर भरोसा करते थे और दुसरे लोगों को नीचा समझते थे -
34-07
मज़हबी रहनुमा ने ख़ुदा का शुक्र क्यूँ किया ?
उसने ख़ुदा का शुक्र इस लिए किया क्यूंकि वह दूसरे शख़्स की तरह गुनाहगार नहीं था -
34-08
मज़हबी रहनुमा ने ऐसा क्यूँ सोचा कि वह एक रास्तबाज़ था ?
क्यूंकि वह हफ़्ते में दो मरतबा रोज़ा रखता था और अपनी आमदनी और माल ओ असबाब का दसवां हिस्सा देता था -
34-09
महसूल लेने वाले ने ख़ुदा से किस बात की दरख़ास्त की ?
उसने ख़ुदा से रहम की दरख़ास्त की क्यूंकि उस ने खुद को एक गुनाहगार महसूस किया -
34-10
इन दोनों में से किस शख़्स ने ख़ुद को रास्तबाज़ होने का दावा नहीं किया ?
महसूल लेने वाले ने -
जो ख़ुद को हलीम करते हैं उन में से हर एक को ख़ुदा क्या करेगा ?
वह उन्हें सरफ़राज़ करेगा -