35-02
मज़हबी रहनुमाओं ने येसु की क्यूँ नुक्ताचीनी की ?
क्यूंकि येसु महसूल लेने वालों और गुनाहगारों को अपना दोस्त बनाता था
35-03
छोटे बेटे ने अपने बाप से किस चीज़ की मांग की ?
उसने अभी के अभी अपनी मीरास का हिस्सा माँगा -
35-04
छोटे बेटे ने अपनी मीरास के हिस्से का क्या किया ?
उसने सारा माल गुनहगारी में ख़र्च कर दिया -
35-05
छोटा बेटा जहां रहने गया था उस मुल्क में क्या हुआ ?
वहां सख़्त काल पड़ा
काल के दौरान जीने के लिए छोटे बेटे ने क्या किया ?
उसने सुअर चराने की नौकरी की -
35-06
छोटे बेटे ने वापस घर लौटने का फ़ैसला क्यूँ किया ?
उस ने इस हक़ीक़त को जाना कि उस के बाप के नौकर उससे कहीं बेहतर ज़िन्दगी जीते और भर पेट खाना खाते हैं -
छोटा बेटा अपने बाप से क्या दरख़ास्त करने का मंसूबा कर रहा था ?
वह अपने बाप से दरख़ास्त करने को सोच रहा था कि उसे अपने नौकरों की तरह रख ले -
35-07
बाप ने अपने छोटे बेटे को उसके घर की तरफ़ आते देखकर क्या किया ?
वह उसकी तरफ़ दौड़ा , गले लगाया और बहुत चूमा -
35-08
जब वह दोनों आपस में मिले तो छोटे बेटे ने बाप से क्या कहा ?
ऐ बाप , मैं ने ख़ुदा के ख़िलाफ़ और तेरे ख़िलाफ़ गुनाह किया है -
35-09
बाप ने अपने छोटे बेटे के पछतावे और गुनाह के इक़रार का कैसा जवाब दिया
उसने अपने छोटे बेटे के वापस घर लौटने की ख़ुशी में उसको नये कपड़े पहनाए , एक अंगूठी पहनाई , नई जूतियां पहनाई और एक शानदार दावत करके जश्न मनाया -
35-11
बड़े बेटे ने यह जानकर कि उसका भाई वापस आ गया है किस तरह से रद्देअमल पेश किया ?
वह बहुत ग़ुस्से में था और घर के अन्दर जाने से इनकार किया -
35-12
बड़े बेटे की शिकायत अपने बाप से किस बात की थी ?
उसने अपने बाप से कहा मैं ने बड़ी वफ़ादारी से तेरी ख़िदमत की और तूने एक बकरी का बच्चा भी अपने दोस्तों के साथ ज़ियाफ़त के लिए नहीं दिया - मगर तेरा यह बेटा जिस ने तेरे पैसे फ़ुज़ूल में ख़र्च किये उस के लिए तूने पला हुआ बछड़ा ज़बह कराया ?
35-13
अब बाप कि जाएदाद का कितना हिस्सा बड़े बेटे के हक़ में जाता है ?
बाप के पास जितना कुछ है वह सब -
बाप ने छोटे बेटे की वापसी पर क्यूँ जश्न मनाया ? इसका क्या सबब था ? उसका बेटा मर गया था , मगर अब ज़िन्दा था - वह खो गया था मगर अब वह मिल गया था -