41-01
येसु ने क्या कहा था कि उसके मरने के तीन दिन बाद क्या होगा ?
वह मुर्दों में से ज़िन्दा होगा -
यहूदी रहनुमाओं ने येसु की पेश बीनी से मुताल्लिक क्या सोचा जो उसने कहा था कि वह फिर से जी उठेगा ?
उन्होंने सोचा कि वह एक झूठा है
यहूदी रहनुमाओं को किस बात का डर था येसु के शागिर्द क्या करेंगे ?
उन्हों ने सोचा कि वह येसु की लाश को चुरा ले जायेंगे और दावा कर देंगे कि वह जी उठा -
41-02
यहूदी रहनुमाओं ने येसु की क़ब्र की मुहफ़िज़त में क्या किया ?
उन्होंने सिपाहियों को मुक़र्रर किया कि क़ब्र की हिफ़ाज़त करें और मद्ख़ल वाले पत्थर पर मुहर लगवा दी -
41-03
किस वक़्त औरतें येसु की क़ब्र पर गयीं ?
सबत के दुसरे दिन सुबह के वक़्त बहुत सवेरे -
41-04
औरतों के पहुँचने से पहले क़ब्र पर कौनसा मोजिज़ाना वाक़िया हुआ ?
वहां पर एक भोंचाल आया ,और एक फ़रिश्ता ज़ाहिर हुआ और पत्थर को सरका कर उस पर बैठ गया -
सिपाहियों को क्या हुआ जब उन्होंने उस फ़रिश्ते को देखा ?
वह बहुत डर गए और ज़मीन पर मरे हुए शख़्स की तरह गिर पड़े -
41-05
फ़रिश्तों ने औरतों से क्या कहा जब वह क़ब्र पर पहुँचीं ?
फ़रिश्ते ने औरतों से कहा , मत डरो , येसु मुर्दों में से ज़िन्दा हो गया है इस जगह को देखो जहाँ वह पड़ा था
41-06
फ़रिश्ते ने औरतों से क्या कहा कि शागिर्दों को यह बात कहनी है ?
उसने उनसे कहा शागिर्दों से जाकर कहो कि येसु मुदों में से जी उठा है और वह तुम से पहले गलील को जाएगा -
41-08
जब वह औरतें शागिर्दों को बताने जारही थीं तो रास्ते में कौन ज़ाहिर हुआ ?
येसु उन पर ज़ाहिर हुआ -
जब औरतों ने येसु को देखा तो उन्होंने क्या किया ?
उन्हों ने उसको सिजदा किया